Pilonidal Cyst: शरीर के ऊपरी हिस्से में फोड़ा हो जाए तो उसे सामान्य समझा जाता है. अक्सर ऐसे फोड़े खुद ही ठीक भी हो जाते हैं. लेकिन फोड़ा अगर नितंबों के बीच हो जाए, तो वह परेशानी का सबब हो सकता है. इस तरह के फोड़े को मेडिकल लैंग्वेज में पायलोनिडल सिस्ट कहा जाता है. यह फोड़ा त्वचा संक्रमण बिगड़ने की स्थिति में हो सकता है. इस फोड़े को सामान्य समझकर इसे इग्नोर कर दिया जाए तो यह गंभीर संक्रमण का रूप ले सकता है. इसलिए आज हम आपको बता रहे हैं कि पायलोनिडल सिस्ट क्यों होता है, इसके लक्षण क्या होते हैं और अगर ये हो जाए तो इसका इलाज क्या है.
पायलोनिडल सिस्ट क्यों होता है | Pilonidal Cyst Reasons
- जब हमारी स्किन पर काफी बाल होते हैं, तो इन बालों के अंदर गंदगी एकत्रित हो सकती है. जिससे स्किन में इन्फेक्शन होता है. जब यह इन्फेक्शन समय अनुसार ट्रीट नहीं किया जाता तो यह फोड़े का रूप ले लेता है. इसलिए जिन लोगों के शरीर पर घने बाल होते हैं, उन्हें यह समस्या होने का खतरा अधिक होता है.
- जो लोग कई दिन एक ही कपड़े पहने रहते हैं या गंदे कपड़े पहनते हैं तो उन्हें पायलोनिडल सिस्ट हो सकता है.
पायलोनिडल सिस्ट के लक्षण जानें | Pilonidal Cyst Symptoms
कुछ ऐसे लक्षण हैं जो पायलोनिडल सिस्ट होने पर दिखाई देते हैं, इनमें से ये मुख्य हैं-
• नीचे बैठने या उठने में दर्द महसूस होना.
• नितंबों के बीच छूने पर दर्द होना.
• फोड़े वाली जगह पर जलन जैसा महसूस होना.
• फोड़े वाली जगह और उसके आसपास सूजन होना.
• सिस्ट से मवाद निकलना या गंदा खून निकलना.
पायलोनिडल सिस्ट का इलाज क्या है (Pilonidal Cyst treatment)
पायलोनिडल सिस्ट का क्या इलाज करना है, इसे डॉक्टर मरीज की स्थिति देखकर तय करते हैं. इसके लिए दवाएं दी जाती हैं जो घाव को सुखा देती हैं. इन दवाओं में एंटीबायोटिक दवाओं का उपयोग मुख्य तौर पर किया जाता है. यह इंफेक्शन को कम कर देती हैं. मरीज को दर्द से राहत मिलती है. कुछ मामलों में सर्जरी की जाती है. सर्जरी के दौरान इस फोड़े के चारों ओर की स्किन को काट देते हैं और फोड़े के अंदर जमी गंदगी को बाहर निकाल दिया जाता है.
पायलोनिडल फोड़ा हो तो सफाई का रखें ध्यान: डॉक्टर्स कहते हैं कि पायलोनिडल फोड़ा होने पर साफ-सफाई का बहुत ध्यान रखना चाहिए. जहां फोड़ा हुआ हो वहां गर्म पानी से सफाई करनी चाहिए. यहां बार-बार पानी नहीं लगना चाहिए. एक बार सफाई के बाद इसे सूखा रखना बहुत जरूरी है.
पायलोनिडल फोड़े का घरेलू उपचार (Pilonidal Cyst home remedies)
पायलोनिडल फोड़े के लिए कुछ घरेलू उपचार किए जा सकते हैं-
• एंटीबैक्टीरियल गुणों के कारण तुलसी लाभदायक है. तुलसी के पत्तों को पीसकर इसे फोड़े पर लगाना चाहिए. रोजा दो बार लगाने से आराम मिल सकता है.
• नारियल का तेल एंटीबैक्टीरियल गुणों से युक्त माना गया है. फोड़े के आसपास नारियल तेल से मसाज करनी चाहिए. इससे सूजन में आराम मिल सकता है.
ध्यान रहे: अगर आप घरेलू नुस्खों की मदद से पायलोनिडल फोड़े को ठीक करना चाहते हैं तो डॉक्टर से अवश्य परामर्श करें.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)