Navratri Yoga Benefits: नवरात्रि केवल एक धार्मिक पर्व नहीं है, बल्कि यह शरीर, मन और आत्मा को शुद्ध करने का एक सुनहरा अवसर भी है. हाल ही में बाबा रामदेव ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया जिसमें उन्होंने बताया कि नवरात्र के दौरान अगर हम प्रकृति के समीप रहकर योग और उपवास का अभ्यास करें, तो हम 99 प्रतिशत गंभीर रोगों से छुटकारा पा सकते हैं. यह दावा न केवल प्रेरणादायक है, बल्कि वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी विचार करने योग्य है. बाबा रामदेव ने बताया कि बीपी (ब्लड प्रेशर), शुगर (डायबिटीज), थायराइड, किडनी और लिवर फेलियर जैसे रोगों के साथ-साथ वात, पित्त, कफ और मोटापा जैसे लाइफस्टाइल से जुड़े रोग भी योग और उपवास से कंट्रोल किए जा सकते हैं. आइए जानते हैं कैसे.
ये भी पढ़ें: Baba Ramdev से जानिए बढ़ते वजन से लेकर शुगर कंट्रोल करने का आसान उपाय
नवरात्रि आत्मशुद्धि का पर्व
नवरात्रि का अर्थ है नौ रातें, जो देवी की उपासना और आत्मशुद्धि के लिए समर्पित होती हैं. इस समय उपवास, ध्यान और योग का अभ्यास करने से शरीर की विषाक्तता (toxins) दूर होती है. प्रकृति के समीप रहना जैसे खुले मैदान, बगीचे या पहाड़ी क्षेत्रों में योग करना मानसिक शांति और ऊर्जा प्रदान करता है.
बाबा रामदेव ने बताया योग से मिट जाएंगे ये 10 रोग:
1. अनुलोम-विलोम: यह नाड़ी शुद्धि प्राणायाम है जो शरीर की ऊर्जा को संतुलित करता है. बीपी, थायराइड और मानसिक तनाव में लाभकारी.
2. भस्त्रिका प्राणायाम: तेज गति से सांस लेने और छोड़ने की प्रक्रिया. फेफड़ों को मजबूत करता है और कफ दोष को दूर करता है.
3. कपालभाति प्राणायाम: पेट की मांसपेशियों को सक्रिय करता है. मोटापा, शुगर और पाचन संबंधी समस्याओं में अत्यंत प्रभावी.
4. बाह्य प्राणायाम: यह सांस को बाहर रोककर किया जाने वाला अभ्यास है. ये पेट, लिवर और किडनी की कार्यक्षमता को बढ़ाने में भी मददगार है.
ये भी पढ़ें: हार्ट अटैक से बचाएगा ये घरेलू टॉनिक, Doctor Hansaji ने बताया दूध में ये चीज मिलाकर रोज करें सेवन
उपवास और उपासना का महत्व:
- उपवास से शरीर को आराम मिलता है और पाचन तंत्र को पुनर्जीवित करने का मौका मिलता है.
- उपासना से मानसिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा मिलती है.
- संयमित भोजन, फलाहार और हर्बल ड्रिंक्स शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करते हैं.
प्रकृति के समीप योग क्यों?
- ताजगी भरी हवा, हरियाली और सूर्य की किरणें शरीर को प्राकृतिक ऊर्जा देती हैं.
- मानसिक तनाव कम होता है और ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलती है.
- प्रकृति से जुड़ने से आत्मिक संतुलन बनता है.
बाबा रामदेव का यह संदेश हमें याद दिलाता है कि नवरात्रि केवल पूजा-पाठ का समय नहीं, बल्कि शरीर और मन को स्वस्थ करने का भी अवसर है. अगर हम योग, उपवास और उपासना को सही तरीके से अपनाएं, तो जीवन में कई समस्याओं से मुक्ति संभव है.
Gurudev Sri Sri Ravi Shankar on NDTV: Stress, Anxiety, से लेकर Relationship, Spirituality तक हर बात
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)