महाराष्ट्र के बाद अब उसके पड़ोसी राज्य गोवा में सियासी संकट जैसे हालात बन रहे हैं. गोवा में बजट सत्र से पहले कांग्रेस और बीजेपी के बीच राजनीतिक गहमा-गहमी तेज हो गई है. गोवा के कांग्रेस प्रभारी गुंडूराव पार्टी के अंदर चल रही खींचतान के बीच कहा कि पार्टी के खिलाफ हमारे नेतओं ने ही साजिश रची है. बीजेपी चाहती है कि गोवा में कांग्रेस पार्टी कमजोर पड़े. इसलिए उन्होंने हमारे दो नेता माइकल लोबो और दिगंबर कामत के साथ मिलकर ये साजिश रची है. माइकल लोबो और दिगंबर कामत धोखेबाज हैं. गोवा में बदल रहे राजनीतिक हालात के बीच गुंडूराव ने माइकल लोबो को तुरंत प्रभाव से नेता विपश्र के पद से हटा दिया है. वहीं, गोवा में चल रही राजनीतिक उठा-पटक के बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मुकुल वासनिक को गोवा भेजा है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल ने इसकी जानकारी ट्विट करके दी.
गुंडूराव ने कहा कि पार्टी के पांच विधायक जिनमें माइकल लोबो, दिगंबर कामत, केदार नाइक, राजेश फलदेसाई और डेलियाला लोबो से फिलहाल कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है, जबकि पांच अन्य - एल्टन डी'कोस्टा, संकल्प अमोनकर, यूरी अलेमाओ, कार्लोस अल्वारेस फरेरा, रुडोल्फ फर्नांडीस संवाददाता सम्मेलन में मौजूद थे. उन्होंने कहा कि छठे विधायक एलेक्सो सिकेरा पार्टी नेताओं के संपर्क में है और कांग्रेस के साथ हैं. गोवा में सत्ता संभाल रही बीजेपी के पास फिलहाल 20 विधायक हैं और उसे पांच अन्य का भी समर्थन प्राप्त है. जबकि कांग्रेस के पास अभी 11 विधायक हैं.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गोवा कांग्रेस के तीन विधायक विधानसभा सत्र से एक दिन पहले पार्टी की बैठक में शामिल नहीं हुए. चर्चा है कि बैठक से नदारद रहे सभी विधायक बीजेपी के संपर्क में हैं. हालांकि, गोवा कांग्रेस ने पार्टी में किसी तरह की मनमुटाव की खबरों को खारिज किया है. पीटीआई के अनुसार कांग्रेस पार्टी के प्रमुख अमित पटकर ने कहा कि इस तरह की अफवाह सत्ता में बैठी बीजेपी के द्वारा जानबूझकर फैलाया जा रहा है. इन सब के बीच खबर आ रही है कि गोवा कांग्रेस ने बगावत की खबरों के बीच पार्टी ने नेता विपक्ष माइकल लोबो को पद से हटा दिया है.
वहीं, एक अन्य कांग्रेस विधायक ने कहा कि पार्टी के सात विधायक बैठक में हैं. मुझे हाइकमांड ने नहीं बुलाया है, मैं यहां सिर्फ शिष्टाचार भेंट के लिए आया हूं. विधायकों के कांग्रेस छोड़ बीजेपी से मिलने जैसी तमाम बातें सिर्फ अफवाह हैं. मैं किसी दूसरे के बारे में नहीं बोल सकता लेकिन मैं अपनी बात तो कर ही सकता हूं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस से बीते चुनाव में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार दिगंबर कामत शनिवार को हुई विधायकों की बैठक में नहीं पहुंचे थे.
ऐसी सूचना मिल रही है कि पूर्व मुख्यमंत्री रहे कामत पार्टी द्वारा मिचेल लोबो को नेता विपक्ष बनाए जाने से खफा हैं. हालांकि कांग्रेस पार्टी ने इस तरह की किसी बात को खारिज किया है. कुछ रिपोर्ट तो यहां तक दावा कर रही हैं कि लोबो जो विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी से कांग्रेस में शामिल हुए थे, अभी भी बीजेपी के संपर्क में हैं. बता दें कि आठवीं गोवा विधानसभा के 40 सदस्यों के चुनाव के लिए 14 फरवरी, 2022 को राज्य में विधान सभा चुनाव हुए थे. वहीं, परिणाम 10 मार्च 2022 को घोषित किए गए थे.
गोवा में कांग्रेस के 11 विधायक
चुनाव के बाद, भारतीय जनता पार्टी, गोवा फॉरवर्ड पार्टी और महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के गठबंधन ने राज्य सरकार बनाई, मनोहर पर्रिकर मुख्यमंत्री बने. हालांकि, मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद 19 मार्च 2019 को प्रमोद सावंत ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. गोवा में कांग्रेस के 11 विधायक हैं. इनमें से सात आज की बैठक में शामिल नहीं हुए.
दिगंबर कामत के शामिल नहीं होने की चर्चा
सूत्रों के अनुसार, साल 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के सीएम उम्मीदवार दिगंबर कामत शनिवार को विधायकों की बैठक में शामिल नहीं हुए. कामत कथित तौर पर इस बात से नाराज़ हैं कि पार्टी के माइकल लोबो को विपक्ष का नेता बनाया गया था. हालांकि, इस दावा का पार्टी ने खंडन किया है. इस बीच, गोवा विधानसभा अध्यक्ष रमेश तावड़कर ने रविवार को डिप्टी स्पीकर पद के लिए चुनाव की अधिसूचना रद्द कर दी, जो मंगलवार को होने वाली थी.
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