How to Quit Drinking: शराब का सेवन सेहत के लिए नुकसानदायक होता है. ये जानने के बावजूद भी लोग इसका सेवन खूब करते हैं. पहले कभी-कभी दोस्तों के साथ बैठने से शुरू होने वाली ये आदत धीरे-धीरे कैसे लत बन जाती है लोगों को पता भी नहीं लगता है. ये लत आपके शरीर को अंदर ही अंदर खोखला कर देती है. आपका शरीर कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं की चपेट में आ जाता है. आइए जानते हैं कि शराब की लत क्यों लगती है और इस लत से छुटकारा पाने का तरीका. बता दें कि शराब की लत से छुटकारा पाने का तरीका संत प्रेमानंद महाराज जी ने बताया है.
शराब की लत क्यों लगती है? । Why does one get addicted to alcohol?
आपको बता दें कि शराब डोपामाइन को एक्टिव करती है. अब आप सोचेंगे कि ये डोपामाइन क्या बला है. तो आपको बता दें कि डोपामाइन एक न्यूरोट्रांसमीटर है, जो आनंद, प्रेरणा और सीखने में भूमिका निभाता है. ये मस्तिष्क के रिवार्ड सिस्टम को प्रभावित करता है. यानी यह आपको खुश, हल्का और मोटिवेटिड महसूस कराता है.
जब इसका असर खत्म होता है, तो इंसान को तनाव और एंगजायटी महसूस होने लगती है. जिससे बचने के लिए वह फिर से शराब पीना चाहता है, क्योंकि वह स्थिति उसे सहज और अच्छा महसूस कराती है. खासकर जब लोग अपनी इच्छाओं को कंट्रोल नहीं कर पाते हैं, तो इससे शराब की लत लग सकती है क्योंकि यह उन्हें भावनात्मक और शारीरिक रूप से प्रभावित करती है. यही वजह है कि इंसान बार बार शराब पीना चाहता है.
संत प्रेमानंद महाराज ने बताया शराब की लत छुड़ाने का तरीका । Premanand Maharaj Tells how to Quit Drinking
बता दें कि संत प्रेमानंद महाराज जी हमेशा ही अपनी सभा में लोगों को ऐसे उपाय बताते हैं जो लोगों के निजी जीवन को आसान बनाने में मदद कर सकते हैं. संत प्रेमानंद जी की सभा में एक महिला ने अपनी शराब लत की बात बताई और उसे छोड़ने के उपाय पूछे उन्होंने बताया कि, गलत बात है, शराब पीना ये कभी भगवत प्राप्ति नहीं हो सकती है. एक बार इसे पीने के लिए अपने अंदर घृणा पैदा करो. जब तक इसे दोष नहीं मानोगे तब तक कैसे छोड़ोंगे. 100-100 रुपए रोज जोड़ कर किसी जरूरतमंद की सेवा में लगाओ. उनका कहना था कि जब तक आप खुद से अंदर से दृढ़ निश्चय नहीं लेते हैं तब तक इस लत को नहीं छोड़ सकते हैं.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)