Joe Root's fitness regime: जो रूट, जिन्होंने 2012 में भारत के खिलाफ़ टेस्ट डेब्यू किया था, आज मॉडर्न क्रिकेट के सबसे भरोसेमंद और लगातार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों में से एक हैं. चाहे वह ऑस्ट्रेलिया के गाबा में एशेज का दूसरा टेस्ट हो, या दुनिया का कोई भी मैदान, 34 साल की उम्र में भी वह अपनी कला और फिटनेस से सबको चौंका देते हैं. आखिर क्या है वह सीक्रेट, जो रूट को खेल के शीर्ष (Top of the game) पर बनाए रखता है? यहाँ हम उनके फिटनेस रूटीन और संतुलित आहार (Balanced Diet) पर एक नज़र डाल रहे हैं, जो उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से हमेशा तैयार रखता है.
जो रूट का फिटनेस मंत्र: कम समय, ज़्यादा दम | Joe Root's fitness Regime
जो रूट के रूटीन की सबसे बड़ी खासियत है नियमित जिम सेशन. व्यस्त क्रिकेट शेड्यूल के बावजूद, रूट जिम के लिए समय निकालना कभी नहीं भूलते.
40 मिनट का 'पावर वर्कआउट'
2023 में 'मेन्स फिटनेस' को दिए एक इंटरव्यू में, रूट ने बताया था कि वह इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के दौरान हफ्ते में तीन से चार बार जिम सेशन करने की कोशिश करते थे. यह रूटीन उन्हें वह ताकत और तेज़ी (Strength and Speed) बनाने में मदद करता है जो मैदान पर लगातार अच्छा प्रदर्शन करने के लिए ज़रूरी है. हालांकि, रूट घंटों जिम में पसीना बहाना पसंद नहीं करते. वह कहते हैं:
"मैं 30-40 मिनट के लिए जाता हूँ, लेकिन उस दौरान पूरी मेहनत करता हूँ. इसका मतलब अक्सर तेज़ी (Speed) और ताक़त (Power) से जुड़े बहुत सारे व्यायाम करना होता है."
चोट से बचाव के लिए खास तरीका
युवावस्था में पीठ की कुछ समस्याओं (Back Issues) के कारण, रूट हमेशा भारी वज़न उठाने (Heavy Lifting) और स्क्वैटिंग (Squatting) को लेकर थोड़े सतर्क रहते थे. उन्होंने चोट से बचने का एक स्मार्ट तरीका अपनाया: "धीरे-धीरे चीज़ों को बनाना और वज़न कम करके फिर से धीरे-धीरे बढ़ाना." यानी, वह भारी वज़न की बजाय सही तकनीक और मांसपेशियों की मज़बूती पर ज़्यादा ध्यान देते हैं.
मैदान के लिए ज़रूरी है 'दौड़' का दम
लंबी फॉर्मेट (जैसे वनडे और टेस्ट) में खेलने के लिए लगातार उच्च ऊर्जा स्तर (High Energy Levels) बनाए रखना बहुत ज़रूरी होता है. इसलिए रूट ने अपनी ट्रेनिंग में दौड़ने (Running) को भी शामिल किया है. वह बताते हैं कि मैच ट्रेनिंग के अलावा, वह हफ्ते में दो से तीन बार खास तौर पर रनिंग सेशन करते हैं.
महामारी में की मेहनत
रूट ने COVID-19 महामारी के दौरान मिले लंबे खाली समय का फ़ायदा उठाया. उन्होंने बताया कि उस दौरान उन्हें ज़्यादा फिजिकल काम (Physical Stuff) करने का मौका मिला, जिससे वह अब अपने शरीर को पहले से बहुत बेहतर तरीके से मैनेज कर पाते हैं.
जो रूट का डाइट प्लान: स्वाद भी, स्टेमिना भी
अन्य क्रिकेटर्स की तुलना में, जो रूट का डाइट प्लान बहुत ज़्यादा सख्त (Strict) नहीं होता है. वेबसाइट '12 क्रिकेट' के अनुसार, उनकी डाइट का मुख्य फोकस स्टेमिना बनाए रखने पर रहता है:
- नाश्ते की शुरुआत: रूट अपने दिन की शुरुआत पोच्ड एग्स (Poached Eggs) और टोस्ट के साथ करते हैं.
- थोड़ा Indulgence: कुछ दिनों में, वह अपने नाश्ते में बदलाव के लिए चॉकलेट चिप्स वाला सीरियल या बेकन सैंडविच भी खाना पसंद करते हैं.
- कार्ब्स से भरपूर: रूट को स्पेगेटी बोलोग्नीज़ (Spaghetti Bolognese) बहुत पसंद है, जो एक कार्ब्स-रिच (Carb-rich) मील है और उन्हें मैदान पर लंबी ऊर्जा प्रदान करता है.
यह दर्शाता है कि वह पोषण को प्राथमिकता देते हैं, लेकिन अपनी पसंदीदा चीज़ों से पूरी तरह परहेज़ नहीं करते.
आराम और रिकवरी: फिटनेस की तीसरी दीवार
- चोटों से बचे रहने के लिए रूट अपनी फिटनेस रूटीन में आराम और रिकवरी (Rest and Recovery) को सबसे ज़्यादा महत्व देते हैं. वह मानते हैं कि पर्याप्त आराम लेने से उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से रिचार्ज रहने में मदद मिलती है.
- किसी भी एथलीट के लिए, ट्रेनिंग जितनी ज़रूरी है, उतना ही ज़रूरी है शरीर को ठीक होने का समय देना, और रूट इस बात को अच्छी तरह समझते हैं.
जो रूट की सफलता सिर्फ़ उनकी बल्लेबाज़ी में नहीं है, बल्कि उनकी स्मार्ट फिटनेस अप्रोच में है. कम समय में तेज़ और ताक़तवर ट्रेनिंग, डाइट में संतुलन, और आराम पर ज़ोर- यही वह फॉर्मूला है जिसने उन्हें लगातार क्रिकेट के शिखर पर बनाए रखा है. वह सिखाते हैं कि फिटनेस का मतलब घंटों पसीना बहाना नहीं, बल्कि सही और प्रभावी (Effective) तरीके से काम करना है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)














