Dengue Recovery Diet: देश भर में डेंगू बुखार की घटनाएं बढ़ रही हैं हालांकि ज्यादातर मामले हल्के होते हैं, फिर भी प्लेटलेट काउंट का तेजी से कम होना चिंता का सबब बन जाता है. प्लेटलेट्स या थ्रोम्बोसाइट्स हमारे खून में छोटी-छोटी कोशिका होती हैं. वे स्पंज जैसी अस्थि मज्जा में बने होते हैं जो हमारी हड्डियों को भरता है. डेंगू संक्रमण के मामलों में सामान्य प्लेटलेट काउंट घटकर लेवल नीचे आ सकता है. हालांकि कोई भी अपनी डाइट में आयरन, ओमेगा -3 फैटी एसिड, विटामिन सी, विटामिन के और विटामिन बी 12 जैसे मिनरल शामिल कर सकता है. ऐसे समय में जब देश में डेंगू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, हर किसी के लिए यह जानना जरूरी है कि इस बीमारी से उबरने के लिए उन्हें क्या करना चाहिए. प्लेटलेट्स काउंट को बढ़ाने के लिए यहां कुछ डाइट टिप्स हैं जिन्हें आप फॉलो कर सकते हैं.
डेंगू से उबरने के लिए आपको कौन सी डाइट लेनी चाहिए?
डेंगू एक वेक्टर-जनित बीमारी है जो मच्छरों से फैलती है, जिससे प्लेटलेट काउंट में बड़ी गिरावट आ सकती है. एक अच्छी तरह से बैलेंस और पौष्टिक डाइट फॉलो करने करने से जल्द रिकवरी में मदद मिल सकती है. आप अपनी डाइट में पपीते के पत्ते, जड़ी-बूटियां, अनार, नारियल पानी, हल्दी, मेथी, संतरा और खट्टे फल शामिल कर सकते हैं.
पपीता प्लेटलेट काउंट को बढ़ाने में मदद कर सकता है. आप पपीते का रस भी निकाल सकते हैं और उसमें थोड़ा सा शहद मिलाकर इसका सेवन कर सकते हैं. इसके अलावा, रिकवरी प्रक्रिया के दौरान आपके शरीर को बेहतर ढंग से काम करने के लिए आप अपनी डाइट में गिलोय, अश्वगंधा, तुलसी और एलोवेरा जूस शामिल कर सकते हैं.
डेंगू रोगियों के लिए डाइट | Diet For Dengue Patients
यहां कुछ फूड्स हैं जिन्हें डेंगू रोगी अपनी डेली डाइट में शामिल कर सकते हैं ताकि उनके शरीर को वायरल संक्रमण के दौरान खोई हुई एनर्जी और सहनशक्ति वापस पाने में मदद मिल सके:
ओट्स का सेवन करें.
अदरक, लहसुन, काली मिर्च, दालचीनी, इलायची और जायफल.
हाइड्रेशन और शरीर के इलेक्ट्रोलाइट्स को बैलेंस करने के लिए नारियल पानी.
हरी सब्जियों में विटामिन के होता है जो ब्लड प्लेटलेट काउंट को बढ़ाने में मदद करता है.
हर्बल टी में इलायची, पुदीना, दालचीनी, अदरक और नींबू का उपयोग किया जाता है.
दही का सेवन करें.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)