क्या तनाव बड़ी आंत के कैंसर में नुकसानदायक हो सकता है? शोध में हुआ चौंकाने वाला खुलासा

Stress And Colorectal Cancer: चीनी शोधकर्ताओं की एक टीम ने दिखाया कि लंबे समय तक रहने वाला तनाव आंत के माइक्रोबायोटा के संतुलन को बाधित करता है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
S

Stress And Colorectal Cancer: आज के समय में तनाव की समस्या काफी देखी जाती है. लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि तनाव कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है. इतना ही नहीं तनाव कोलोरेक्टल कैंसर यानी बड़ी आंत के कैंसर में ज्यादा नुकसान पहुंचा सकता है. एक शोध में यह बात सामने आई है. चीनी शोधकर्ताओं की एक टीम ने दिखाया कि लंबे समय तक रहने वाला तनाव आंत के माइक्रोबायोटा के संतुलन को बाधित करता है, जो फिर बड़ी आंत के कैंसर को तेजी से बढ़ाता है. वैज्ञानिकों ने शोध में पता लगाया कि कुछ खराब बैक्टीरिया से तनाव संबंधी कुछ बीमारियां हो सकती हैं. इसके साथ ही शोधकर्ताओं ने एक विशेष प्रकार के बैक्टीरिया की पहचान की, जिससे इसका इलाज किया जा सकता है.

चीन की सिचुआन यूनिवर्सिटी की वेस्ट चाइना हॉस्पिटल की टीम ने आंत के माइक्रोबायोटा को खत्म करने के लिए वैनकॉमाइसिन, एम्पीसिलीन, नियोमाइसिन और मेट्रोनिडाजोल के कॉकटेल एंटीबायोटिक का इस्तेमाल किया. इसके बाद मल के माइक्रोबायोटा का प्रत्यारोपण किया गया ताकि पता लगाया जा सके कि बड़ी आंत के कैंसर की प्रगति को तेज करने में तनाव की भूमिका के लिए आंत का माइक्रोबायोटा आवश्यक है या नहीं. परिणामों से पता चला कि लंबे समय तक चले तनाव के कारण न सिर्फ ट्यूमर का आकार तेजी से बढ़ा, बल्कि इसने आंत के लाभकारी बैक्टीरिया - विशेष रूप से लैक्टोबैसिलस जीनस- को भी कम कर दिया.

ये भी पढ़ें- चाय कॉफी ही नहीं रात को सोने से पहले नहीं करना चाहिए इन चीजों का सेवन

Photo Credit: iStock

विश्वविद्यालय के प्रमुख शोधकर्ता डॉ. किंग ली ने कहा, "तनाव से संबंधित बड़ी आंत के कैंसर की प्रगति को लाभकारी आंत के बैक्टीरिया में कमी के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है, क्योंकि यह कैंसर के खिलाफ शरीर की प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को कमजोर करता है.''

Advertisement

ली ने कहा,"मल विश्लेषण के माध्यम से हमने पाया कि लैक्टोबैसिलस प्लांटारम विशेष रूप से पित्त एसिड मेटाबोलिज्म को कंट्रोल करता है. इसके साथ ही 'सीडी8 प्लस टी' कोशिकाओं की कार्यक्षमता में सुधार करता है. यह दर्शाता है कि लैक्टोबेसिलस कैसे ट्यूमर के खिलाफ प्रतिरक्षा को बढ़ा सकता है. शोध से पता चला कि लैक्टोबैसिलस आधारित चिकित्सा पद्धति से मरीजों, विशेषकर दीर्घकालिक तनाव से प्रभावित मरीजों के उपचार में काफी संभावनाएं हैं. ली ने आगे कहा, ''आंत में लैक्टोबैसिलस जैसे लाभकारी बैक्टीरिया को बहाल करने से बड़ी आंत के कैंसर के खिलाफ शरीर की प्राकृतिक सुरक्षा मजबूत हो सकती है.''

Advertisement

यह अध्ययन ऑस्ट्रिया के विएना में यूनाइटेड यूरोपियन गैस्ट्रोएंटरोलॉजी वीक 2024 में प्रस्तुत किया गया.

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

Advertisement
Featured Video Of The Day
Baharich Violence: दंगाइयों से निपटने के लिए सड़क पर पिस्टल लेकर उतरे ADG लॉ एंड ऑर्डर Amitabh Yash