How Does Heart Work: हमारे शरीर के लिए हमारा दिल किसी इंजन की तरह है. ये इंजन जैसा चलेगा शरीर भी वैसा ही चलेगा. इस इंजन के काम में जरा सी गड़बड़ी हुई नहीं कि शरीर (Body) पर भी उसका असर दिखने लगेगा. हमारे पूरे शरीर में कहने को तो बहुत जरा सा होता है दिल (Heart) लेकिन ये जितनी मेहनत करता है उतनी ताउम्र कोई और अंग नहीं कर सकता. एक्सपर्ट्स (Health Experts) का तो दावा है कि हार्ट पूरी जिंदगी में जितना ब्लड पंप करता है, उतनी पंपिंग कैपेसिटी वाली चीज दुनियाभर के इंजीनियर्स मिलकर भी नहीं बना सकते. दिल की बनावट और काम करने के तरीके को समझने के लिए एनडीटीवी ने खास चर्चा की कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. विकास ठाकरान से.
सवाल- दिल क्या है?
जवाब- दिल हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है. जैसे ही हम या कोई भी इंसान पैदा होता है. तब से ही उसका दिल काम करना शुरु कर देता है. और, ये तब तक काम करता है जब तक इंसान जीवित रहता है. एक मिनट के अंदर हमारा दिल 72 बार धड़कता है. और, शरीर के लिए ब्लड पंप करता है. हर मिनट हमारा दिल साढ़े पांच लीटर खून पंप करता है. इससे आप हिसाब लगा सकते हैं कि 24 घंटे, 365 दिन और पूरी लाइफ में दिल कितना ब्लड पंप करता होगा. ऐसा कोई इंजन शायद सारे इंजीनियर्स मिलकर भी ना बना पाएं.
सवाल- दिल की एनाटॉमी क्या है?
जवाब : हमारा दिल असल में एक मसल ही है, जो ब्लड को पंप करता है. दिल में तीन कोरोनरी आर्टरी होती हैं. जो इसमें ब्लड सप्लाई करती हैं. आरटरी के जरिए शरीर में आए खून से ऑक्सीजन एक्सट्रेक्ट कर दिल खून को पंप कर देता है. इन्हीं आर्टरी में ब्लॉकेज आता है तो हार्ट अटैक होता है. दिल के अंदर खून फेफड़ों के जरिए लिया जाता है, जिसमें ऑक्सीजन होती है. ये लेफ्ट साइड चेंबर से हार्ट में आता है. इस रास्ते में हार्ट को वॉल्व का यूज करना पड़ता है.
हार्ट में 4 वॉल्व होते हैं. जिनका नाम Aortic valve, Mitral valve, Pulmonary valve, Tricuspid valve होता है. ये वॉल्व हार्ट को सुचारू रूप से भरने और आगे पंप करने में मदद करते हैं. जिन लोगों के वॉल्व में कोई दिक्कत होती है उन्हें ओपन हार्ट सर्जरी की जरूरत होती है. अब स्ट्रक्टचरल हार्ट डिजीज जैसे ऑपरेशन भी होते हैं जो बिना चीर फाड़ के हो जाते हैं.
हार्ट की पंपिंग इनिशिएट होती है उसके पेसमेकर से. जो एक तरह की इलेक्ट्रिकल सप्लाई होती है. पेस मेकर सेल दिल में इलेक्ट्रिक करंट जैसी सप्लाई करते हैं. इससे दिल धड़कता है.
सवाल- पेसमेकर कब लगाना पड़ता है?
जवाब- जिन लोगों की दिल की धड़कन असामान्य रूप से घट जाती है. जिन्हें चक्कर आने लगते हैं और गंभीर स्थिति में जो बेहोश होकर गिर जाते हैं. ऐसे लोगों के दिल को सुचारू रूप से काम करने के लिए पेसमेकर की जरूरत पड़ती है.
(डॉ. विकास ठाकरान, मैक्स, बीएलके में इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी विभाग के सीनियर कंसलटेंट)