ब्रेन ट्यूमर के संकेत जिन्हें लोग अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं, जान लें लक्षण तो इलाज है संभव

डॉ अजय चौधरी ने कहा कि अगर दूसरी जगह के कैंसर ब्रेन तक पहुंच गए हैं, जैसे लंग कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर और किडनी के कैंसर बढ़कर ब्रेन तक फैल गए हैं तो उसमें ब्रेन कैंसर वाले ही लक्षण नजर आते हैं .

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ब्रेन ट्यूमर और ब्रेन कैंसर के लक्षण.

Symptoms of brain Tumor : भारत में ब्रेन ट्यूमर के मामले बढ़ रहे हैं. ग्लोबल कैंसर ऑब्जर्वेटरी 2022 की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में सभी ट्यूमर में ब्रेन ट्यूमर 14वें स्थान पर है, और इसके मामलों में बढ़ोतरी होने का अनुमान है. इसके लक्षणों के बारे में जानकारी न हो पाने की वजह से कई बार समय पर इसका इलाज नहीं हो पाता और ये एडवांस स्टेज में पहुंच जाते हैं. इसलिए इसके लक्षणों के बारे में जानने के लिए NDTV ने बात कि डॉ अजय चौधरी (Ajay Chaudhary) से, चलिए जानते हैं, उन्होंने क्या जानकारी दी.

ब्रेन ट्यूमर के लक्षण (Symptoms of brain tumor)

डॉ अजय चौधरी ने कहा कि अगर दूसरी जगह के कैंसर ब्रेन तक पहुंच गए हैं, जैसे लंग कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर और किडनी के कैंसर बढ़कर ब्रेन तक फैल गए हैं तो उसमें ब्रेन कैंसर वाले ही लक्षण नजर आते हैं जैसे हेडेक होना सीजर्स यानी दौरे पड़ना. ब्रेन कैंसर में सीजर्स बहुत कॉमन है, इसमें मरीज को मिर्गी जैसा दौरा पड़ता है.

अगर मरीज को लंग कैंसर है और उसे दौरा पड़ गया तो तुरंत ही MRI करना चाहिए. ताकि चेक करने के बाद तुरंत ट्रीटमेंट शुरू किया जा सके. क्योंकि अगर मान लीजिए राइट साइड में मेटास्टेसिस (कैंसर सेल्स का शरीर में एक जगह से दूसरी जगह पर फैलना) हुआ या सेकेंडरी ट्यूमर बने तो मरीज को शरीर के लेफ्ट साइड में कमजोरी महसूस होगी. यहां तक कि लेट स्टेज में पहुंचने पर पैरालिसिस भी हो सकता है.

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 उन्होंने बताया कि उसके अलावा हेडेक के साथ उल्टी होना, नजर धुंधली हो जाना, बोलने में परेशानी, या कमजोरी जैसे लक्षण भी नजर आते हैं. ब्रेन कैंसर के ट्यूमर की लोकेशन और साइज के मुताबिक ये लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं. जैसे हमारा विजन का एरिया ऑक्सिपिटल लोब में होता है, तो अगर सेकेंडरी ट्यूमर ऑक्सिपिटल लोब में है तो नजर से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं.

डॉ अजय ने कहा कि ट्यूमर की वजह से होने वाले हेडेक की बात करें तो इसमें आगे झुकने पर दर्द बढ़ जाता है, खांसने छींकने से भी दर्द बढ़ता है और अर्ली मॉर्निंग हेडेक बहुत ज्यादा होता है. लगभग रात के 2-3 बजे या अर्ली मॉर्निंग जब उठते हैं तो मरीज को बहुत तेज दर्द होता है और वोमिटिंग हो जाती है. वोमिटिंग होने के बाद रिलीफ महसूस होता है तो समझिए कि ये अच्छा संकेत नहीं है. ऐसे में तुरंत न्यूरोलॉजिस्ट या न्यूरोसर्जन से संपर्क करना चाहिए.

Watch Video: कैंसर क्यों होता है? कैसे ठीक होगा? कितने समय में पूरी तरह स्वस्थ हो सकते हैं?

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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