Prostate Cancer: प्रोस्टेट में शुरू होने वाले कैंसर को प्रोस्टेट कैंसर के रूप में जाना जाता है. प्रोस्टेट पुरुष प्रजनन प्रणाली का हिस्सा है. यह मूत्राशय के ठीक नीचे और मलाशय के सामने एक छोटी ग्रंथि है. यह प्रजनन द्रव का उत्पादन करने में मदद करता है, जो जो शुक्राणु को ऊर्जा प्रदान करता है. रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (CDC) के अनुसार, प्रोस्टेट कैंसर अमेरिकी पुरुषों में त्वचा कैंसर के बाद सबसे आम कैंसर है.
पुरुषों में बढ़े हुए प्रोस्टेट की समस्या प्रोस्टेट कैंसर का जोखिम बढ़ा देती है. सेहत वेहत के इस वीडियो में अनिता शर्मा ने प्रोस्टेट कैंसर (Prostate Cancer) से जुड़े हर सवाल पर बात की डॉ विवेक मंगला से.
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प्रोस्टेट कैंसर के कारण (Causes of Prostate Cancer)
यह अक्सर साफ नहीं होता कि प्रोस्टेट कैंसर किस कारण से होता है. ज्यादा उम्र, मोटापा और प्रोस्टेट कैंसर का पारिवारिक इतिहास इसके कुछ कारण हैं. प्रोस्टेट कैंसर का सटीक कारण अक्सर ज्ञात नहीं होता है.
प्रोस्टेट कैंसर तब शुरू होता है जब प्रोस्टेट में कोशिकाओं के डीएनए में परिवर्तन होते है. एक कोशिका के डीएनए में वे निर्देश होते हैं जो कोशिका को बताते हैं कि क्या करना है. हेल्दी सेल्स में डीएनए सेल्स को एक फिक्स्ड रेट से बढ़ने और गुणा करने के लिए कहता है. डीएनए कोशिकाओं को एक निश्चित समय पर मरने के लिए भी कहता है.
प्रोस्टेट कैंसर का पता कैसे लगाया जाता है?
प्रोस्टेट कैंसर के लक्षण दिखने से पहले ही उसका पता लगाने के लिए डॉक्टर टेस्ट करते हैं. जिसका नाम प्रोस्टेट स्पेसिफिक एंटीजन (PSA) ब्लड टेस्ट है. ऐसे में आइए जानते हैं, PSA ब्लड टेस्ट के बारे में. डॉक्टर प्रोस्टेट कैंसर की जांच के लिए कैसे इसका उपयोग कैसे करते हैं.
प्रोस्टेट स्पेसिफिक एंटीजन (PSA) ब्लड टेस्ट?
PSA टेस्ट से पता चल जाता है कि किसी व्यक्ति के खून में कितनी मात्रा में PSA है. बता दें, किसी व्यक्ति के खून में PSA का हाई लेवल प्रोस्टेट कैंसर होने की ज्यादा संभावना का संकेत दे सकता है. हालांकि, प्रोस्टेट कैंसर के अलावा कई कारक भी PSA लेवल को प्रभावित कर सकते हैं.
कैसे होता है PSA टेस्ट?
PSA टेस्ट के दौरान सबसे पहले डॉक्टर व्यक्ति का ब्लड सैंपल लेते हैं और फिर इसे विश्लेषण के लिए प्रयोगशाला में भेजते हैं. जैसा कि हमने आपको बताया, कि विभिन्न कारक PSA स्तरों को प्रभावित कर सकते हैं, इसलिए डॉक्टर रिपोर्ट्स आने के बाद चेक करते हैं, फिर पता लगाया जाता है कि कि प्रोस्टेट कैंसर या अन्य डायग्नोसिस ऑफ अंडरलाइंग प्रोब्लम्स के लिए किसी व्यक्ति को आगे के टेस्ट की जरूरत है या नहीं. बता दें, शुरुआत में प्रोस्टेट कैंसर का पता लगाने के लिए PSA टेस्ट को ज्यादा सटीक बनाने के तरीके खोजने के लिए कई रिसर्च हो रही है.
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क्या डॉक्टर प्रोस्टेट कैंसर की जांच के लिए PSA टेस्ट का उपयोग करते हैं?
अमेरिकन यूरोलॉजिकल एसोसिएशन (AUA) की गाइडलाइन के अनुसार, हेल्थ केयर प्रोफेशनल प्रोस्टेट कैंसर की जांच के लिए PSA टेस्ट के बजाय अन्य टेस्ट का उपयोग कर सकते हैं. बता दें, PSA टेस्ट अविश्वसनीय हो सकते हैं, क्योंकि बढ़े हुए PSA लेवल अन्य स्थितियों, जैसे कि प्रोस्टेट में संक्रमण या सूजन का भी संकेत दे सकते हैं. PSA टेस्ट से पता लगने वाले कई ट्यूमर धीरे-धीरे बढ़ते हैं और उनके जीवन के लिए खतरा बनने की संभावना कम होती है.
नॉर्मल PSA रिजल्ट क्या है?
PSA टेस्ट के नॉर्मल रिजल्ट बताता हैं कि किसी व्यक्ति के ब्लड में नैनोग्राम प्रति मिलीलीटर (ng/mL) में कितना PSA है. अमेरिकन कैंसर सोसाइटी (ACS) के अनुसार, डॉक्टर किसी व्यक्ति के लिए आगे की जांच की जरूरत के लिए कटऑफ पॉइंट को 2.5-4 ng/mL से कई मानते हैं. प्रोस्टेट कैंसर से रहित ज्यादातर पुरुषों में PSA का स्तर 4 ng/mL से कम होता है. हालांकि, यह इस बात की गारंटी नहीं है कि किसी व्यक्ति को प्रोस्टेट कैंसर नहीं है. 4 से 10 ng/mL के बीच PSA स्तर वाले लोगों में प्रोस्टेट कैंसर होने की संभावना लगभग 4 में से 1 होती है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)