Two Unheard Of Exercise Names: What Is Abduction And Adduction Workout? Its Advantages And Method Of Performance

Best Workouts: जिन वर्कआउट में आप अपने हाथ और पैर को मिडलाइन से दूर ले जाते हैं वो एब्डक्शन वर्कआउट होते हैं, जिन वर्कआउट्स में आप अपने हाथ और पैर को मिडलाइन के पास लाकर शुरुआत करते हैं उन्हें एडक्शन वर्कआउट कहते हैं.

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Workout Tips: कुछ खास किस्म के वर्कआउट आपके लिए फायदेमंद हो सकते हैं.

Best Workout Tips: अगर आप रेगुलर जिम जाते हैं या वर्कआउट वीडियोज को फॉलो करते हैं तो कुछ खास किस्म के वर्कआउट के नाम अक्सर सुनते होंगे. एब्डक्शन और एडक्शन वर्कआउट भी कुछ ऐसे ही टर्म्स हैं, जिनका उपयोग फिटनेस फ्रीक न सिर्फ लगातार करते हैं बल्कि उन्हें प्रैक्टिस भी करते हैं. दोनों ही तरह के वर्कआउट्स के बहुत से फायदे हैं. बस इन्हें करने का तरीका अलग है. इसे मोटे तौर पर आप ऐसे समझ सकते हैं कि जिस वर्कआउट में आप अपने हाथ और पैर को मिडलाइन से दूर ले जाते हैं वो एब्डक्शन वर्कआउट होते हैं, जिन वर्कआउट्स में आप अपने हाथ और पैर को मिडलाइन के पास लाकर शुरुआत करते हैं उन्हें एडक्शन वर्कआउट कहते हैं.

कैसे करें एब्डक्शन वर्कआउट? | How To Do Abduction Workout?

1) लेटरल रेज

डंबल उठाते हुए अपने हाथों को सीधा ऊपर की तरफ ले जाएं. इससे आपके हाथ आपके कंधों से दूर जाते हैं. ये वर्कआउट डेल्टॉइड मसल्स के लिए फायदेमंद होता है.

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2) स्टैंडिंग लेग लिफ्ट

सीधे खड़े होकर अपने पैरों को बाहर की तरफ किक करना. ये एक हिप एब्डक्टर वर्कआउट है जो आपके बैलेंस को भी मजबूत करता है.

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3) बेंट ऑवर लेग लिफ्ट

सामने की तरफ झुककर आपको पैरों को किक करना है. आप आगे पीछे या साइड में पैरों को किक कर सकते हैं.

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4) स्क्वाट्स विद एब्डक्शन

आपको स्क्वैट की पोजीशन लेनी है. फिर वापस खड़े होते हुए पैरों को बाहर की तरफ किक करना है. इस तरह आपके घुटने और हिप्स की मसल्स मजबूत होती हैं साथ ही एब्स भी टोन होती हैं.

एब्डक्शन वर्कआउट के फायदे | Benefits Of Abduction Workout

  • टारगेट वर्कआउट के लिए ये तरीका काफी फायदेमंद है.
  • एब्डक्शन वर्कआउट से मसल्स स्ट्रेंथ बढ़ती है.
  • शरीर का संतुलन बढ़ता है और स्टेबिलिटी में भी इजाफा होता है.
  • घुटने और कूल्हे के दर्द में आराम मिलता है.
  • शरीर का लचीलापन बढ़ता है. चोट लगने का रिस्क कम होता है.
  • जोड़ों का मूवमेंट स्मूद होता है साथ ही मसल्स में ब्लड फ्लो बेहतर होता है.

कैसे करें एडक्शन वर्कआउट? | How To Do Addiction Workout?

1) लंग्स

एक पैर को पीछे की तरफ ले जाएं. थोड़ा स्ट्रेच करें और शरीर को आगे की ओर ले जाते हुए दूसरे पैर की तरफ नीचे लाएं.

2) चेस्ट फ्लाई

दोनों हाथों में डंबल पकड़ें. हाथों को छाती तक लाएं. अब हाथों को बाहर की तरफ ले जाएं फिर वापस पुरानी पोजीशन पर ले आएं.

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3) साइड प्लैंक रेज

दाईं या बाईं तरफ से शुरुआत करते हुए प्लैंक पोजीशन लें, फिर पैर को ऊपर से नीचे की ओर ले जाएं.

एडक्शन वर्कआउट के फायदे | Benefits Of Addiction Workout

  • ये शरीर की बड़ी और छोटी मसल्स को मजबूत और टोन करने वाला वर्कआउट है जो शरीर की स्टेबिलिटी भी बढ़ाता है.
  • इससे शरीर के मूवमेंट्स पर आपका नियंत्रण और बेहतर होता है.
  • शरीर की स्ट्रेंथ बढ़ाने वाला ये वर्कआउट चोटों से उभरने में भी मददगार होता है. इसलिए इसे स्पोर्ट्सपर्सन का भी पसंदीदा माना जाता है.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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