World Heart Day 2025: हर साल 29 सितंबर को वर्ल्ड हार्ट डे (World Heart Day 2025) मनाया जाता है और लोगों को इस गंभीर बीमारी के प्रति जागरूक किया जाता है. हार्ट अटैक के मामले पिछले कुछ सालों में लगातार तेजी से बढ़ रहे हैं. कुछ समय से तो ऐसे कई मामले सामने आ रहे हैं, जहां युवा भी इस गंभीर बीमारी का शिकार हो रहे हैं. ये अब हर किसी के लिए जरूरी हो गया है कि वो समय-समय पर अपने दिल की जांच करवाए.
हार्ट अटैक के प्रमुख लक्षण (Main Symptoms of Heart Attack)
हार्ट अटैक आने से पहले शरीर कई तरह के सिग्नल देता है. अगर समय रहते इन लक्षणों को पहचान लिया जाए तो हार्ट अटैक से बचा जा सकता है. हर व्यक्ति में लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं. हर किसी को सीने में तेज दर्द हो ये जरूरी नहीं है. नीचे बताए गए लक्षण भी हार्ट अटैक से जुड़े हो सकते हैं (Heart Attack Ke Lakshan).
सीने में बेचैनी
सीने के बीच में या बाईं ओर दबाव, जकड़न या भारीपन महसूस होना, हार्ट अटैक का लक्षण हो सकता है. याद रखें कि यह बेचैनी लगातार नहीं होती है. कुछ मिनटों तक रह सकती है या चली जाती है और फिर वापस से शुरू हो जाती है. इसके अलावा कई लोगों को शरीर के ऊपरी हिस्से (गर्दन, जबड़े, छाती) में दर्द भी रहता है.
सांस लेने में कठिनाई
सीने की बेचैनी और शरीर में दर्द के साथ सांस फूलना या लेने में तकलीफ होना भी हार्ट अटैक का प्रमुख लक्षण हो सकता है. इसलिए इसे भी नजरअंदाज न करें.
ठंडा पसीना
एकदम से ठंडा पसीना आना भी हार्ट अटैक का लक्षण हो सकता है. इसके अलावा मतली (Nausea) या उल्टी जैसा मन होना, चक्कर आना और असामान्य थकान भी हार्ट अटैक के लक्षण माने गए हैं.
यदि आपको इन लक्षणों का अनुभव हो तो, तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. इन लक्षणों को नजरअंदाज करने की भूल न करें.
इन लोगों को होता है सबसे ज्यादा हार्ट अटैक का खतरा
जो लोग उच्च रक्तचाप, मधुमेह, उच्च कोलेस्ट्रॉल, मोटापा, मानसिक तनाव का शिकार हैं, उन्हें हार्ट अटैक आने का अधिक खतरा होता है. इसके अलावा जो लोग धूम्रपान और तंबाकू का सेवन करते हैं, वो भी इस बीमारी का शिकार हो सकता हैं.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)