World No Tobacco Day 2022: स्मोकर्स अपने लंग कैंसर के रिस्क को कैसे कम कर सकते हैं? जानें 3 तरीके

World No Tobacco Day 2022: धूम्रपान फेफड़ों के कैंसर का प्रमुख जोखिम कारक है ये सभी जानते होंगे, लेकिन क्या स्मोकर्स अपने लंग कैंसर के जोखिम (Lung Cancer Risk) को कम कर सकते हैं? अगर हां, तो कैसे यहां जानें स्टेप बाई स्टेप.

विज्ञापन
Read Time: 24 mins
World No Tobacco Day 2022: हर साल 31 मई को विश्व धूम्रपान निषेध दिवस के रूप में मनाया जाता है.
Quick Reads
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
हर साल 31 मई को विश्व धूम्रपान निषेध दिवस के रूप में मनाया जाता है.
भारत में सभी कैंसरों में तंबाकू से संबंधित कैंसर की मृत्यु दर अधिक है.
लंग कैंसर के जोखिम को कम करने तरीके यहां बताए गए हैं.

World No Tobacco Day 2022: हर साल 31 मई को विश्व धूम्रपान निषेध दिवस या वर्ल्ड नो टोबैको डे के रूप में मनाया जाता है. भारत में सभी प्रकार के कैंसरों में तंबाकू से संबंधित कैंसर (Tobacco Related Cancer) की मृत्यु दर सबसे अधिक है. तंबाकू (Tobacco) का सेवन किसी भी तरह से किया जाए वह हर रूप में खतरनाक है. आजकल हर दूसरा व्यक्ति सिगरेट पीता है ये जानते हुए कि धूम्रपान फेफड़ों के कैंसर (Lung Cancer) का प्रमुख जोखिम कारक है. अगर आप सोच रहे हैं कि वर्ल्ड नो टोबैको डे मनाने का उद्देश्य क्या है, तो बता दें लोग धूम्रपान छोडें और इस दिशा में काम करने वाले संगठन और सरकार को बढ़ावा देने और जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से हर साल नो टोबैको डे (No Tobacco Day) मनाया जाता है. अगर कोई धूम्रपान छोड़ना चाहता है और अपने लंग कैंसर के जोखिम (Lung Cancer Risk) को कम करना चाहता है तो यहां कुछ तरीके बताए गए हैं.

स्मोकर्स में फेफड़ों के कैंसर का खतरा | Lung Cancer Risk In Smokers

अगर आप पिछले कुछ सालों से धूम्रपान कर रहे हैं और आप अब धूम्रपान बंद देते हैं तो, आप निश्चित रूप से फेफड़ों के कैंसर के जोखिम को कम कर देंगे, लेकिन इस जोखिम को पूरी तरह से खत्म नहीं कर सकते हैं. तंबाकू छोड़ने से पहले के धूम्रपान से होने वाले सभी नुकसान की भरपाई तब भी नहीं हो पाएगी, जानें कि अपने कैंसर के रिस्क को कम करने के लिए हम क्या कर सकते हैं.

World No Tobacco Day 2022: क्‍या है विश्व तंबाकू निषेध दिवस का इतिहास, महत्व और थीम, जानें सब कुछ

Advertisement

1) स्क्रीनिंग कराएं

अगर फेफड़ों के कैंसर का जल्दी पता चल जाए तो फेफड़ों के कैंसर का इलाज सबसे प्रभावी हो सकता है. अगर आप धूम्रपान करते हैं या पहले कभी किया है तो अपने कैंसर के जोखिम का पता लगाने के लिए स्क्रीनिंग के लिए जाएं. 

Advertisement

2) लक्षणों को पहचानें

फेफड़ों के कैंसर के लक्षणों को जानना आपकी स्थिति को जल्दी पहचानने या उसके फैलने से रोकने में मदद कर सकता है. ज्यादातर लोग लक्षणों पर ध्यान नहीं देते हैं फेफड़ों का कैंसर खतरनाक स्टेज में पहुंत जाता है. इसलिए लंग कैंसर के लक्षणों को जल्दी पहचानें और अपने कैंसर के जोखिम को कम करें.

Advertisement

फूला चेहरा और गोल गालों से साफ झलकता है मोटापा, तो यहां हैं चेहरे की चर्बी से छुटकारा पाने के 7 अचूक उपाय

Advertisement

फेफड़ों के कैंसर के लक्षणों में शामिल हैं:

  • खांसी जो खराब हो जाती है या दूर नहीं होती है.
  • छाती में दर्द.
  • सांस लेने में कठिनाई.
  • घरघराहट.
  • खूनी खांसी.
  • हर समय बहुत थकान महसूस होना.
  • बिना किसी कारण के वजन कम होना.

3) धूम्रपान छोड़ें

अगर आप अभी भी स्मोकिंग कर रहे हैं तो अपने फेफड़ों के कैंसर का जोखिम कम करने के लिए आज से ही धूम्रपान करना छोड़ दें.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

Featured Video Of The Day
India-Pakistan Ceasefire: भारत-पाक समझौते पर Sachin Pilot ने क्या कहा? | NDTV India