World Homoeopathy Day: होम्योपैथी मेडिसिन के बारे में 5 आम गलतफहमियां जिन्हें सच मान लेते हैं लोग

World Homoeopathy Day: होम्योपैथी एक प्रभावी और सुरक्षित मेडिकल सिस्टम है, जो कई मिथ्स और गलतफहमियों से घिरी हुई है. वर्ल्ड होम्योपैथी डे हमें इन मिथ्स को दूर करने और होम्योपैथी के लाभों को समझने का अवसर देता है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
World Homoeopathy Day 2025: होम्योपैथी एक वैकल्पिक मेडिकल सिस्टम है.

World Homoeopathy Day: हर साल 10 अप्रैल को वर्ल्ड होम्योपैथी डे मनाया जाता है. यह दिन होम्योपैथी के संस्थापक डॉ. सैमुअल हैनिमैन की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है. हालांकि होम्योपैथी का सदियों से प्रचलन है और यह लगातार लोकप्रिय हो रही है, लेकिन यह मिथ्स और गलत धारणाओं से घिरी हुई है. होम्योपैथी एक वैकल्पिक मेडिकल सिस्टम है, जो दुनिया भर में लोकप्रियता हासिल कर रही है. लेकिन इसके साथ ही इसके बारे में कई मिथ्स और गलतफहमियां भी जुड़ी हुई हैं. आइए जानते हैं होम्योपैथी मेडिसिन से जुड़े 5 आम मिथ्स और उनके पीछे की सच्चाई.

मिथ 1: होम्योपैथी केवल प्लेसबो है

यह सबसे आम मिथ है कि होम्योपैथी का प्रभाव केवल प्लेसबो होता है और इसका कोई वास्तविक मेडिकल इफेक्ट नहीं होता.

सच्चाई: होम्योपैथी एक स्टेबिलिस्ट मेडिकल सिस्टम है, जिसे कई वैज्ञानिक अध्ययनों और क्लीनिकल ट्रायल्स द्वारा समर्थित किया गया है. यह एलर्जी, क्रॉनिक दर्द और अन्य स्थितियों के इलाज में प्रभावी साबित हुई है.

यह भी पढ़ें: 3 हरी पत्तियों में छुपा है सेहत का खजाना, इन बीमारियों के लिए हैं रामबाण घरेलू उपाय

मिथ 2: होम्योपैथी धीमी गति से काम करती है

कई लोग मानते हैं कि होम्योपैथी का इलाज बहुत धीमा होता है और इसमें समय लगता है.

सच्चाई: होम्योपैथी क्रॉनिक स्थितियों में समय ले सकती है, लेकिन तीव्र मामलों जैसे बुखार, खांसी या दस्त में यह तेजी से काम करती है. इलाज की गति व्यक्ति की स्थिति और बीमारी की प्रकृति पर निर्भर करती है.

मिथ 3: होम्योपैथिक दवाएं अन्य दवाओं के साथ नहीं ली जा सकतीं

यह धारणा है कि होम्योपैथिक दवाओं को एलोपैथिक या अन्य दवाओं के साथ नहीं लिया जा सकता.

सच्चाई: होम्योपैथिक दवाएं सुरक्षित हैं और इन्हें अन्य दवाओं के साथ लिया जा सकता है. हालांकि, एक घंटे का अंतराल रखने की सलाह दी जाती है.

Advertisement

मिथ 4: होम्योपैथी गंभीर बीमारियों का इलाज नहीं कर सकती

कई लोग मानते हैं कि होम्योपैथी केवल हल्की बीमारियों के लिए उपयोगी है और गंभीर स्थितियों में इसका कोई प्रभाव नहीं होता.

सच्चाई: होम्योपैथी पाइल्स, वॉर्ट्स और किडनी स्टोन्स जैसी स्थितियों का इलाज कर सकती है. कई मरीजों ने सर्जरी से बचने के लिए होम्योपैथिक उपचार का सहारा लिया है.

Advertisement

यह भी पढ़ें: दूध में खजूर उबालकर पीने से मिलते हैं बड़े फायदे, जान जाएंगे तो आज से ही शुरू कर देंगे सेवन

मिथ 5: होम्योपैथिक दवाएं डायबिटीज रोगियों के लिए उपयुक्त नहीं हैं

यह मिथ है कि होम्योपैथिक दवाएं मीठी होती हैं और डायबिटीज रोगियों के लिए उपयुक्त नहीं हैं.

सच्चाई: होम्योपैथिक गोलियों में शुगर की मात्रा नगण्य होती है और यह आमतौर पर ब्लड शुगर लेवल को प्रभावित नहीं करती. इसके अलावा, शुगर-फ्री विकल्प भी उपलब्ध हैं.

Advertisement

होम्योपैथी एक प्रभावी और सुरक्षित मेडिकल सिस्टम है, जो कई मिथ्स और गलतफहमियों से घिरी हुई है. वर्ल्ड होम्योपैथी डे हमें इन मिथ्स को दूर करने और होम्योपैथी के लाभों को समझने का अवसर देता है.

Watch Video: क्या है वजन कम करने का सही तरीका, उम्र के हिसाब से कितना होना चाहिए वजन, पद्मश्री डॉक्टर से जानें

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

Advertisement
Featured Video Of The Day
Aniruddhacharya Comment: बाबा की बदतमीजी पर बैन कब लगेगा? | Khabron Ki Khabar