MP के बांधवगढ़ में 10 हाथियों की मौत के मामले में 2 अधिकारियों पर गिरी गाज

29 अक्टूबर को उमरिया जिले में रिजर्व के खलील रेंज के अंतर्गत सांखनी और बकेली में चार जंगली हाथी मृत पाए गए, जबकि 30 अक्टूबर को चार और 31 अक्टूबर को दो की मौत हो गई थी.

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मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने लापरवाही करने वाले अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है.

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने पार्क के अंदर 10 हाथियों की मौत की जांच करने वाली एक उच्च स्तरीय टीम द्वारा अपनी रिपोर्ट सौंपने के बाद रविवार को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के दो वरिष्ठ अधिकारियों को निलंबित कर दिया. कथित खामियों के लिए रिजर्व निदेशक गौरव चौधरी और प्रभारी सहायक वन संरक्षक (एसीएफ) अधिकारी फतेह सिंह निनामा के खिलाफ कार्रवाई की गई है.

सीएम ने खुद भी दी जानकारी

सीएम ने पीटीआई को बताया, “उच्च स्तरीय टीम ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है. फोन बंद करने, छुट्टी के बाद काम पर नहीं लौटने और अन्य कारणों से बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के डायरेक्टर को निलंबित कर दिया गया है. एसीएफ फतेह सिंह निनामा को भी निलंबित कर दिया गया है.”  उन्होंने बताया कि दोनों को अपने कर्तव्यों के पालन में ढिलाई बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है.

इन्होंने की जांच

सीएम ने शुक्रवार रात एक आपात बैठक बुलाई थी और हाथियों की मौत की जांच करने और एक रिपोर्ट सौंपने के लिए एमपी के वन कनिष्ठ मंत्री प्रदीप अहिरवार, अतिरिक्त मुख्य सचिव अशोक बरनवाल और वन बल के प्रमुख असीम श्रीवास्तव की एक टीम को रिजर्व में भेजा था. रविवार शाम को टीम भोपाल लौट आई.

29 अक्टूबर को उमरिया जिले में रिजर्व के खलील रेंज के अंतर्गत सांखनी और बकेली में चार जंगली हाथी मृत पाए गए, जबकि 30 अक्टूबर को चार और 31 अक्टूबर को दो की मौत हो गई. अधिकारियों के अनुसार हाथियों की मौत संभवत: कोई जहरीला पदार्थ खाने से हुई है. कई अन्य टीमें भी घटनाओं की जांच कर रही हैं.
 

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