होंठ की चोट और इंफेक्शन के इलाज के लिए वैज्ञानिकों ने तैयार किया विश्व का पहला 3डी सेल मॉडल

वैज्ञानिकों ने दान की गई होंठ की कोशिकाओं पर काम करने के लिए नई तकनीक अपनाई, जिससे प्रयोगशाला में क्लीनिकल टेस्ट के लिए होंठ के थ्री-डी मॉडल तैयार किए जा सके.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
अब तक, होंठ की कोशिकाओं से बने मॉडल उपलब्ध नहीं थे.

स्विस वैज्ञानिकों ने पहली बार होंठ की कोशिकाओं का इस्तेमाल करके थ्री-डी सेल मॉडल विकसित किए हैं, जिससे चोट और इफेक्शन के इलाज के लिए नई तकनीकें तैयार की जा सकती हैं. अब तक, होंठ की कोशिकाओं से बने मॉडल उपलब्ध नहीं थे, क्योंकि होंठ की कोशिकाएं अन्य त्वचा कोशिकाओं से अलग तरीके से काम करती हैं. स्विट्जरलैंड की बर्न यूनिवर्सिटी के डॉक्टर मार्टिन डेगन का कहना है, "हमारे चेहरे पर होंठ एक जरूरी हिस्सा है. इस पर कोई भी दिक्कत चेहरे की सुंदरता को प्रभावित कर सकती है. पर अब तक होंठ की कोशिकाओं पर आधारित इलाज के लिए कोई मॉडल नहीं था."

इस कमी को पूरा करने के लिए वैज्ञानिकों ने दान की गई होंठ की कोशिकाओं पर काम करने के लिए नई तकनीक अपनाई, जिससे प्रयोगशाला में क्लीनिकल टेस्ट के लिए होंठ के थ्री-डी मॉडल तैयार किए जा सके.

यह भी पढ़ें: दांतों के पीलेपन की वजह से मुस्कुराने से कतराते हैं, तो ये घरेलू नुस्खा चमका देगा दांत, संतरे का छिलका, बेकिंग सोडा यूं आजमाएं

Advertisement

कैसे की गई रिसर्च?

इस रिसर्च के लिए वैज्ञानिकों ने दो मरीजों की त्वचा की कोशिकाएं ली, एक मरीज जिसे होंठ पर चोट लगी थी और दूसरा, जिसका होंठ कटा हुआ था. इसके बाद, उन्होंने एक खास जेनेटिक तकनीक का उपयोग करके कोशिकाओं के जीवनचक्र को बढ़ाने का काम किया, जिससे यह ज्यादा समय तक काम कर सकें.

Advertisement

नई कोशिकाओं का टेस्ट भी किया गया ताकि वे सामान्य होंठ की कोशिकाओं की तरह ही काम करें और कोई जेनेटिक असामान्यता न हो. इसके अलावा, इन कोशिकाओं को घाव भरने और संक्रमण के मॉडल के रूप में उपयोग करने के लिए भी टेस्ट किया गया. अंत में, उन्होंने टेस्ट किया कि कैसे ये कोशिकाएं होंठ के घाव भरने या संक्रमण के लिए भविष्य के प्रयोगात्मक मॉडल के रूप में काम कर सकती हैं. उन्होंने कोशिकाओं के सैम्पल को खरोंच कर देखा कि क्या ये कोशिकाएं घाव भरने के सटीक प्रतिनिधि के रूप में काम कर सकती हैं.

Advertisement

जबकि बिना उपचार वाली कोशिकाओं ने घाव को आठ घंटे में बंद कर दिया, ग्रोथ फैक्टर से उपचारित कोशिकाओं ने घाव को ज्यादा तेजी से बंद कर दिया. ये परिणाम शरीर के अन्य हिस्सों की त्वचा कोशिकाओं में देखे गए परिणामों से मेल खाते हैं. इसके बाद, वैज्ञानिकों ने इन कोशिकाओं को "कैंडिडा अल्बिकन्स" नामक फंगस से संक्रमित किया, जिससे कमजोर इम्यूनिटी वाले या कटे होंठ वाले लोगों में संक्रमण होता है. यह मॉडल असली होंठ की कोशिकाओं की तरह ही व्यवहार करने में सक्षम था और संक्रमण तेजी से फैला.

Advertisement

यह भी पढ़ें: कोलेस्ट्रॉल कैसे दिल को नुकसान पहुंचाता है और क्यों बढ़ने लगता है बॉडी में खराब कोलेस्ट्रॉल लेवल?

डॉ. डेगन का मानना है कि हेल्दी होंठ की कोशिकाओं से बने ये थ्री-डी मॉडल चिकित्सा के कई अन्य क्षेत्रों में उपयोगी साबित हो सकते हैं और इस तकनीक को विस्तार देने पर हजारों मरीजों को लाभ मिल सकता है.

देखें वीडियो: फेफड़ों को हेल्दी और मजबूत कैसे बनाएं? डॉक्टर से जानिए लंग्स की कैपेसिटी बढ़ाने के लिए क्या करें

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

Featured Video Of The Day
Artificial Intelligence: क्या परमाणु बम और महामारी जैसा ख़तरनाक हो सकता है AI? | Khabron Ki Khabar