Pariksha Pe Charcha 2025: परीक्षा में चर्चा पर सदगुरू ने छात्रों को बताया ऐसा मंत्र जिससे निकलेगा एग्जाम्स का डर

गुरु जग्गी वासुदेव जिनको सद्गुरु के नाम से भी लोग जानते हैं हमेशा ही अपनी बातों से लोगों की परेशानियों को दूर करते हैं. वो हमेशा से मेंटल और फिजिकल हेल्थ का ध्यान रखने के लिए टिप्स शेयर करते रहेत हैं. हाल ही में उनका एक एपिसोड प्रसारित क्या गया जिसमें मोटिवेशनल गुरु जग्गी वासुदेव, यानी सद्गुरु, ने 'दिमाग के चमत्कार' (मिरेकल ऑफ माइंड) पर चर्चा की.

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गुरु जग्गी वासुदेव जिनको सद्गुरु के नाम से भी लोग जानते हैं हमेशा ही अपनी बातों से लोगों की परेशानियों को दूर करते हैं. वो हमेशा से मेंटल और फिजिकल हेल्थ का ध्यान रखने के लिए टिप्स शेयर करते रहेत हैं. हाल ही में उनका एक एपिसोड प्रसारित क्या गया जिसमें मोटिवेशनल गुरु जग्गी वासुदेव, यानी सद्गुरु, ने 'दिमाग के चमत्कार' (मिरेकल ऑफ माइंड) पर चर्चा की. सद्गुरु आत्मज्ञानी, योगी, दिव्यदर्शी, कवि और लेखक हैं. उन्होंने अपने अनुभवों के जरिए उपस्थित बच्चों को मेडिटेशन की महत्ता समझाई. सद्गुरु ने कहा, "आप खुद पर कंट्रोल न खोएं. अगर आप जो हो रहा है, उससे आगे सोच सकते हैं तो कुछ भी कर सकते हैं. अगर आपको तनाव है, तो इसका मतलब है कि दिमाग को ऑयल नहीं मिल रहा है. आप अपने दिमाग की ऑयलिंग करें."

स्पिरिचुअल गुरु ने फिर उपाय भी बताया. कहा, "आप क्या कर रहे हैं और आप क्या हैं. अगर ये एक नहीं है तो गड़बड़ है. मेडिटेशन का काम यही है. आप कहीं बैठे हैं और आपका दिमाग-शरीर वहां नहीं है. आपका दिमाग बिना आपकी इजाजत कहीं भी दौड़ रहा है. आप अपने दिमाग और शरीर को अस्वस्थ मत बनाइए. वरना ये वह काम करेगा जो आप नहीं करना चाहते. आप अपने दिमाग और शरीर को अपने कहने पर चलाइए. मेडिटेशन कीजिए." कार्यक्रम में सद्गुरु ने कहा कि आप सोच रहे हैं कि क्या मैं इसके जितना बुद्धिमान हूं या नहीं, ये गलत है. हर किसी के भीतर कुछ न कुछ होता है और वो ऐसा कुछ कर सकता है, जो दूसरा कोई नहीं कर सकता है.

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सद्गुरु ने अपने अनुभव साझा किए. कहा कि मैं देखता था कि परीक्षा के दौरान डायरिया की दवाइयां बहुत बिकती थीं. मैं सोचता था कि क्या हो रहा है. यह एक डर था. शिक्षा का मतलब परीक्षा नहीं है. शिक्षा आपको जीवन में उतरने का जरिया है. आप इस जगह बैठे हैं और आप देख रहे हैं कि ये घास है, ये नारियल का पेड़ है. ऐसे कैसे बढ़ रहा है. आपको लगातार चलायमान रहना होता है. आप घास की बायोलॉजी और फिजिक्स देखिए. खुद को देखिए और अपनी क्षमताओं को, बुद्धिमता को चलायमान रखिए. उन्होंने छात्रों को सलाह दी कि वो परीक्षा को लेकर ज्यादा स्ट्रेस न लें. सद्गुरु ने कहा कि आज आप जिसे स्कूल, परीक्षा, शिक्षा कहते हैं, यह आपके मस्तिष्क के विकास के लिए है. आप अपनी बुद्धिमता को जितना सक्रिय रखेंगे, आपका मस्तिष्क उतना अच्छे से काम करेगा.

बता दें कि परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में अब तक कई बड़ी हस्तियां शामिल हो चुकी हैं. इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए थे और उन्होंने छात्रों को परीक्षा के दौरान तनाव न लेने की सलाह दी थी. पीएम के अलावा अन्य चार अंकों में एक्टर, टेक गुरु-उद्यमी और हेल्थ एक्सपर्ट्स शामिल हुए थे. इन विशेषज्ञों ने छात्रों को सलाह दी थी कि वो कैसे परीक्षा के दौरान अपने शारीरिक और मानसिक सेहत का ख्याल रखें.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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