- दिल्ली मेट्रो का संचालन 24 दिसंबर 2002 को शाहदरा से तीस हजारी के बीच छह किलोमीटर के रूट पर शुरू हुआ था.
- आज दिल्ली मेट्रो का नेटवर्क 394.24 किलोमीटर लंबा हो चुका है और इसमें 12 अलग-अलग मेट्रो लाइनें शामिल हैं.
- केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के अनुसार, भारत मेट्रो नेटवर्क की लंबाई में अमेरिका को जल्द पीछे छोड़ देगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में चल रही कैबिनेट की बैठक में दिल्ली मेट्रो के चौथे चरण में चार लाइनों को मंजूरी दी जा सकती है. केंद्र सरकार दिल्ली में लगातार बढ़ती भीड़ के मद्देनजर यह कदम उठा सकती है. मेट्रो को दिल्ली की लाइफलाइन माना जाता है. कारण साफ है कि लगातार बढ़ती भीड़ के मद्देनजर यातायात का मेट्रो से बेहतर और किफायती साधन कोई नहीं है. साल 2002 में जब पहली बार मेट्रो चली थी तो शायद ही किसी को यकीन होगा कि देश की राजधानी के लिए यह कदम कितना क्रांतिकारी होने जा रहा है. 23 सालों से दिल्ली में मेट्रो का सफर लगातार बेहतर होता जा रहा है. आइए जानते हैं कि पहली मेट्रो के सफर से अब तक कितना बदलाव आया और मेट्रो का कितना विस्तार हुआ.
आज ही के दिन यानी 24 दिसंबर 2002 को तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने दिल्ली में पहली बार मेट्रो को हरी झंडी दिखाई थी और शाहदरा से तीस हजारी के बीच पहली बार मेट्रो का सफर शुरू हुआ था. इसके अगले दिन यानी 25 दिसंबर को मेट्रो को आम यात्रियों के लिए खोल दिया गया था.
सिर्फ 6 किमी का था मेट्रो का रूट
उस वक्त मेट्रो रूट सिर्फ 6 किमी का था, लेकिन इसने दिल्ली को एक दिशा दी. रेड लाइन पर एक बार मेट्रो क्या दौड़ी, इसने फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. मेट्रो के इस सफर में लगातार नए रूट जुटते जा रहे हैं.
आज 394 किमी लंबा ऑपरेशन नेटवर्क
दिल्ली में आज मेट्रो का ऑपरेशनल नेटवर्क बढ़कर 394.24 किमी तक पहुंच चुका है. 23 साल बाद आज मेट्रो एक लाइन से बढ़कर के 12 मेट्रो लाइनों तक पहुंच चुका है और इसके स्टेशनों की संख्या बढ़कर के 289 तक पहुंच चुकी है.
ये हैं मेट्रो की 12 लाइनें
| क्रम संख्या | लाइन | कुल किमी | स्टेशन संख्या | कहां से कहां तक |
| लाइन 1 | रेड लाइन | 33.48 किमी | 29 स्टेशन | शहीद स्थल न्यू बस अड्डा से रिठाला |
| लाइन 2 | यलो लाइन | 47.25 किमी | 37 स्टेशन | समयपुर बादली से मिलेनियम सिटी गुरुग्राम |
| लाइन 3 | ब्लू लाइन | 55.56 किमी | 50 स्टेशन | द्वारका सेक्टर 21 से नोएडा इलेक्ट्रॉनिक सिटी |
| लाइन 4 | ब्लू लाइन | 8.23 किमी | 8 स्टेशन | यमुना बैंक से वैशाली |
| लाइन 5 | ग्रीन लाइन | 27.96 किमी | 24 स्टेशन | कीर्ति नगर से ब्रिगेडियर होशियार सिंह स्टेशन |
| लाइन 6 | वायोलेट लाइन | 45 किमी | 34 स्टेशन | कश्मीरी गेट से राजा नाहर सिंह सिंह (बल्लभगढ़) |
| लाइन 7 | पिंक लाइन | 57.49 किमी | 45 स्टेशन | मजलिस पार्क से बुराड़ी |
| लाइन 8 | मजेंटा लाइन | 36.46 किमी | 26 स्टेशन | कृष्णा पार्क एक्सटेंशन से बॉटेनिकल गार्डन |
| लाइन 9 | ग्रे लाइन | 4.98 किमी | 4 स्टेशन | द्वारका से धंसा बस स्टैंड |
| लाइन 10 | एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन (ऑरेंज लाइन) | 24.9 किमी | 7 स्टेशन | नई दिल्ली यलो और एयरपोर्ट लाइन से यशोभूमि द्वारका सेक्टर-25 |
| लाइन 11 | रैपिड मेट्रो | 10.58 किमी | 11 स्टेशन | गुड़गांव सेक्टर 55-56 से गुड़गांव फेज-3 |
| लाइन 12 | एक्वा लाइन | _ | _ | _ |
जल्द अमेरिका को पीछे छोड़ देगा अमेरिका: खट्टर
केंद्रीय आवास एवं शहरी मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने हाल ही में कहा कि मेट्रो रेल नेटवर्क की कुल लंबाई के मामले में भारत जल्द ही अमेरिका को पीछे छोड़ देगा. उन्होंने कहा था कि देश में मेट्रो सेवाओं से प्रतिदिन 1.20 करोड़ लोग सफर कर रहे हैं.
खट्टर ने हाल ही में भोपाल मेट्रो रेल परियोजना के पहले चरण में सात किलोमीटर लंबे खंड के उद्घाटन के बाद कहा था कि भारत वर्तमान में मेट्रो कॉरिडोर की कुल लंबाई के मामले में दुनिया में तीसरे नंबर पर है. उन्होंने कहा कि भोपाल देश का 26वां शहर बन गया है, जहां मेट्रो सेवा शुरू हुई है.
मेट्रो नेटवर्क की कुल लंबाई के मामले में भारत का आंकड़ा 1,090 किलोमीटर हो गया है. इस सूची में चीन इस सूची में पहले स्थान पर है, जबकि अमेरिका 1,400 किलोमीटर के मेट्रो नेटवर्क के साथ दूसरे स्थान पर है. उन्होंने कहा था कि देश में लगभग 900 किलोमीटर लंबी मेट्रो परियोजनाओं का काम जारी हैं. इनमें से 300 किलोमीटर के जुड़ने के साथ ही भारत अमेरिका को पीछे छोड़ देगा.














