निमोनिया पैदा करने वाले खतरनाक बैक्टीरिया से लड़ने में मददगार है ये एक वायरस, अध्ययन में खुलासा

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, ये वायरस केवल पैसिव पैसेंजर्स नहीं हैं, बल्कि ये अच्छे बैक्टीरिया को बुरे बैक्टीरिया को नष्ट करने में मदद कर सकते हैं.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
यह अध्ययन बैक्टीरियोफेज पर केंद्रित था.

एक अध्ययन के अनुसार, एक वायरस जिसे लंबे समय से वैज्ञानिक रूप से विचित्र माना जाता रहा है, वह खतरनाक बैक्टीरिया से लड़ने में मदद कर सकता है. अध्ययन बैक्टीरियोफेज पर केंद्रित था. ये ऐसे वायरस हैं जो बैक्टीरिया को संक्रमित करते हैं और कई रूपों में आते हैं. खासकर, शोधकर्ताओं ने टेलोमेर फेज (एक ऐसी संरचना जो डीएनए गुणसूत्रों में मौजूद होती है) की जांच की. समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, ये वायरस केवल पैसिव पैसेंजर्स नहीं हैं, बल्कि ये अच्छे बैक्टीरिया को बुरे बैक्टीरिया को नष्ट करने में मदद कर सकते हैं.

पिछले अध्ययनों में क्या पाया गया?

पिछले अध्ययनों ने केवल उनके डीएनए रेप्लिकेशन को डिकोड किया था. साइंस एडवांस में प्रकाशित नए अध्ययन में पता चला है कि टेलोमेर फेज ले जाने वाले बैक्टीरिया टॉक्सिन्स पैदा करते हैं जो राइवल बैक्टीरिया को मार देते हैं.

यह भी पढ़ें: मोटापा कम करने का कारगर आयुर्वेदिक तरीका, घर पर इस चीज का इस्तेमाल कर पाएं स्लिम बॉडी

Advertisement

मोनाश बायोमेडिसिन डिस्कवरी इंस्टीट्यूट बैक्टीरियल सेल बायोलॉजी लैब के प्रमुख ट्रेवर लिथगो ने बताया, "20 से ज्यादा सालों के इनडेप्ट बैक्टीरियल जीनोम्स के दौरान पाया गया कि टेलोमेर फेज तो हमारी नजरों से छिपे. इससे साफ है कि हम जीव विज्ञान के एक पूरे पहलू से चूक गए."

Advertisement

लिथगो ने कहा कि क्लिनिकल क्लेबसिएला स्ट्रेन को अनुक्रमित करने से चौथे टेलोमेर फेज की खोज हुई. शोधकर्ता ने कहा कि विश्लेषण से पता चला कि टेलोमेर फेज दुर्लभ नहीं हैं. ये क्लेबसिएला के हजारों स्ट्रेन्स में से बहुत ज्यादा प्रचलित हैं, जिसमें वाटर-वे एनवायरमेंट से एकत्र किए गए स्ट्रेन भी शामिल हैं.

Advertisement

रिसर्चर्स ने क्या कहा?

लिथगो ने कहा, इसके अलावा टॉक्सिन्स की खोज 'टेलोसिन' (टेलोमेर-फेज टॉक्सिन्स के लिए)को एक बैक्टीरियल मैनेजमेंट स्ट्रेटजी बनाने में सक्षम पाया गया. टेलोमेर फेज ले जाने वाले 'गुड' बैक्टीरिया साथ के 'बैड' क्लेबसिएला को मारने में सक्षम होंगे और यही 'बैड' बैक्टीरिया एंटीबायोटिक-रेजिस्टेंस क्लेबसिएला हैं.

Advertisement

यह भी पढ़ें: रोज सुबह एलोवेरा जूस इन 5 बड़ी बीमारियों से दिला सकता है राहत, क्या आप जानते हैं इसके अद्भुत फायदे?

लिथगो प्रयोगशाला से सैली बायर्स ने कहा, "अब हम यह समझना चाहते हैं कि होस्ट कैसे टॉक्सिन्स का स्राव करता है और यह भी समझना चाहते हैं कि टॉक्सिन्स कैसे अनजान जीवाणु तक अपनी पहुंच बनाता है."

टीम का मानना ​​है कि ये मददगार वायरस कई अन्य बैक्टीरिया में भी मौजूद हो सकते हैं.

Watch Video: Male Infertility क्या है? पुरुष बांझपन के लक्षण, कारण और इलाज, जानें सब कुछ

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

Featured Video Of The Day
Kerala में Vizhinjam Port, UP में Ganga Expressway पर Runway, विकास को रफ्तार दे रहा Adani Group