साल 2050 तक वैश्विक स्तर पर डिमेंशिया (Dementia) से पीड़ित लोगों की संख्या 153 मिलियन तक पहुंचने की उम्मीद है, शोधकर्ता उन स्वास्थ्य स्थितियों और बीमारियों की पहचान करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं जो किसी व्यक्ति में डिमेंशिया, विशेष रूप से अल्जाइमर रोग के जोखिम को बढ़ा सकती हैं. बता दें, अल्जाइमर (Alzheimer) रोग डिमेंशिया का सबसे आम प्रकार है।
मेडिकल न्यूज टुडे को पिट्सबर्ग विश्वविद्यालय के नेत्र विज्ञान विभाग में सहायक प्रोफेसर, पीएचडी ने बताया, "ऐसी स्वास्थ्य स्थितियों की पहचान करना महत्वपूर्ण है जो किसी व्यक्ति में अल्जाइमर रोग का खतरा बढ़ाती हैं.
उन्होंने कहा, जोखिम के कारकों को समझकर, शोधकर्ता इन जोखिमों को कम करने के लिए रणनीति विकसित कर सकते हैं, जिससे अल्जाइमर की शुरुआत में देरी हो सकती है या उसे रोका जा सकता है.
बता दें, एक रिसर्च में अल्जाइमर रोग और हर्पीज सिम्प्लेक्स वायरस-1 (HSV-1) के बीच संभावित संबंध की पहचान की गई है. रिसर्च में यह भी पाया गया कि मस्तिष्क में मौजूद टाउ प्रोटीन (Tau Protein), जिसे ऐतिहासिक रूप से अल्जाइमर रोग की पहचान माना जाता है.
एचएसवी-1, टाउ प्रोटीन और अल्जाइमर रोग: क्या संबंध है?
प्रोफेसर और उनकी टीम ने विभिन्न मॉडलिंग तकनीकों का उपयोग करके यह पता लगाया कि HSV-1 किस तरह से अल्जाइमर रोग से जुड़ा हो सकता है.
प्रोफेसर ने बताया, "अल्जाइमर रोग का निदान आमतौर पर मस्तिष्क कोशिकाओं के बाहर बीटा-अमाइलॉइड नामक प्रोटीन के गुच्छों और कोशिकाओं के अंदर टाऊ नामक एक अन्य प्रोटीन के समूह को खोज कर किया जाता है.
उन्होंने आगे कहा, "हमारे अध्ययन में, हमने पोस्टमॉर्टम मानव मस्तिष्क के नमूनों में HSV-1 से संबंधित प्रोटीन का पता लगाया. " "हमने पाया कि अल्जाइमर रोग के बिगड़ने पर वायरल प्रोटीन बढ़ जाते हैं और वे टाऊ के समान क्षेत्रों में पाए जाते हैं, लेकिन बीटा-अमाइलॉइड के साथ नहीं. लघु मानव मस्तिष्क मॉडल (ऑर्गेनोइड्स) का उपयोग करने वाले प्रयोगों में, हमने देखा कि HSV-1 संक्रमण टाऊ की मात्रा को बढ़ाता है,"
क्या अल्जाइमर का संबंध सर्दी-जुकाम पैदा करने वाले हर्पीज वायरस से है?
अध्ययन से पता चलता है कि कोल्ड सोर का कारण बनने वाला संक्रमण अल्जाइमर से जुड़ा हो सकता है. दरअसल हर्पीज सिम्प्लेक्स वायरस-1 (HSV-1) अल्जाइमर रोग के विकास में भूमिका निभा सकता है.
कैसे कर सकते हैं बचाव
HSV-1 संक्रमण के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवाएं लोगों को अल्जाइमर रोग से बचा सकती हैं, लेकिन इस पर शोध करने के लिए अभी बहुत काम किया जाना बाकी है. क्योंकि शोधकर्ताओं का कहना है कि, हम अभी भी नहीं जानते कि वायरल संक्रमण से किसी व्यक्ति में अल्जाइमर विकसित होने का जोखिम क्यों बढ़ सकता है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)