Milind Soman Fitness : आज के दौर में फिटनेस केवल एक ट्रेंड नहीं, बल्कि हेल्दी लाइफ का आधार है. फिर भी, बहुत से लोग अपनी सेहत और फिटनेस को लेकर जागरूक नहीं होते. इस भागदौड़ भरी जिंदगी में हम अक्सर अपनी सेहत को नजरअंदाज कर देते हैं, जिसके कारण कई गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में 57 साल के मिलिंद सोमन हम सभी के लिए एक रोल मॉडल बनकर उभरे हैं. मिलिंद सोमन ने साबित किया है कि उम्र केवल एक नंबर है. नियमित वर्कआउट, बैलेंस्ड डाइट, और पॉजिटिव थॉट्स से किसी भी उम्र में फिट और एक्टिव रहा जा सकता है. आज, जो लोग अपनी फिटनेस को लेकर गंभीर नहीं हैं, उन्हें मिलिंद सोमन से प्रेरणा लेनी चाहिए और अपने जीवन में फिटनेस को प्राथमिकता देनी चाहिए.
बिना अंडा और चिकन के भी रह सकते हैं फिट (Lifestyle Without Egg and Chicken)
सबके लिए रोल मॉडल
मिलिंद सोमन सिर्फ एक एक्टर और फिटनेस मॉडल नहीं, बल्कि फिटनेस के प्रति उनकी कमिटमेंट और डिसिप्लिन उन्हें खास बनाती है. उनकी उम्र में जहां लोग अक्सर थकावट और बीमारियों से जूझते हैं, वहीं मिलिंद मैराथन दौड़ने से लेकर कठिन एक्सरसाइज़ तक हर चुनौती को सहजता से पूरा करते हैं. उनका मानना है कि फिटनेस सिर्फ जिम जाने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह आपकी दैनिक आदतों में होना चाहिए.
57 की उम्र मे भी जवां
मिलिंद सोमन की फिटनेस और एनर्जी का राज उनकी सिंपल और बैलेंस्ड लाइफस्टाइल में छिपा है. 57 साल की उम्र में भी वे अपनी फिटनेस और स्टाइल से यूथ को यूथ को इंस्पायर करते हैं. मिलिंद का मानना है कि फिटनेस के लिए महंगे सप्लीमेंट्स या कठिन डाइट प्लान की ज़रूरत नहीं होती. इसके बजाय, उनकी डाइट और डेली रुटीन ट्रेडिशनल, देसी तरीकों पर बेस्ड होती है.
देसी डाइट करते हैं फॉलो
मिलिंद सोमन वेजीटेरियन फूड का सपोर्ट करते हैं और अंडा या चिकन जैसी चीज़ें नहीं खाते. उनकी डाइट में घर का बना साधारण और पोषण से भरपूर खाना शामिल होता है. वे नियमित रूप से दाल, चावल, रोटी, हरी सब्जियां और दही जैसे इंडियन फूड खाते हैं. इसके साथ ही वे शुगर और प्रोसेस्ड फूड से पूरी तरह दूर रहते हैं. वे रोज़ सुबह जल्दी उठते हैं और योग, दौड़ने और एक्सरसाइज के लिए समय निकालते हैं.
केवल जिम से नहीं फिटनेस का संबंध-मिलिंद
मिलिंद दिनभर फल, मूंग दाल खिचड़ी, रोटी-सब्जी, दाल-चावल और सलाद जैसी चीज़ें खाते हैं. इनमें भरपूर पोषण होता है, जो उनके शरीर को ऊर्जा देने के साथ-साथ हेल्दी भी रखता है. मिलिंद का मानना है कि फिटनेस का संबंध केवल जिम और हार्ड वर्कआउट से नहीं, बल्कि आपकी खाने की आदतों और डेली रूटीन से भी है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)