महात्मा गांधी की 152वीं जयंती पर PM मोदी सहित कई नेताओं ने दी श्रद्धांजलि

Mahatma Gandhi Jayanti: महात्मा गांधी की 152वीं जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित देश के कई नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है. महात्मा गांधी की समाधि पर राजघाट जाकर भी कई नेताओं ने पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. 

महात्मा गांधी की 152वीं जयंती पर PM मोदी सहित कई नेताओं ने दी श्रद्धांजलि

Gandhi Jayanti 2021: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महात्मा गांधी की जयंती पर कहा कि उनका जीवन हर पीढ़ी को कर्तव्य पथ पर चलने के लिए प्रेेरित करता रहेगा.

नई दिल्ली :

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) सहित कई नेताओं ने महात्मा गांधी की 152वीं जयंती (Mahatma Gandhi 152 Birth Anniversary) पर उन्हें याद किया और श्रद्धांजलि अर्पित की. पीएम मोदी ने राजघाट जाकर भी महात्मा गांधी की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की. राजघाट पहुंचकर श्रद्धांजलि देने वाले नेताओं में कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia gandhi)और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) सहित कई नेता शामिल थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को उनकी 152वीं जयंती पर श्रद्धांजलि दी और कहा कि उनका जीवन व आदर्श देश की हर पीढ़ी को कर्तव्य पथ पर चलने के लिए प्रेरित करता रहेगा. इसके साथ ही देश के पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री की 118वीं जयंती पर उन्हें भी श्रद्धांजलि दी गई 

गांधी का जन्म गुजरात के पोरबंदर में दो अक्टूबर 1869 में हुआ था. अंग्रेजी हुकूमत से भारत को आजाद कराने की लड़ाई का उन्होंने नेतृत्व किया. अहिंसक विरोध का उनका सिखाया हुआ सबक आज भी पूरी दुनिया में सम्मान के साथ याद किया जाता है. मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को उनकी जन्म-जयंती पर विनम्र श्रद्धांजलि. पूज्य बापू का जीवन और आदर्श देश की हर पीढ़ी को कर्तव्य पथ पर चलने के लिए प्रेरित करता रहेगा.''

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी महात्मा गांधी जयंती के अवसर पर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की. उन्होंने बापू की समाधि पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए और कहा कि बापू का जीवन सर्व कल्याण का संदेश देता है. साथ ही उन्होंने कहा कि बापू विश्व के प्रत्येक मानव की बेहतरी के लिए कार्य करने की प्रेरणा हैं. उन्होंने कहा कि उनके आदर्श आत्मसात कर ही आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार कर सकते हैं. बापू के विचार सदैव हमारा मार्गदर्शन करते रहेंगे. 

कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी भी राजघाट पहुंची. उन्होंने महात्मा गांधी की समाधि पर पुष्प अर्पित कर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की. 

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने महात्मा गांधी को नमन किया और उन्हीं के एक कथन के साथ कू किया. उन्होंने लिखा, 'कमजोर कभी क्षमाशील नहीं हो सकता है, यह तो ताकतवर की निशानी है.'
 

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गांधी जयंती पर कू कर उन्हें विश्व को अहिंसा का मार्ग दिखाने वाले महामानव बताया. कू में उन्हेांने कहा कि बापू का जीवन समरस समाज की स्थापना का मार्ग प्रशस्त करता है. 

योगी आदित्यनाथ ने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर उन्हें याद किया. उन्होंने देश के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को सादगी और शुचिता का प्रतीक बताया. 

असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर उन्हें याद किया और अपने कू में लिखा कि युद्ध और आर्थिक संकट के वक्त उन्होंने देश का नेतृत्व किया था और हरित और श्वेत क्रांतियों के माध्यम से बेहतर भारत के बीज बोए. 


गांधी जयंती पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी महात्मा गांधी की जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की और कू के जरिये कहा कि उन्होंने हमें स्वच्छता का पाठ पढ़ाया. 

इसके साथ ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के साथ राजघाट पहुंचे. जहां पर उन्होंने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की. 

केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने भी कू के जरिये महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी के सत्य और अहिंसा के आदर्श इस महान राष्ट्र के स्तंभ हैं. 

केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने ने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि कू किया. जिसमें उन्होंने लिखा कि उनकी शिक्षाओं के मूल्यों के प्रति प्रतिबद्ध हों जो दुनिया के लिए पहले से कहीं अधिक प्रासंगिक हैं. 
 

- - ये भी पढ़ें - -
* Gandhi Jayanti 2021: गांधी जयंती पर अपने करीबियों और दोस्‍तों को कुछ इस अंदाज़ में कहें Happy Gandhi Jayanti
* "हमने गांधी को नहीं बख्शा, आप कौन हैं?": कर्नाटक में धमकी देने वाला हिंदू महासभा का नेता गिरफ्तार
* 'बापू की विरासत को मिटाने का प्रयास ' : साबरमती आश्रम के मूल स्‍वरूप को खत्‍म करने के फैसले पर बोले अशोक गहलोत

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

12 मार्च 1930: गांधी जी की दांडी यात्रा ने अंग्रेजी हुकूमत को हिलाया, जानिए पूरी कहानी