National Nutrition Week 2022: नेशनल न्यूट्रिशन वीक चल रहा है. भारत में हर साल 1 से 7 सितंबर तक ‘नेशनल न्यूट्रिशन वीक' सेलिब्रेट किया जाता है. यह पूरा सप्ताह उचित खानपान और पोषण के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए समर्पित है. इस दौरान पोषण को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. हमारे शरीर को सेहतमंद रखने में पोषण कितना अहम है. आपको बता दें कि देश में आज भी लाखों बच्चे कुपोषण का शिकार हैं. भारत में गर्भावस्था के दौरान अधिकतर महिलाओं के खानपान में पोषक तत्वों की कमी रहने से शरीर में आयरन, कैल्शियम की कमी हो जाती है, जो मां-बच्चे दोनों की सेहत के लिए अच्छा नहीं माना जाता है. तो चलिए जानते हैं प्रेग्नेंसी में क्या खाना चाहिए.
प्रेग्नेंसी में महिलाएं इन चीजों का करें सेवन, नहीं होगी पोषण की कमी-
1. हरी पत्तेदार सब्जियां-
प्रेग्रेंट महिलाओं को अपने खान-पान में हरी पत्तेदार सब्जियां जरूर शामिल करनी चाहिए. आप पालक, ब्रोकली, गोभी, बींस आदि को शामिल कर सकती हैं. इनमें भरपूर मात्रा में आयरन पाया जाता है जो खून की कमी होने से बचा सकती हैं.
2. साबूत अनाज-
प्रेग्रेंसी के दौरान साबूत अनाज को डाइट में शामिल करें. साबुत अनाज गर्भ में पल रहे शिशु के विकास में मदद कर सकते हैं. साबूत अनाज के तौर पर ओट्स, किनोआ व ब्राउन राइस आदि का सेवन कर सकते हैं. क्योंकि इनमें प्रोटीन, फाइबर, विटामिन-बी और मैग्नीशियम पाया जाता है, जो मां और बच्चे के लिए अच्छा माना जाता है.
3. डेयरी उत्पाद-
प्रेग्रेंट महिलाओं को रोजाना डेयरी उत्पाद को डाइट में शामिल करना चाहिए. आप रोजाना एक गिलास लो फैट दूध का सेवन करें. इससे कैल्शियम की कमी नहीं होगी और बच्चे और मां की सेहत के लिए फायदेमंद हो सकता है.
4. सूखे मेवे-
कई लोगों का मानना है कि सूखे मेवे गरम होते हैं, जो गर्भावस्था में हानिकारक हो सकते हैं. हां ये बात सही है कि सूखे मेवे की तासीर गर्म होती है. लेकिन आप अपनी डाइट में मुठ्ठी पर काजू, अखरोट, किशमिश और बादाम को मिक्स कर शामिल कर सकते हैं. क्योंकि इनमें भरपूर विटामिन, कैलोरी, फाइबर व ओमेगा 3 फैटी एसिड पाया जाता है, जो बच्चे के विकास और मां की सेहत के लिए जरूरी है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.