श्रीलंका में शराब पीने से मौत के चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं. राष्ट्रीय तंबाकू एवं मद्य निषेध प्राधिकरण ने शुक्रवार को कहा कि श्रीलंका में शराब से संबंधित कारणों से हर साल लगभग 22,000 लोगों की मौत होती है. न्यूज एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, श्रीलंका में विश्व संयम दिवस के अवसर पर मीडिया से बात करते हुए, राष्ट्रीय तंबाकू एवं मद्य निषेध प्राधिकरण के अध्यक्ष डॉ. आनंद रत्नायका ने चेतावनी दी कि देश में शराब का सेवन एक गंभीर जन स्वास्थ्य खतरा बना हुआ है, जहां 21 प्रतिशत आबादी शराब का सेवन करती है. शराब के सेवन के खतरों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और स्वस्थ जीवनशैली को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से देश भर में कई कार्यक्रमों के साथ विश्व संयम दिवस मनाया जा रहा है. इस अवसर पर, शुक्रवार को श्रीलंका भर में सभी शराब की दुकानें बंद रहेंगी.
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एक अन्य मामले में हाल ही में दक्षिण कोरिया की सरकार ने एक आंकड़ा जारी किया, जिसके अनुसार इस साल की पहली छमाही में 7 हजार से ज्यादा लोगों ने आत्महत्या कर ली. सांख्यिकी कोरिया के आंकड़ों के अनुसार, जनवरी से जून के बीच कुल 7,067 लोगों ने आत्महत्या की, जो पिछले साल के इसी समय के 7,844 आंकड़े से थोड़ी कम है. इन आंकड़ों में 50 साल से अधिक उम्र के लोगों की हिस्सेदारी सबसे अधिक 22.4 प्रतिशत है, इसके बाद 40 साल (19 प्रतिशत), 60 साल (15.1 प्रतिशत), 30 साल (13.5 प्रतिशत), और 70 साल (9.8 प्रतिशत) के लोग शामिल हैं.
वहीं बाकी की संख्या अन्य आयु वर्गों से है. विशेषज्ञों का कहना है कि आत्महत्या को केवल एक व्यक्तिगत समस्या के रूप में नहीं, बल्कि एक व्यापक सामाजिक और संरचनात्मक समस्या के रूप में भी देखा जाना चाहिए और इसके लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य हस्तक्षेप की आवश्यकता है. आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (ओईसीडी) के सदस्य देशों में दक्षिण कोरिया में वर्तमान में आत्महत्या की दर सबसे अधिक है, जो 2024 में प्रति 100,000 लोगों पर 26.2 थी, जो ओईसीडी के औसत 10.8 से कहीं अधिक है.
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