सुबह ऑफिस, कॉलेज जाने या या घर के काम निपटाने की आपाधापी और शाम को घर जाने की जल्दबाजी में अक्सर हमारी रातों की नींद प्रभावित हो जाती है. क्योंकि, काम का दबाव ही कुछ ऐसा होता है कि हम ठीक से नींद नहीं ले पाते हैं. काम के बोझ की वजह से मानसिक तनाव इतना होता है कि नींद अगर आती भी है तो कुछ देर में आंख खुल जाती है. फिर रात भर नींद के इंतजार में सुबह हो जाती है. इस तरह की समस्या से आप भी शायद जूझ रहे होंगे. हालांकि, लोग आरामदायक नींद पाने के लिए न जाने कितनी ही नई तरकीब अपनाते हैं, लेकिन क्या आपको ग्रीन नॉइज या व्हाइट नॉइज के बीच का अंतर मालूम है? इन दोनों में बेहतर कौन सा है. चलिए इसे विस्तार से समझते हैं.
यह भी पढ़ें: हफ्ते में 3 दिन चेहरे पर मलें ये चीज, डेड स्किन सेल्स हटाएगा ये कारगर घरेलू नुस्खा, मिलेगी नई चमकदार जवां त्वचा
क्या होती है ग्रीन नॉइज?
ग्रीन नॉइज से तात्पर्य यह है कि इसमें ऐसा शोर होना, जो आपके दिमाग को शांति दे. शरीर शांति महसूस करे. जैसे की जंगल में पानी पीते जानवरों की हल्की-हल्की आवाज, सुबह की चलने वाली हवाओं के बीच का शोर. इसे अच्छी नींद के लिए ग्रीन नॉइज कहा जाता है. इंसान को अच्छी नींद दिलाने के लिए यह ग्रीन नॉइज काफी कारगर साबित होती है.
क्या होती है व्हाइट नॉइज?
व्हाइट नॉइज के बारे में आप जानते हीं होंगे, क्योंकि यह ऐसा शोर है जो अक्सर आप अपने घरों में महसूस करते हैं. जैसे पंखे का शोर, कूलर का शोर, फ्रिज का शोर, बालकनी में तेज हवाओं के बीच दरवाजे का शोर.
यह भी पढ़ें: पेट के लिए कौन सा योग सबसे सही होता है? जानिए 5 बेहतरीन योग आसनों के बारे में
सोने के लिए कौन सी नॉइज अच्छी है?
अब सवाल यह है कि ग्रीन नॉइज और व्हाइट नॉइज में से अच्छी नींद के लिए बेहतर विकल्प कौन सा है. एक्सपर्ट मानते हैं कि ग्रीन नॉइज नींद के लिए काफी बेहतर है. इसका उपयोग आप अपनी फोकस क्षमता को बढ़ाने के लिए कर सकते हैं.
वहीं व्हाइट नॉइज में सभी फ्रीक्वेंसी में बराबर ऊर्जा होती है.
हालांकि, यह आप पर है कि आपको कौन सी नींद अच्छी लगती है कि किसी को शांत वातावरण जैसे ग्रीन नॉइज वाली नींद अच्छी लग सकती है और किसी को कठोर ध्वनि वाली व्हाइट नॉइज पसंद आ सकती है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)