Untreated Monkeypox Risks: एमपॉक्स एक वायरल संक्रमण है. यह एक ऐसा वायरल इंफेक्शन है जो जानवरों और इंसानों दोनों में फैल सकता है. हालांकि यह एक दुर्लभ बीमारी है, लेकिन अगर इसका सही समय पर इलाज न मिले, तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं. एमपॉक्स अगर इलाज के बिना छोड़ दिया जाए, तो यह गंभीर स्थिति में बदल सकता है. इसके संक्रमण से निपटने के लिए समय पर पहचान और इलाज बहुत जरूरी है. संक्रमित व्यक्ति को प्रोपर मेडिकल केयर मिलनी चाहिए ताकि संभावित जटिलताओं से बचा जा सके. यहां हम बता रहे हैं कि अगर एमपॉक्स का इलाज न हो तो ये कितना खतरनाक हो सकता है. इसी सवाल का जवाब जानने के लिए हमने बात की डॉक्टर चारु दत्त अरोड़ा से.
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एमपॉक्स क्या है?
एमपॉक्स एक वायरसजनित रोग है जो संक्रमित जानवरों, जैसे कि बंदर से इंसानों में फैलता है. यह आमतौर पर संक्रमित व्यक्ति या जानवर के सीधे संपर्क से फैलता है. यह वायरस संक्रमित सतहों, शरीर के द्रव्यों और घावों के संपर्क में आने से भी फैल सकता है.
एमपॉक्स के लक्षण
एमपॉक्स के लक्षण आमतौर पर संक्रमण के 7 से 14 दिनों बाद दिखाई देते हैं. इसके प्रमुख लक्षणों में शामिल हैं:
- बुखार
- सिरदर्द
- मांसपेशियों में दर्द
- थकान
- सूजी हुई लिम्फ ग्रंथियां
- त्वचा पर दाने, जो बाद में पस से भरे घावों में बदल सकते हैं.
बिना इलाज के एमपॉक्स कितना खतरनाक हो सकता है?
अगर एमपॉक्स का सही समय पर इलाज न किया जाए, तो इसके कई गंभीर परिणाम हो सकते हैं. यह संक्रमण न केवल त्वचा पर बल्कि शरीर के अंदरूनी अंगों जैसे कि फेफड़ों, ब्रेन और हार्ट पर भी असर डाल सकता है. इसके अलावा अगर व्यक्ति की इम्यूनिटी कमजोर हो, तो संक्रमण का प्रभाव और ज्यादा गंभीर हो सकता है.
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सेकेंडरी बैक्टीरियल इंफेक्शन: त्वचा पर फफोले और घाव बनने के बाद इन जगहों पर बैक्टीरिया संक्रमण का खतरा होता है, जिससे घाव और ज्यादा खराब हो सकते हैं और इलाज की कॉम्प्लीकेशन्स बढ़ सकती हैं.
दिमागी बुखार (एन्सेफलाइटिस): एमपॉक्स के गंभीर मामलों में वायरस दिमाग तक पहुंच सकता है, जिससे सूजन हो सकती है. यह स्थिति ब्रेन को प्रभावित कर सकती है और अगर इलाज न मिले तो यह जीवन के लिए खतरनाक हो सकता है.
पल्मोनरी इंफेक्शन: एमपॉक्स के कुछ गंभीर मामलों में फेफड़ों में भी संक्रमण हो सकता है, जिससे श्वसन संबंधी समस्याएं पैदा हो सकती हैं. श्वसन संबंधी कठिनाइयां जीवन के लिए खतरनाक हो सकती हैं.
आंखों पर प्रभाव: एमपॉक्स के फफोले आंखों के पास या अंदर बनने से आँखों में संक्रमण का खतरा हो सकता है, जिससे दृष्टिहीनता भी हो सकती है.
मृत्यु का जोखिम: हालांकि एमपॉक्स से मृत्यु की दर बहुत कम है, लेकिन अगर इसे नजरअंदाज किया जाए और इलाज न मिले, तो यह जानलेवा साबित हो सकता है. एमपॉक्स के घातक मामले कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों में ज्यादा देखे जाते हैं, खासकर छोटे बच्चे, गर्भवती महिलाएं और वे लोग जिनकी इम्यूनिटी पहले से ही किसी अन्य बीमारी से कमजोर हो चुकी हो.
एमपॉक्स बचाव और उपचार
- संक्रमित व्यक्तियों से दूरी बनाए रखें.
- हाइजीन बनाए रखें.
- जानवरों के सीधे संपर्क से बचें, खासकर उन क्षेत्रों में जहां मंकीपॉक्स के संक्रमण की संभावना होती है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)