प्रोस्टेट कैंसर से अल्जाइमर का खतरा क्यों बढ़ जाता है? अध्ययन में सामने आया कारण

Risk of Alzheimer's: एक अध्ययन के अनुसार, प्रोस्टेट कैंसर के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले स्टैंडर्ड हार्मोन थेरेपी ट्रीटमेंट से कैंसर से पीड़ित पुरुषों में अल्जाइमर रोग का खतरा बढ़ सकता है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
इस संबंध को समझने के लिए टीम ने अल्जाइमर रोग और कैंसर के साथ एक पशु मॉडल बनाया.

Prostate Cancer: एंड्रोजेन डेप्रिवेशन थेरेपी (ADT) का उपयोग प्रोस्टेट कैंसर के इलाज के लिए किया जाता है. यह टेस्टोस्टेरोन (सबसे आम एंड्रोजन) को कम करता है, जिसकी कैंसर को बढ़ने के लिए जरूरत होती है. हालांकि, जब थेरेपी के साथ एंड्रोजन - एमिलॉयड मेटाबोलिज्म का एक की-रेगुलेटर हटा दिया जाता है, तो ज्यादा एमिलॉयड प्लेक बनाने के लिए बच जाता है जो अल्जाइमर की पहचान है, अमेरिका में ऑगस्टा यूनिवर्सिटी में जॉर्जिया के मेडिकल कॉलेज के शोधकर्ताओं ने बताया.

एमसीजी में अल्जाइमर थेरेप्यूटिक डिस्कवरी प्रोग्राम के निदेशक किन वांग ने कहा, "हम जानते हैं कि प्रोस्टेट कैंसर भी 65 साल से ज्यादा उम्र के पुरुषों को काफी हद तक प्रभावित करता है, जो कि एक ऐसी आबादी है जो पहले से ही अपनी उम्र के कारण अल्जाइमर के हाई जोखिम में है" लेकिन ADT की भूमिका "काफी हद तक समझ में नहीं आई है", उन्होंने साइंस एडवांसेज पत्रिका में प्रकाशित शोधपत्र में कहा.

यह भी पढ़ें: चलते फिरते खा सकते हैं ये 7 लो कैलोरी वाले स्नैक्स, फैट नहीं बढ़ाना चाहते, तो जरूर करें ट्राई

कैसे किया गया अध्ययन?

इस संबंध को समझने के लिए टीम ने अल्जाइमर रोग और कैंसर के साथ एक पशु मॉडल बनाया. फिर टीम ने आठ हफ्ते तक ADT दिया, जबकि एंड्रोजन लेवल और ट्यूमर के आकार की निगरानी की और इम्यून मार्करों की तलाश के लिए ब्लड में बदलाव किया.

इसके बाद, टीम ने अन्य पशु मॉडल विकसित किए - एक तथाकथित वाइल्ड टाइप (अल्जाइमर या कैंसर के बिना), केवल अल्जाइमर वाला ग्रुप और केवल कैंसर वाला समूह जिसे ADT थेरेपी दी गई. जबकि आठ हफ्ते के अंत में "प्लाक लोड में कोई बड़ा अंतर" नहीं था, उन्होंने केवल कैंसर वाले समूहों और ADT के साथ इलाज किए गए ग्रुप की "ग्लिअल सेल्स (जो केंद्रीय तंत्रिका तंत्र का हिस्सा हैं) में अति सक्रियता पाई"

"वांग ने कहा कि इससे ब्रेल में सूजन का संकेत मिलता है"

इसके अलावा, उन्होंने प्रो-इंफ्लेमेटरी साइटोकिन्स में वृद्धि पाई - छोटे प्रोटीन जो सूजन को ट्रिगर करते हैं. यह खासतौर से अल्जाइमर और कैंसर से पीड़ित जानवरों में कम हुआ, जिन्हें ADT दिया गया. बड़ी बात यह है कि जानवरों के ब्लड ब्रेन बैरियर में डैमेज देखा गया. "ADT ट्रीटमेंट वास्तव में ब्लड ब्रेन बैरियर को ज्यादा पारगम्य बना रहा है. इससे यह स्पष्ट होता है कि उस ग्रुप में इतनी ज्यादा सूजन क्यों है," वांग ने कहा.

Advertisement

यह भी पढ़ें: सुबह खा लीजिए बस ये 2 फल, शरीर में तेजी से बढ़ता जाएगा विटामिन बी12, नहीं लेना पड़ेगा सप्लीमेंट

मल्टीपल स्केलेरोसिस और क्रोहन रोग के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवा - ADT और नेटलिज़ुमैब के कॉम्बिनेशन का उपयोग करते हुए टीम ने कैंसर से पीड़ित चूहों और अल्जाइमर और कैंसर से पीड़ित चूहों का भी इलाज किया.

Advertisement

उपचार ने न केवल घुसपैठ को कम किया, बल्कि बाद में ब्लड ब्रेन बैरियर की इंटीग्रिटी में सुधार किया. प्रो-इंफ्लेमेटरी चक्र भी कम हो गया, जबकि कॉग्नेटिव फंक्शंस में सुधार हुआ.

प्रोस्टेट कैंसर के लिए ADT से गुजरने वाले रोगियों में क्लिनिकल ट्रायल का आह्वान करते हुए वांग ने कहा, "अब हम जानते हैं कि यह केवल एमिलॉयड प्लैंक के बारे में नहीं है."

Advertisement

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

Featured Video Of The Day
PM Modi में वैश्विक शांतिदूत बनने के सभी गुण: Former Norwegian minister Erik Solheim