मरने से पहले पत‍ि ने कहा 'Sorry! मुझे AIDS था, कई लड़क‍ियों से थे संबंध' अब मैं क्‍या करूं?

हाल ही में, हमारे पास एक ऐसा ही अत्यंत संवेदनशील और हृदय विदारक सवाल आया है. सवाल है : "मरने से पहले पति ने कहा 'Sorry, मुझे AIDS था, कई लड़क‍ियों से थे संबंध' अब मैं क्‍या करूं?" यह सवाल न सिर्फ उस पाठक के लिए, बल्कि समाज के लिए भी एक बड़ी चुनौती और चिंता का विषय है.

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एनडीटीवी पर हम केवल अपनी बात कहना नहीं, अपने पाठकों की बात सुनना भी उतना ही अहम मानते हैं. यही वजह है क‍ि हम अपने पाठकों से उनके सवाल मंगाते रहते हैं और अक्‍सर पाठक भी अपनी ज‍िज्ञासा हमारे सामने रखते हैं. एक व‍िश्‍वसनीय वेबसाइट होने के नाते हम समझते हैं कि सेहत से जुड़े सवाल कितने निजी और महत्वपूर्ण होते हैं. हमारी विशेषज्ञ टीम का मानना है कि सही जानकारी ही बेहतर स्वास्थ्य की पहली सीढ़ी है. इसीलिए, हमने यह विशेष मंच तैयार किया है, जहां आप बेझिझक अपने स्वास्थ्य, शारीरिक और मानसिक समस्याओं से जुड़े सवाल पूछ सकते हैं.

हाल ही में, हमारे पास एक ऐसा ही अत्यंत संवेदनशील और हृदय विदारक सवाल आया है. सवाल है :

"नमस्‍कार, मेरा नाम XXX है और मेरी उम्र 35 साल है. हाल ही में मेरे जीवन में कुछ ऐसा घटा ज‍िसकी मैंने कल्‍पना भी नहीं की थी. मेरी अरेंज मैर‍िज हुई थी और शादी के महज 2 साल हुए थे. हाल ही में मेरे पत‍ि का बहुत बुरा रोड एक्‍सि‍डेंट हुआ, जि‍सके बाद वे बुरी तरह जख्‍मी हो गए. वे बच नहीं सके. लेक‍िन जाते-जाते उन्‍होंने जो मुझसे कहा उसके बाद से ही मैं भी हर रोज मर रही हूं. समझ नहीं आ रहा क‍ि क्‍या करूं. मरने से पहले मेरे पति ने कहा कि मुझे माफ करना, मैं तुम्‍हें बताना चाहता था, ले‍क‍िन बता नहीं सका. Sorry, मुझे AIDS था, कई लड़क‍ियों से थे संबंध' अब मैं क्‍या करूं?" पाठक ने अपने सवाल वाले मेल  में यह भी बताया क‍ि उनके पत‍ि के कई अन्‍य मह‍िलाओं केसाथ संबंध भी थे. पाठक ने ल‍िखा कि मैं बहुत ज्‍यादा घबराई हुई हूं और समझ नहीं पा रही कि क्‍या करूं.  

यह सवाल न सिर्फ उस पाठक के लिए, बल्कि समाज के लिए भी एक बड़ी चुनौती और चिंता का विषय है. इस गंभीर परिस्थिति में, शारीरिक जांच, भावनात्मक संबल और कानूनी पहलुओं को समझना बहुत ज़रूरी है. न‍िजता का ख्‍याल रखते हुए हम पाठक का नाम और पता नहीं बताते. यहां हम अपने पाठक से कहना चाहते हैं क‍ि ऐसे मुश्किल समय में आप अकेले नहीं हैं.इस और ऐसे ही तमाम जटिल स्वास्थ्य एवं जीवन से जुड़े सवालों पर हम गहराई से विचार करते हैं और आपको विशेषज्ञ मार्गदर्शन प्रदान करते हैं, ताकि आप सशक्त होकर आगे बढ़ सकें. यहां है आपके सवाल का जवाब -

यह आपके लिए एक बहुत ही मुश्किल और भावनात्मक समय है. सबसे पहले आपको अपनी स्वास्थ्य जांच करानी चाहिए और भावनात्मक रूप से खुद को संभालना चाहिए.

यहां कुछ महत्वपूर्ण कदम दिए गए हैं जो आपको उठाने चाहिए:

1. तुरंत चिकित्सा सहायता और जांच:

एचआईवी (HIV) की जांच कराएं: क्‍योंक‍ि आपके पति को एड्स (AIDS) था और उन्होंने स्वीकार किया कि उनके संबंध कई लड़कियों से थे, इसलिए यह अत्यंत महत्वपूर्ण है कि आप तुरंत किसी सरकारी अस्पताल या एड्स नियंत्रण संस्थान (NACO द्वारा संचालित) के एंटीरेट्रोवाइरल थेरेपी (ART) सेंटर या किसी विश्वसनीय डॉक्टर से मिलें और अपनी एचआईवी जांच कराएं. यह जांच गोपनीय और सरकारी केंद्रों पर मुफ्त होती है.

परामर्श करें (Counselling): जांच से पहले और बाद में परामर्श लेना बहुत जरूरी है. परामर्शदाता आपको स्थिति को समझने और आगे के कदमों के बारे में मार्गदर्शन करेंगे.

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पीईपी (Post-Exposure Prophylaxis): यदि आप हाल ही में असुरक्षित यौन संबंध के संपर्क में आई हैं और आपकी जांच रिपोर्ट आने में समय है, तो डॉक्टर से पीईपी (PEP) के बारे में बात करें. यह एक आपातकालीन दवा है जो संक्रमण के जोखिम को कम कर सकती है, लेकिन इसे संपर्क में आने के 72 घंटों के भीतर शुरू करना होता है.

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2. कानूनी सलाह और अधिकार:

एचआईवी और एड्स (निवारण और नियंत्रण) अधिनियम, 2017: यह कानून एचआईवी/एड्स से पीड़ित व्यक्तियों और उनके परिवारों को सुरक्षा प्रदान करता है और भेदभाव को रोकता है.

भेदभाव के खिलाफ सुरक्षा: यदि आपको पता चलता है कि आप भी एचआईवी पॉजिटिव हैं, तो यह कानून आपको स्वास्थ्य सेवाओं, शिक्षा, रोजगार और संपत्ति के अधिकारों में किसी भी तरह के भेदभाव से बचाता है.

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यदि आप चाहें तो कानूनी सलाह लेने पर विचार कर सकते हैं, खासकर यदि आपको लगता है कि आपके पति की स्थिति के बारे में आपको पहले नहीं बताया गया था.

3. भावनात्मक और सामाजिक समर्थन:

इस समय भावनात्मक समर्थन बहुत जरूरी है. आप किसी मनोवैज्ञानिक या परामर्शदाता से बात कर सकते हैं जो आपको इस स्थिति से निपटने में मदद कर सकते हैं.

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मनोवैज्ञानिक/मनोचिकित्सक से बात करें: यह एक बड़ा सदमा है. किसी पेशेवर से बात करना, अपनी भावनाओं को व्यक्त करना और इस तनावपूर्ण समय से निकलने के लिए तंत्र (coping mechanism) विकसित करना आवश्यक है.

समूह समर्थन (Support Groups): एचआईवी के साथ जी रहे लोगों के समर्थन समूहों से जुड़ना आपको अकेलेपन से लड़ने और जानकारी प्राप्त करने में मदद कर सकता है.

याद रखें:

  • एचआईवी/एड्स अब एक प्रबंधनीय (manageable) पुरानी बीमारी है. नियमित इलाज (ART) से एक लंबा और स्वस्थ जीवन जीना संभव है.
  • जांच कराएं और डॉक्टर की सलाह का पालन करें.
  • आप अकेली नहीं हैं. भारत सरकार द्वारा मुफ्त जांच और इलाज उपलब्ध है.
  • आप राष्ट्रीय एड्स हेल्पलाइन 1097 पर भी कॉल करके जानकारी और मार्गदर्शन प्राप्त कर सकती हैं.

कृपया देरी न करें और सबसे पहले अपनी स्वास्थ्य जांच कराएं और जल्‍द से जल्‍द हेल्‍थ एक्‍सपर्ट से म‍िलें.

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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