Negative Thinking: निगेटिव थिंकिंग से एंजाइटी, स्ट्रेस और डिप्रेशन के हो सकते हैं शिकार, यहां जानें इससे बचने के उपाय

Negative Thinking: नकारात्मक विचार कई समस्याओं को जन्म दे सकते हैं. जैसे- एंग्जाइटी, डिप्रेशन, स्ट्रेस और कॉन्फिडेंस की कमी. इससे फिजिकल हेल्थ तेजी से गिरने लगती है और कई तरह के नुकसान हो सकते हैं.

विज्ञापन
Read Time: 20 mins
Negative Thinking: आपको बीमार कर सकती है आपकी निगेटिव थिंकिंग.

अगर आप निगेटिव विचार रखते हैं तो यह सेहत के लिए कई समस्याएं खड़ी कर सकता है. निगेटिव थिंकिंग से एंग्जाइटी डिप्रेशन और स्ट्रेस जैसी समस्याएं हो सकती हैं. इतना ही नहीं आपका कॉन्फिडेंस भी बुरी तरह डगमगा सकता है. इसका कारण यह होता है कि हमारे विचार, इमोशंस और व्यवहार एक-दूसरे से कनेक्ट रहते हैं. इसलिए हमारे विचार भी इन बातों पर इफेक्ट्स डालते हैं, कि हम क्या सोच रहे और क्या कर रहे हैं? इसलिए कोशिश करना चाहिए कि हमारे मन-मस्तिष्क में निगेटिव विचार न आने पाएं. आइए जानते हैं निगेटिव विचार से नुकसान और इससे बचने के उपाय.

निगेटिव थिंकिंग कितनी नुकसानदायक-How Harmful Is Negative Thinking:

दरअसल, हमारे शरीर के बाहरी जख्मों का इलाज तो आसानी से किया जा सकता है लेकिन अंदर के जख्मों को नहीं. नेगेटिव थिंकिंग भी आपको अंदर से जख्म देता है. ये हमें अंदर बीमार कर सकता है. निगेटिव थिंकिंग से एंजाइटी, डिप्रेशन, स्ट्रेस जैसी समस्याएं होने लगती हैं. इतना ही नहीं इसका और भी असर हमारी सेहत पर पड़ता है. अगर समस्या अधिक बढ़ जाए तो इसका प्रभाव हमारे शरीर पर भी दिखाई देने लगता है. इसलिए कोशिश करनी चाहिए कि किसी भी तरह के निगेटिव विचार दिमाग में न आने पाए. 

Beetroot For Weight Loss: वजन कम करना हैं तो रात को खाएं चुकंदर से बनी ये स्पेशल रेसिपी

Advertisement

निगेटिव थिंकिंग से कैसे बचें- How To Avoid Negative Thinking:

Curd In Winters: सर्दियों में दही खाना चाहिए या नहीं? जाने ठंड में दही खाने के फायदे और नुकसान

Advertisement

1.नेगेटिव थॉट्स से बचने के लिए और पॉजिटिव के प्रति फोकस करें.

2. अपने निगेटिव थॉट्स को पॉजिटिव विचारों से रिप्लेस करने के लिए कुछ पॉजिटिव सोचें.

3. कोई समस्या आने पर खुद अपने दोस्त बनें और अपने जीवन की समस्याओं को सॉल्व करने का प्रयास करें.

4. दिमाग में नकारात्मक थिंकिंग को बार-बार सोचने की की जगह उन्हें लिखें.

5.अपने जीवन में नई और अच्छी आदतों को अपनाएं.

6. हर दिन सुबह या शाम में मेडिटेशन करें. यह निगेटिव थिंकिंग से बाहर निकलने का सबसे बेस्ट तरीका है. 

7. अपने विचारों को शेयर करें, जिससे अंदर का दर्द बाहर निकल सके.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

Advertisement
Featured Video Of The Day
Punjab Municipal Corporation Elections: पंजाब नगर निगम चुनाव में AAP-Congress का दबदबा