सीवर सफाई के दौरान हादसों में मजदूरों की दर्दनाक मौतों की खबरें लगातार आती रहती हैं. इसी बीच, सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले (Ramdas Athawale) ने बताया कि पहले के मुकाबले अब सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान मजदूरों कि मौतों की संख्या में कमी आई है. बता दें, 2019 के मुकाबले 2021 में सेप्टिक टैंक (Cleaning Sewers Or Septic Tanks) की सफाई कर रहे मजदूरों की मौतों की संख्या 118 से घटकर 24 हो गई है. रामदास अठावले ने बुधवार को राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि देश में सीवर और सेप्टिक टैंक की खतरनाक सफाई के कारण होने वाली मौतों की संख्या में काफी कमी आई है.
आजादपुर की फैक्टरी में सेप्टिक टैंक साफ करने के दौरान दो की मौत : पुलिस
रामदास अठावले ने कहा, "स्वच्छता कर्मियों को प्रशिक्षित करने के लिए कई कदम उठाए गए हैं. जिसके कारण वर्ष 2019 में इन मौतों की संख्या (118) से घटकर 2021 में (24) हो गई है." अठावले ने कहा कि आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय, पेयजल और स्वच्छता विभाग के परामर्श से मशीनीकृत स्वच्छता पारिस्थितिकी तंत्र (mechanized sanitation ecosystem) के लिए एक राष्ट्रीय नीति तैयार की गई है. जिसमें प्रत्येक जिले में प्रत्येक नगर पालिका में स्वच्छता प्राधिकरण (एसआरयू) स्वच्छता प्रतिक्रिया इकाई की स्थापना की गई है.
दिल्ली : सेप्टिक टैंक में गिरने से 2 की मौत, पुलिस ने दर्ज की FIR
उन्होंने आगे कहा कि सरकार सीवरों और सेप्टिक टैंकों की खतरनाक सफाई और "मैनुअल स्कैवेंजर्स के नियोजन का प्रतिषेध और उनका पुनर्वास नियम, 2013" के तहत, निर्धारित सुरक्षा सावधानियों का पालन न करने के कारण होने वाली मौतों पर गंभीरता से संज्ञान लेती है.