लंग्स पावर बढ़ाने, कमर दर्द से राहत पाने और पाचन शक्ति बढ़ाने के लिए कारगर है शलभासन

Shalabhasana Benefits: शलभासन से पाचन को सहायता मिलती है. यह आसन फेफड़ों की कार्यक्षमता को बढ़ाने में भी मदद करता है. पीठ के निचले हिस्‍से में ज्यादा दर्द होने पर इसे सावधानी के साथ करना चाहिए. यहां जानें इसके फायदे और अभ्यास करने का तरीका.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
Shalabhasana Benefits: यह आसन फेफड़ों की कार्यक्षमता को बढ़ाने में भी मदद करता है.

Shalabhasana Benefits: स्‍वस्‍थ शरीर में स्‍वस्‍थ मन का विकास होता है. ऐसे में शरीर को स्‍वस्‍थ रखना जरूरी है. शलभासन एक ऐसा आसन है जो शरीर और मन दोनों को कई लाभ प्रदान करता है. यह साइटिका और पीठ के निचले हिस्से के दर्द को कम करने, जांघों और नितंबों में एक्स्ट्रा चर्बी को कम करने और फेफड़ों की कार्यक्षमता के साथ-साथ पाचन शक्ति को बढ़ाने में मदद करता है, जिससे ऑलओवर हेल्थ और लाइफ पावर में बढ़ोत्तरी होती है. शलभासन से उदर के अंगों को भी लाभ पहुंचता है और पाचन को सहायता मिलती है. इसके अलावा, यह आसन फेफड़ों की कार्यक्षमता को बढ़ाने में भी मदद करता है. पीठ के निचले हिस्‍से में ज्यादा दर्द होने पर इसे सावधानी के साथ करना चाहिए.

यह भी पढ़ें: पेट साफ रखने और कब्ज से राहत पाने के लिए खीरा खाने के 3 बेस्ट तरीके, ब्लोटिंग, गैस नहीं करेगी परेशान

कैसे करें शलभासन? (How To Do Shalabhasana?)

शलभासन को करने के लिए सबसे पहले पेट के बल जमीन पर लेट जाएं. अपने हाथों को आगे की ओर फैला दें, हथेलियां ऊपर की ओर और पैर सीधे हों. माथा या ठुड्डी जमीन को छू रही हो. गहरी सांस लें और शरीर को स्थिर करें. सांस छोड़ते हुए दोनों पैरों को एक साथ धीरे-धीरे ऊपर उठाएं. पैरों को सीधा रखें और घुटनों को न मोड़ें. इसके साथ ही हाथों को भी ऊपर की ओर उठाना है. यह कुछ सुपरमैन पोज जैसा है.

Advertisement

इस स्थिति में 10-30 सेकेंड तक रुकें, सामान्य रूप से सांस लेते रहें. इसके बाद में धीरे-धीरे पैरों और छाती को जमीन पर लाएं और आराम करें.

Advertisement

शलभ आसन से लाभ: पीठ की मांसपेशियों को मजबूत करता है. रीढ़ की हड्डी को फ्लेक्सिबल बनाता है. पाचन तंत्र और किडनी पर प्रभाव डालता है. तनाव और थकान को कम करता है.

Advertisement

यह भी पढ़ें: रात को दूध में उबालकर पिएं ये 3 चीजें, नींद आएगी अच्छी, अगली सुबह पूरा पेट होगा साफ

Advertisement

इस आसन को करने के दौरान कुछ सावधानियां भी बरतनी जरूरी है. गर्भावस्था, हर्निया या पीठ/गर्दन की चोट वाले लोग इसे न करें. हाई ब्लड प्रेशर या हार्ट डिजीज इसे योगा एक्सपर्ट की सलाह पर ही करें. आसन को धीरे-धीरे और शरीर की क्षमता के अनुसार करें. अगर आपको इसे करने में कठिनाई हो, तो शुरुआत में एक पैर को उठाकर अभ्यास करें.

Watch Video: वजन कम करने का सही तरीका, उम्र के हिसाब से कितना होना चाहिए, डॉक्टर से जानें

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

Featured Video Of The Day
RCB Victory Parade Stampede Big Breaking: बेंगलुरु भगदड़ मामले में RCB समेत 3 के खिलाफ FIR