कई दिनों से हो रही भारी बारिश के चलते नदियां उफान पर हैं. शिवालिक की पहाड़ियों पर बारिश होने से यमुना नदी का भी जलस्तर बढ़ गया है. हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से यमुना नदी में 2.57 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. यूपी-हरियाणा बॉर्डर के खेतों में पानी घुस गया है.
यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से सहारनपुर से अंबाला जाने वाला रेलवे ट्रैक पूरी तरह से धंस गया. रेलवे ट्रैक के धंस जाने से रेल ट्रैफिक को रोक दिया गया है. अमृतसर एक्सप्रेस को एक किलोमीटर पहले ही रोक दिया गया है. रेलवे ट्रैक धंसने से बड़ा हादसा होने से भी टल गया है.
इससे पहले अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) में भारी बारिश के कारण हुए भीषण भूस्खलन से गेरुकामुख में सुबनसिरी लोअर हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट (SLHP) की सुरक्षा दीवार क्षतिग्रस्त हो गई है. सूत्रों ने कहा कि क्षति के कारण परियोजना की इनटेक टनल को बंद कर दिया गया है.
वहीं, दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के सप्ताहांत तक राष्ट्रीय राजधानी और आसपास के इलाकों से वापसी की संभावना है. मौसम का पूर्वानुमान लगाने वाली एजेंसियों के अधिकारियों ने यह जानकारी दी है. अधिकारियों ने कहा कि 24 घंटे के बाद दक्षिण-पश्चिम राजस्थान में एक ‘एंटी-साइक्लोन' प्रणाली बनेगी और राजस्थान, पंजाब, हरियाणा तथा दिल्ली में उत्तर-पश्चिमी हवाएं शुरू होंगी, जिससे वातावरण में नमी की मात्रा में गिरावट आएगी.
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