वजन कम करने वाली टिरजेपेटाइड दवा का सेवन इन लोगों के लिए है वरदान, तीन साल तक घट सकता है वेट

नई रिसर्च के अनुसार, अगर मोटापा या अधिक वजन से परेशान लेकिन डायबिटीज से मुक्त वयस्क लोग हफ्ते में एक बार टिरजेपेटाइड नामक दवा लेते हैं, तो उन्हें कम से कम 3 साल तक लगातार और असरदार वजन घटाने में मदद मिल सकती है.

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नई रिसर्च के अनुसार, अगर मोटापा या अधिक वजन से परेशान लेकिन डायबिटीज से मुक्त वयस्क लोग हफ्ते में एक बार टिरजेपेटाइड नामक दवा लेते हैं, तो उन्हें कम से कम 3 साल तक लगातार और असरदार वजन घटाने में मदद मिल सकती है. यह अध्ययन स्पेन के मलागा शहर में हुए यूरोपियन कांग्रेस ऑन ओबेसिटी (ईसीओ) में पेश किया गया. रिसर्च में यह भी सामने आया कि महिलाएं और वे लोग जिनके पास मोटापे से जुड़ी दूसरी बीमारियां नहीं थीं, उन्हें इस दवा से अधिक फायदा मिला. यह रिसर्च इटली की यूनिवर्सिटी ऑफ पादोवा के डॉ. लूका बुसेट्टो और दवा बनाने वाली कंपनी एली लिली एंड कंपनी ने मिलकर की. यह अध्ययन टिरजेपेटाइड पर पहले से चल रहे ट्रायल का ही अगला चरण है. यह दवा यूरोप और अमेरिका में मोटापे और टाइप 2 डायबिटीज के इलाज के लिए पहले से ही मंजूर है.

अध्ययन में यह भी बताया गया कि इस दवा से कोई नया साइड इफेक्ट नहीं मिला. अधिकतर लोगों को हल्का जी मिचलाना, दस्त या कब्ज जैसे सामान्य असर महसूस हुए. डॉ. बुसेट्टो ने कहा, “हमारी दीर्घकालीन रिसर्च से यह साफ हुआ कि यह दवा अधिकतर उम्र, वजन और मोटापे की अवधि जैसे कारकों से प्रभावित हुए बिना वजन घटाने में कारगर है.” उन्होंने यह भी जोड़ा कि सभी लोगों पर दवा का असर एक जैसा नहीं होता, लेकिन महिलाएं और वे लोग जिनके शरीर में मोटापे से जुड़ी कोई बीमारी नहीं थी, उन्हें यह दवा अधिक फायदा पहुंचाती है.

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टिरजेपेटाइड दवा हमारे शरीर में खाने के बाद बनने वाले दो प्राकृतिक हार्मोन जीएलपी-1 और जीआईपी की नकल करती है. ये हार्मोन इंसुलिन को सक्रिय करते हैं, भूख कम करते हैं और मस्तिष्क को पेट भरने का संकेत देते हैं. यह दवा पेट को धीरे खाली करती है, जिससे भूख देर से लगती है और व्यक्ति लंबे समय तक पेट भरा महसूस करता है.

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नवंबर 2023 में अमेरिका की ‘एफडीए' संस्था ने और जून 2024 में यूरोपीय यूनियन ने इस दवा को वज़न घटाने के इलाज के रूप में मंजूरी दी थी, खासकर उनके लिए जिन्हें हाई ब्लड प्रेशर, टाइप 2 डायबिटीज या हाई कोलेस्ट्रॉल जैसी समस्याएं थीं. रिसर्च टीम ने कहा कि इस अध्ययन से यह समझने में मदद मिलेगी कि टिरजेपेटाइड अलग-अलग लोगों और उनकी सेहत की स्थिति के अनुसार कैसे असर करता है. इससे भविष्य में हर व्यक्ति के लिए अलग और बेहतर इलाज की योजना बनाना आसान हो सकेगा.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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