कई बार हमें टॉयलेट सीट से यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन या यूटीआई होने की चिंता होती है, खासकर जब हम पब्लिक टॉयलेट का इस्तेमाल कर रहे हों. पब्लिक टॉयलेट कई बार काफी गंदे होते हैं, ऐसे में इंफेक्शन का डर होना लाजमी भी है. पुरुषों की तुलना में महिलाओं को यूटीआई से पीड़ित होने का अधिक खतरा हो सकता है.
यूटीआई से बचने के लिए इन बातों का रखें ख्याल- Keep These Things In Mind To Avoid UTI:
1. टायलेट से यूटीआई होने का जोखिम
टायलेट से संक्रमण तब होता है जब सार्वजनिक शौचालयों का ठीक से रखरखाव नहीं किया जाता है या फिर जब कोई व्यक्ति खुद को साफ करने के लिए टॉयलेट पेपर का इस्तेमाल करता है. संक्रमित व्यक्ति के पेशाब के संपर्क में आने से भी ये संक्रमण हो सकता है.
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2. टॉयलेट सीट पर पेशाब पड़ने से
अगर पेशाब करते वक्त टॉयलेट सीट पर उसकी बूंदे गिर जाती हैं और इसके तुरंत बाद टॉयलेट इस्तेमाल करने वाले व्यक्ति को यूरिन इंफेक्शन हो सकता है. यह तब हो सकता है जब आप योनि को दूषित हाथों से छूते हैं. यदि व्यक्ति की प्रतिरोधक क्षमता कम है तो यूटीआई होने की संभावना अधिक हो सकती है.
कैसे नुकसान पहुंचाता है यूटीआई -
इससे पाइलोनफ्राइटिस, सिस्टिटिस या मूत्रमार्ग का खतरा हो सकता है. इससे समय से पहले प्रसव हो सकता है. यह अप्रत्यक्ष रूप से भ्रूण को प्रभावित कर सकता है. यह तब हो सकता है जब निदान या उपचार न किया जाए. पुरुषों की तुलना में महिलाएं अधिक प्रभावित होती हैं.
कैसे करें बचाव- How To Prevent From UTI:
- पेशाब करने से पहले पब्लिक टॉयलेट सीट साफ करें.
- प्राइवेट पार्ट को आगे से साफ करें न कि पीछे से आगे की ओर.
- पेशाब के बाद हाथों को अच्छे से धोएं.
- शौचालय की सीट पर ठीक से बैठना चाहिए, ताकि पेशाब की छींटे न रहें.
- पेशाब करते हुए समय दें.
- अगर साफ-सफाई ठीक से रखी जाए तो व्यक्ति यूटीआई से हमेशा सुरक्षित रह सकता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.