H3N2 Influenza वायरस के लक्षण कोविड जैसे, डॉक्टर की सलाह बच्चे-बुजुर्ग सावधानी बरतें 

H3N2 इन्फ्लूएंजा में ज्यादातर मरीज बुखार, खांसी, सांस फूलना से पीड़ित है. एलएनजेपी अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉक्टर सुरेश कुमार ने डॉ. सुरेश ने बताया, "H3N2 इन्फ्लुएंजा ए वायरस का सबवैरिएंट है. इसके लक्षण वही हैं जो हम COVID में देखते हैं जैसे बुखार, खांसी और सांस फूलना."

विज्ञापन
Read Time: 24 mins
H3N2 Influenza वायरस के लक्षण कोविड जैसे, डॉक्टर की सलाह बच्चे-बुजुर्ग सावधानी बरतें 
नई दिल्ली:

H3N2 Influenza Virus: देश में H3N2 इन्फ्लूएंजा के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है. कोरोना वायरस के खतरों के बाद अब लोग सब वेरिएंट H3N2 के शिकार हो रहे हैं. हालांकि अभी तक लोक नायक जय प्रकाश नारायण (LNJP) अस्पताल से वायरस का एक भी मामला सामने नहीं आया है, लेकिन इस बीच कोरोना का खतरा भी बढ़ने लगा है. दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉक्टर सुरेश कुमार ने एएनआई को बताया, "एलएनजेपी अस्पताल में एक भी एच3एन2 मरीज नहीं है, लेकिन हाल ही में कोरोना के दो मरीज आए हैं जो अस्पताल में भर्ती हैं और उनका इलाज चल रहा है."

Boiled Eggs खाना सेहत के लिए है फायदेमंद, जानिए इससे शरीर को मिलने वाले 5 फायदों के बारे में

डॉ. सुरेश ने कहा, "H3N2 इन्फ्लुएंजा ए वायरस का सबवैरिएंट है. वर्तमान में, हमारे पास इस वायरस के साथ कोई भी इनडोर रोगी नहीं है. इसके लक्षण वही हैं जो हम COVID में देखते हैं जैसे बुखार, खांसी और सांस फूलना."

Advertisement

उन्होंने कहा, "H3N2 वायरस अधिकांश रोगियों में बुखार, खांसी और सांस फूलने का कारण बनता है, जो एक से दो सप्ताह तक रहता है. इसके विपरीत, यदि आप COVID वायरस के मामलों को देखते हैं, तो इन मामलों में बुखार, खांसी और सांस फूलना होता है और तीन से पांच दिनों तक बना रहता है." 

Advertisement

डॉ सुरेश ने कहा, "कोविड रोगी तेजी से ठीक हो जाते हैं क्योंकि भारत सरकार के मजबूत टीकाकरण कार्यक्रम द्वारा अधिकांश भारतीय आबादी पहले से ही टीका लगा चुकी है. हमें पिछले महीने कोई भी कोविड-संबंधी रोगी नहीं दिखाई दे रहे हैं, लेकिन बढ़ती सकारात्मकता के कारण, हमारे पास केवल एक ही मां और बच्चे को दो दिन पहले भर्ती कराया गया था और ये दोनों मरीज भी ठीक होने वाले हैं."

Advertisement

World Oral Health Day: आज है वर्ल्ड ओरल हेल्थ डे, जानें इस दिन का इतिहास और महत्व

डॉक्टर ने कहा, "हमारे पास पहले से ही 450 बेड और एच3एन2 के लिए 20 बेड हैं. इसमें आईसीयू बेड और वेंटिलेटर बेड शामिल हैं. हमारे पास सभी बुनियादी ढांचे हैं क्योंकि यह राष्ट्रीय राजधानी में सबसे बड़ी कोविड सुविधा है. इसलिए अभी पैनिक होने की जरूरत नहीं है." 

Advertisement

डॉ सरेशन ने बताया, "हमारे पास दवा का पर्याप्त भंडार है जिसका इस्तेमाल H3N2 के उपचार के लिए किया जाता है. यही नहीं हमने अपने डॉक्टर के कर्मचारियों, नर्सों और सभी तकनीकी कर्मचारियों को इस वायरस के लिए प्रशिक्षित किया है. हमने ICMR और भारत सरकार के दिशानिर्देशों को भी प्रसारित किया है कि कैसे अगर कोई मामला सामने आता है तो इस वायरस से निपटें."

Blood Pressure Diet: हाई ब्लड प्रेशर को आसानी से कंट्रोल करने के लिए गर्मियों में क्या खाना चाहिए? ये 7 फूड्स हैं सबसे बेस्ट

उन्होंने कहा, "यह वायरस मुख्य रूप से उन रोगियों को संक्रमित करता है जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम है, जिनमें बुजुर्ग लोग और बच्चे शामिल हैं, क्योंकि उनकी प्रतिरोधक क्षमता से समझौता किया जाता है और उनमें संक्रमण की संभावना बहुत अधिक होती है. हमने इस एच3एन2 वायरस के लिए आरटी पीसीआर परीक्षण भी शुरू कर दिया है."

Featured Video Of The Day
Maharashtra Cabinet Portfolio: Fadnavis-Shinde को 3-3 मंत्रालय, क्या है सरकार की रणनीती?
Topics mentioned in this article