देश में मंकीपॉक्स का दूसरा केस आया सामने, कुछ दिन पहले ही UAE से वापस भारत आया था व्यक्ति

एमपॉक्स एक वायरल बीमारी है जिसमें बुखार, सिरदर्द और मांसपेशियों में दर्द के साथ-साथ त्वचा पर दर्दनाक फोड़े हो जाते हैं. बता दें कि केरल का एक व्यक्ति मंकीपॉक्स से संक्रमित पाया गया है. वो कुछ दिन पहले ही विदेश से वापस लौटा था.

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भारत में मंकीपॉक्स का दूसरा केस आया सामने.

Monkeypox Second Case in India: भारत में मंकीपॉक्स का दूसरा केस सामने आया है . बता दें कि केरल के मलप्पुरम जिले में मंकीपॉक्स का एक मामला सामने आया है. जिस व्यक्ति में ये संक्रमण पाया गया है वो कुछ समय पहले ही विदेश से लौटा था. 38 साल के इस व्यक्ति में बीमारी के लक्षण नजर आए जिसके बाद जांच में इस बात की पुष्टि हुई की वो एमपॉक्स से संक्रमित है.

बता दें कि ये भारत में इस वायरस से संक्रमण का दूसरा मामला है. इसके पहले देश में मंकीपॉक्स (Monkeypox) के पहले मामले की पुष्टि महीने की शुरूआत में केरल में हुई. कुछ दिन पहले यूएई से आए 35 वर्षीय व्यक्ति को तिरुवनंतपुरम (Thiruvananthapuram) मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है. संयुक्त अरब अमीरात में रहते हुए रोगी एक ऐसे व्यक्ति के संपर्क में था जिसका टेस्ट पॉजिटिव था. 

साल 2022 में एमपॉक्स का वैश्विक प्रकोप हुआ, जिसमें भारत सहित कई देश प्रभावित हुए. एमपॉक्स एक वायरल बीमारी है जिसमें बुखार, सिरदर्द और मांसपेशियों में दर्द के साथ-साथ त्वचा पर दर्दनाक फोड़े हो जाते हैं. यह छूने से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है. इस साल की शुरुआत से पूरे अफ्रीकी महाद्वीप में एमपॉक्स के 5,549 से अधिक मामलों की पुष्टि हुई है और 643 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि चिंता का कोई कारण नहीं है और देश ऐसे इक्का-दुक्का मामलों से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है.

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Monkeypox in India: भारत में एमपॉक्स का पहला संदिग्ध केस, जान लें कैसे फैलता है Mpox, लक्षण और बचाव के उपाय

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क्या है एमपॉक्स

एमपॉक्स एक वायरल बीमारी है जिसमें बुखार, सिरदर्द और मांसपेशियों में दर्द के साथ-साथ त्वचा पर दर्दनाक फोड़े हो जाते हैं. यह छूने से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है. इस साल की शुरुआत से पूरे अफ्रीकी महाद्वीप में एमपॉक्स के 5,549 मामलों की पुष्टि हुई है और 643 लोगों की मौत हो चुकी है.

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दुनियाभर में कोरोनावायरस और नोवोवायरस के साथ ही साथ मंकीपॉक्‍स वायरस बड़ा खतरा बना हुआ. एमपॉक्स को मंकीपॉक्स के नाम से भी जाना जाता है. अब तक कई देशों में यह वायरस अपना कहर दिखा चुका है. यह ऑर्थोपॉक्स वायरस जींस से संबंधित बीमारी होती है. इस बीमारी की पहचान सबसे पहले 1958 में बंदरों में हुई थी. इसके बाद यह इंसानों में फैलती चली गई. पहली बार मंकीपॉक्‍स 1958 में एक शोध के लिए गए बंदरों में देखा गया था. वहीं इंसान में पहली बार इस वायरस की पुष्‍टि साल 1970 में हुई थी.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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