क्या आप भी कुर्सी पर घंटों बैठते हैं, तो जान लें इससे होने वाली बीमारियां और बचाव के उपाय

Sitting Risks: लंबे समय तक कुर्सी पर बैठे रहना, सेहत के लिए हानिकारक है. यह कई बीमारियों को दावत देने जैसा है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
Sitting Risks: देर तक कुर्सी में बैठने से होने वाले नुकसान.

Sitting Risks In Hindi: आज के इस डिजिटल युग में हर पेशे के लोग ज्यादा समय कुर्सी पर बैठकर गुजारते हैं. यह उनका शौक नहीं, मजबूरी है. आप चाहे घर से काम करें या ऑफिस से, आपको सात से आठ घंटे कुर्सी पर हर हाल में बैठना है. लंबे समय तक कुर्सी पर बैठे रहना, सेहत के लिए हानिकारक है. यह कई बीमारियों को दावत देने जैसा है.  आइए जानते हैं कि अगर आप भी लंबे समय तक कुर्सी पर बैठकर काम करते हैं तो कौन सी बीमारियां आपको चपेट में ले सकती हैं और ऐसे कौन से उपाय हैं, जिससे आप अपने स्वास्थ्य को बेहतर रख सकते हैं.

ज्यादा देर तक कुर्सी में बैठने से होने वाली समस्याएं-

1. गर्दन में दर्द-

लंबे समय तक कुर्सी पर बैठने से पीठ और गर्दन में दर्द की समस्या हो सकती है. लंबे समय तक बैठे रहने से रीढ़ की हड्डी पर दबाव पड़ सकता है.

2, कंधों में जकड़न-

लंबे समय तक कुर्सी में बैठने के चलते कंधों में जकड़न की शिकायत रहती है. जो एक समय बाद परमानेंट परेशानी बन जाती है.

Advertisement

3. मोटापा-

लंबे समय तक बैठे रहने से इंसान के शरीर की कैलोरी बर्न नहीं होती है. इसके चलते वजन बढ़ने की संभावना बनी रहती है.

Advertisement

4. तनाव-

लंबे समय तक कुर्सी पर बैठने से मानसिक तनाव की समस्या पैदा होती है. कई बार ऐसा होता है कि ऑफिस से काम के बीच ब्रेक नहीं ले पाते हैं. इसके चलते आपके स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ता है. आप थके-थके महसूस करते हैं.

Advertisement

ये भी पढ़ें- क्या आपको पता है कि 1 महीने तक हर रोज खीरे का सलाद खाने से क्या होगा?

Advertisement

कैसे करें बचाव-

1. ब्रेक लें-

इंसान को काम के दौरान, हर आधे घंटे में 5 से 10 मिनट के लिए ब्रेक लेना चाहिए. ऐसा करने से थकान कम होगी और शरीर में रक्त का संचार नियमित रूप से बना रहेगा.

2. सही कुर्सी चनें-

आप नौकरी पेशे वाले हैं, और आपको सात से आठ घंटा कुर्सी पर बैठना ही है. तो बेहतर होगा, आप एक बेहतर कुर्सी का चुनाव करें. ताकि आपका बैक पोर्सन सही से कुर्सी पर टिका रहे. इसके अलावा इस बात का भी ध्यान रखें कि कुर्सी ज्यादा ऊंची न हो. आपके पैरों के तलवे जमीन पर हों.

3. खान-पान-

समय-समय पर पानी का सेवन करते रहें. यह न केवल आपके मेटाबॉलिज्म को बेहतर रखता है, बल्कि शरीर को ताजगी भी देता है. साथ ही घर से पोषण युक्त भोजन लेकर आएं. समय-समय पर सेवन करते रहें.

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

Featured Video Of The Day
Child Marriage Free India: बाल विवाह को को लेकर बातचीत और बहस जरूरी: Gul Panag