खाने से पहले क्यों जरूरी है अखरोट को भिगोना? एक्सपर्ट से जानिए सेहत को मिलते हैं कितने फायदे

Soak walnuts before eating: खाने से पहले अखरोट को भिगोना एक ऐसी प्रथा है जिसे लोग अलग-अलग कारणों से अपनाते हैं. हालांकि, मुख्य रूप से सब लोग सेहत को मिलने वाले इसके फायदे के लिए ही ऐसा करते हैं.

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walnut health benefits: अखरोट को लेकर बड़े-बुजुर्ग हमेशा सलाह देते हैं कि खाने से पहले इसे कुछ घंटे पानी में भिगोने रख दो. कभी आपने सोचा है कि लंबे समय से दिए जाने वाले इस सुझाव के पीछे क्या वजह है. खाने से पहले अखरोट को भिगोना एक ऐसी प्रथा है जिसे लोग अलग-अलग कारणों से अपनाते हैं. हालांकि, मुख्य रूप से सब लोग सेहत को मिलने वाले इसके फायदे के लिए ही ऐसा करते हैं. आइए, एक्सपर्ट से जानते हैं कि खाने से पहले अखरोट को भिगोने की सलाह क्यों दी जाती है.

अखरोट को खाने से पहले भिगोना क्यों है जरूरी (Why is it important to soak walnuts before eating them?)

डाइजेशन सिस्टम में सुधार 

अखरोट भिगोने का एक अहम कारण उनकी पाचन शक्ति में सुधार करना है. अखरोट में मौजूद फाइटिक एसिड कुछ लोगों के लिए इन्हें पचाना मुश्किल बना सकते हैं. फाइटिक एसिड कैल्शियम, मैग्नीशियम और जिंक जैसे मिनरल्स को शरीर में अवशोषित होने से भी रोकता है. अखरोट को रात भर या कई घंटों तक पानी में भिगोने से फाइटिक एसिड का लेवल कम हो जाता है. इसके बाद अखरोट को पचाना आसान हो जाता है. कुछ लोगों को कच्चे या बिना भिगोए अखरोट खाने के मुकाबले भीगे हुए अखरोट खाने के बाद सूजन या गैस जैसी गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ता है.

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कड़वाहट में कमी 

अखरोट में टैनिन सहित कई नेचुरल कंपाउंड होते हैं. इससे अखरोट का स्वाद कड़वा हो जाता है. अखरोट को पानी में भिगोने के बाद इनमें से कुछ कंपाउंड बाहर निकल जाते हैं और कड़वाहट को कम करने में मदद मिल सकती है.  भीगे हुए अखरोट का स्वाद हल्का होता है और कच्चे अखरोट के मुकाबले वह ज्यादा स्वादिष्ट हो जाते हैं. यह उन लोगों के लिए खास तौर से फायदेमंद हो सकता है जो कड़वे स्वाद को लेकर संवेदनशील हैं या कच्चे अखरोट को नापसंद करते हैं.

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पोषक तत्वों के अवशोषण में सुधार 

पानी में भिगोने से अखरोट में मौजूद पोषक तत्वों का अवशोषण आसान हो सकता है. भिगोने से फाइटिक एसिड के लेवल को कम कर बाउंड मिनरल्स को हटाने में मदद मिल सकती है, जिससे पाचन तंत्र में अवशोषण के लिए अधिक एंजाइम उपलब्ध हो जाते हैं. यह विशेष रूप से पोषक तत्वों की कमी वाले लोगों या पौधे-आधारित आहार का पालन करने वालों के लिए फायदेमंद हो सकता है. क्योंकि नट्स आयरन, कैल्शियम और जिंक जैसे आवश्यक मिनरल्स का एक अच्छा स्रोत हैं.

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प्रदूषित तत्वों को हटाना 

अखरोट को भिगोने से उसकी सतह पर मौजूद फफूंद, बैक्टीरिया और दूसरे प्रदूषित तत्व धुलकर बाहर निकल जाते हैं. एक्सट्रा नमक या सिरके वाले पानी में भिगोने से अखरोट को साफ करने में मदद मिलती है. कीटाणुरहित होने से फूड प्वाइजनिंग का खतरा कम हो जाता है. यह खास कर तब और ज्यादा जरूरी हो जाता है अगर अखरोट को ठीक से स्टोर नहीं किया गया हो या उसके ताजा होने के बारे में शक हो. हालांकि, भिगोने के लिए साफ, फिल्टर किए गए पानी का इस्तेमाल करना चाहिए और पहले से फफूंद युक्त या खराब अखरोट को छोड़ देना चाहिए.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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