7 से घंटे से कम सोने से होते हैं शरीर को ये 12 नुकसान, क्या आप लेते हैं पूरी नींद? जान जाएंगे तो आज से ही 9 बजे सोने लगेंगे

अच्छी मात्रा में नींद लेना पूरी बॉडी और ऑलओवर हेल्थ के लिए जरूरी है. नींद मरम्मत करने और एनर्जेटिक होने के लिए नींद जरूरी है. यहां जानिए कि कम नींद लेने से क्या होता है.

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नींद की कमी से भूख बढ़ाने वाले हार्मोन का संतुलन बिगड़ जाता है, जिससे भूख बढ़ जाती है.

जबकि व्यक्तिगत नींद की ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं. औसतन ज्यादातर एडल्ट्स को प्रति रात लगभग 7-9 घंटे की नींद की जरूरत होती है. अच्छी और पर्याप्त नींद शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी हैं. रेगुलर पूरी नींद न लेने से कई नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं. लगातार नींद की कमी से ऑलओवर हेल्थ को कई नुकसान हो सकते हैं. हम खराब नींद के कई नकारात्मक प्रभावों को शेयर कर रहे हैं.

कम नींद लेने के होने वाले 12 साइडइफेक्ट्स | 12 side effects of less sleep

1. कॉग्नेटिव डिक्लाइन

नींद की कमी से याददाश्त, ध्यान और निर्णय लेने की क्षमता प्रभावित होती है. इससे ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई हो सकती है, प्रोडक्टिविटी कम हो सकती है.

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2. दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ना

नींद की कमी कॉर्डिनेशन और रिएक्शन समय को खराब करती है, जिससे गाड़ी चलाते समय, मशीनरी चलाते समय या अन्य संभावित खतरनाक कार्य करते समय दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है.

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3. कमजोर इम्यूनिटी

नींद की लगातार कमी से इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है, जिससे व्यक्ति सामान्य सर्दी या फ्लू जैसे संक्रमणों को लेकर ज्यादा सेंसिटिव हो जाता है.

4. मूड बदलना

नींद की कमी से चिड़चिड़ापन, मूड में बदलाव, चिंता बढ़ सकती है और अवसाद और चिंता जैसे मेंटल हेल्थ डिसऑर्डर का खतरा बढ़ सकता है.

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5. वजन बढ़ना और मोटापा

नींद की कमी भूख हार्मोन के संतुलन को बिगाड़ सकती है, जिससे भूख बढ़ सकती है और अनहेल्दी खाने की क्रेविंग होती है. इससे समय के साथ वजन बढ़ सकता है और मोटापा बढ़ सकता है.

6. पुरानी बीमारियों का खतरा बढ़ जाना

अपर्याप्त नींद को हार्ट रिलेटेड बीमारियों, डायबिटीज और कुछ प्रकार के कैंसर जैसी पुरानी कंडिशन के विकसित होने के बढ़ते जोखिम से जोड़ा गया है.

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7. बिगड़ा हुआ ग्लूकोज मेटाबॉलिज्म

नींद की कमी शरीर की ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने की क्षमता को नकारात्मक रूप से प्रभावित करती है, जिससे इंसुलिन रेजिस्टेंस और डायबिटीज विकसित होने का खतरा बढ़ जाता है.

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8. हार्मोनल असंतुलन

नींद की कमी भूख नियंत्रण, स्ट्रेस रिएक्शन और यौन स्वास्थ्य सहित कई हार्मोनों के सामान्य रेगुलेशन को रिस्ट्रिक्ट करती है.

9. सूजन का बढ़ना

नींद की लगातार कमी से शरीर में एक सूजन हो सकती है, जो हार्ट डिजीज, डायबिटीज और ऑटोइम्यून डिसऑर्डर सहित कई हेल्थ कंडिशन से जुड़ी हुई है.

10. कामेच्छा और यौन रोग में कमी

नींद की कमी से सेक्स ड्राइव में कमी, हार्मोनल इनबैलेंस, पुरुषों में स्तंभन दोष और महिलाओं में संभोग सुख प्राप्त करने में कठिनाई हो सकती है.

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11. स्किन हेल्थ खराब हो सकती है

नींद की कमी बॉडी स्किन की मरम्मत करने की क्षमता को प्रभावित करती है, जिससे सुस्ती, ड्राईनेस, झुर्रियां और मुंहासे और एक्जिमा जैसी त्वचा की समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है.

12. दुर्घटनाओं और चोटों का खतरा बढ़ना

नींद की कमी कॉर्डिनेशन, सतर्कता और सजगता को खराब करती है, जिससे घर ऑफिश या मनोरंजक एक्टिविटीज के दौरान दुर्घटनाओं और चोटों का खतरा काफी बढ़ जाता है.

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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