वैज्ञानिकों ने बढ़ती उम्र में होने वाले अंधेपन का ढूंढा उपचार, चूहों पर शोध कर मिले सफल इलाज के संकेत

नियोवैस्कुलर एज-रिलेटेड मैक्युलर डिजनरेशन (एएमडी) अंधेपन का एक प्रमुख कारण है. अमेरिकी वैज्ञानिकों ने इसको लेकर एक संभावित एंटीबॉडी ट्रीटमेंट विकसित किया है.

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अमेरिकी वैज्ञानिकों ने एक संभावित एंटीबॉडी ट्रीटमेंट विकसित किया है.

मैक्युलर डिजनरेशन आंख का एक रोग है जिसमें मैक्युला की सामान्य संरचना प्रभावित होती है. ज्यादा उम्र, डायबिटीज, मोटापा और कई अन्य पुरानी मेटाबॉलिक संबंधी बीमारियों के कारण बहुत ज्यादा वैस्कुलर वृद्धि होती है और इससे मैक्युला को नुकसान होता है, जो आंख का वह हिस्सा है जो प्रकाश को छवि संकेतों में परिवर्तित करता है. मेडिकल कॉलेज ऑफ जॉर्जिया (एमसीजी) की टीम ने कहा, "आमतौर पर एंटी-वीईजीएफ थेरेपी वैस्कुलर एंडोथेलियल वृद्धि कारक को अवरुद्ध करती है और बहुत ज्यादा ब्लड वेसल्स बढ़ने को रोकती है. हालांकि यह केवल लगभग एक तिहाई रोगियों के लिए ही कामयाब होती है."

उन्होंने पाया कि इसका कारण "फाइब्रोब्लास्ट कोशिकाएं" हैं:

जर्नल साइंस ट्रांसलेशनल मेडिसिन के अध्ययन में अनुसार, "इन फाइब्रोब्लास्ट कोशिकाओं द्वारा पैदा हुआ कोलेजन और कई अन्य प्रोटीन वैस्कुलर कोशिकाओं के बाहर जमा हो जाते हैं और अंततः आंखों में फाइब्रोसिस या घाव का कारण बनते हैं." एमसीजी के वैस्कुलर बायोलॉजी सेंटर में वैस्कुलर इंफ्लेमेशन प्रोग्राम के निदेशक युकिंग हुओ ने कहा, "इस अध्ययन में पहली बार हमने दिखाया है कि कई फाइब्रोब्लास्ट कोशिकाएं वास्तव में इन एंडोथेलियल कोशिकाओं द्वारा बनती हैं."

ऐसा होने से रोकने के लिए टीम ने रिसेप्टर 2ए (एडोरा2ए) को टारगेट किया. हालांकि सूजन को कंट्रोल करने में बड़ी मायोकार्डियल ऑक्सीजन की खपत और एक्स्ट्रा एडेनोसिन में कोरोनरी ब्लड फ्लो बहुत ज्यादा ब्लड वेसल्स वृद्धि का कारण बन सकता है.

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अमेरिकी वैज्ञानिकों ने इस शोध के लिए उन चूहों का इस्‍तेमाल किया जिनकी आंखों के पिछले हिस्से में फाइब्रोसिस विकसित हुआ था. चूहों को 'एडोरा2ए' दिया गया, जो रिसेप्टर से जुड़ जाता है और उसके कार्य को अवरुद्ध कर देता है. टीम ने कहा कि बाद में चूहों की आंखों में फाइब्रोसिस में कमी देखी गई.

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हुओ ने कहा, "एक एंटीबॉडी वास्तव में एएमडी के शुरुआती स्टेज में बहुत ज्यादा ब्लड वेसल्स वृद्धि और एएमडी के अंतिम चरण में फाइब्रोसिस दोनों को रोक सकती है. हमारे निष्कर्षों से संकेत मिलता है कि 'एडोरा2ए' को अवरुद्ध करने से निश्चित रूप से इस बीमारी के कई स्टेज को टारगेट किया जा सकता है जो वर्तमान उपचारों की तुलना में कहीं ज्यादा कुशल हो सकता है."

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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