Smoking and Liver Disease: मौजूदा दौर में युवाओं से लेकर वयस्कों तक में अगर कोई बुरी आदत सबसे ज्यादा प्रचलित है तो वो है स्मोकिंग. हर उम्र, व्यवसाय और जेंडर के लोगों को सिगरेट की लत लग चुकी है और दिन प्रतिदिन स्मोकर्स की संख्या बढ़ती जा रही है. भले ही आप स्मोकिंग (smoking) न करते हो लेकिन अगर सिगरेट पीने वाले लोगों के ग्रुप का हिस्सा हैं तो पैसिव स्मोकिंग के कारण आपकी सेहत भी जोखिम में है. आमतौर पर ऐसा माना जाता है कि स्मोकिंग से फेफड़े प्रभावित होते हैं और शराब से लिवर पर बुरा प्रभाव पड़ता है. इसी बारे में हमने बात की डॉक्टर एस के सरीन(Dr SK Sarin) से.
डॉक्टर सरीन के अनुसार स्मोकिंग से फेफड़ों के साथ-साथ लिवर की सेहत पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है. स्मोकिंग से शरीर के महत्वपूर्ण अंगों को होने वाले नुकसान को समझने के लिए एनडीटीवी ने एक्सपर्ट से बातचीत की.
लिवर के लिए भी नुकसानदायक है स्मोकिंग (Smoking is also harmful for the liver)
आम धारणा यह है कि स्मोकिंग सिर्फ फेफड़ों को प्रभावित करते हैं, वहीं शराब के सेवन से लिवर की सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ता है. लेकिन डॉक्टर का कहना है कि स्मोकिंग से लिवर भी प्रभावित होता है. उन्होंने बताया कि स्मोकिंग करने से शरीर में टीएनएफ यानि ट्यूमर नेक्रोसिस फैक्टर नाम का पदार्थ पैदा होता है जो पूरे शरीर में घूमता है. यह पदार्थ फेफड़ों के साथ-साथ लिवर को भी डैमेज करता है. ऐसे में अगर आप भी अब तक यह समझ रहे थे कि सिर्फ शराब के सेवन से ही लिवर डैमेज होता है तो खुद को अपडेट करने का समय आ गया है. स्मोकिंग भी शराब के जितना ही शरीर के लिए नुकसानदायक है.
शराब जितना खतरनाक है स्मोकिंग और तंबाकू (Smoking and tobacco are as dangerous as alcohol)
स्मोकिंग हमारे शरीर के लिए शराब जितना ही नुकसानदायक होता है. स्मोकिंग से शरीर में टीएनएफ का स्तर बढ़ जाता है. यह हानिकारक तत्व पूरे शरीर में घूमकर फेफड़े और लिवर को नुकसान पहुंचाता है. डॉक्टर कहते हैं कि स्मोकिंग के साथ गुटखा और तंबाकू के सेवन से शरीर में टीएनएफ का स्तर इतना बढ़ जाता है कि यह शरीर को शराब जितना नुकसान पहुंचाता है. उन्होंने बताया कि अगर कोई व्यक्ति स्मोकिंग और तंबाकू के साथ शराब का सेवन किसी भी व्यक्ति के शरीर में तबाही मचाने के लिए पर्याप्त है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)