घर में पेट्स पालने का चलन तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि पेट्स आपको बीमार कर सकते हैं. जी हां, हाल ही में किए गए एक शोध में पाया गया है कि घरों में पलने वाले पेट्स में मल्टीड्रग रेजिस्टेंट ऑर्गेनिज्म के वाहक हो सकते हैं, जो जानलेवा साबित हो सकते हैं. ऐसे में अगर आप अपने घर में पालतू जानवर रखते हैं तो ये खबर आपके लिए बहुत जरूरी है.
आपको बता दें कि दुनिया में मल्टीड्रग रेसिस्टेंट ऑर्गेनिजिम को फैलाने में घरों में पलने वाले पालतू जानवर सबसे बड़ा कारण हैं. जब संक्रमण फैलाने वाले जीवाणु और कीटाणु एक दूसरे में एक्सचेंज होते हैं तो उनको मारने और दूर करने के लिए ली जाने वाली दवाएं शरीर में काम नहीं कर पाती. इस स्थिति को एंटी माइक्रोबायल रेसिस्टेंस भी कह सकते हैं.
ये इंफेक्शन एंटी बॉडीज का करता है डैमेज:
यानी आपके पालतू जानवर आपको ऐसे संक्रमण के खतरे में डाले रहे हैं जो शरीर में एंटीबॉडीज को प्रभावित करतै है. एंटीबॉडीज के काम ना करने का साफ मतलब है कि आपका शरीर खुद पर हो रहे जीवाणुओं, बैक्टीरिया और अन्य संक्रमण के अटैक का सामना नहीं कर पाएगा. आपको बता दें कि पूरे विश्व में हर साल मल्टीड्रग रेसिस्टेंट ऑर्गेनिजिम की वजह से दस लाख से ज्यादा मौते होती हैं.
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बैक्टीरिया एंटीबॉयोटिक दवा भी कारगर नहीं!
जरूरी नहीं कि आपका पालतू कुत्ता या बिल्ली बीमार हो तभी उसके जरिए आपके शरीर में मल्टीड्रग रेसिस्टेंट ऑर्गेनिजिम फैलेगा. हेल्दी पालतू जानवर भी मल्टीड्रग रेसिस्टेंट ऑर्गेनिजिम ट्रांसमिशन के लिए जिम्मेदार हो सकता है. कहा जा रहा है कि ये बैक्टीरिया एंटीबॉयोटिक दवा खाने के बाद भी आपके शरीर में जीवित रह सकता है.
शोध में और क्या कहा गया?
जर्मनी में चैरिट यूनिवर्सिटी अस्पताल बर्लिन के शोधकर्ताओं के अनुसार, हालांकि ऐसे कम ही मामले सामने आए हैं लेकिन इसके साथ ही ये संभावना प्रबल हो गई है कि पालतू जानवर भी मल्टीड्रग रेसिस्टेंट ऑर्गेनिजिम के वाहक बनने लगे हैं.
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इस शोध में चार हजार पालतू जानवरों पर अध्ययन किया गया था. शोध में पाया गया है कि पालतू जानवर मल्टीड्रग रेसिस्टेंट ऑर्गेनिजिम के वाहक बनते हैं तो वो महीनों तक अपने घर के लोगों के साथ साथ आस पास के वातावरण में भी बैक्टीरिया को फैला सकते हैं.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)