Global Handwashing Day: बीमारियों की रोकथाम में हाथ साफ रखना कितना असरकारी? कितनी देर तक हाथ धोने चाहिए

Global Handwashing Day 2025: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि हाथ धोने से डायरिया, सर्दी-खांसी, फ्लू और यहां तक कि कोरोना जैसी गंभीर बीमारियों को भी रोका जा सकता है.

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Global Handwashing Day: हाथ धोना एक ऐसा सरल उपाय है जो इन संक्रमणों को रोकने में बेहद असरदार है.

Global Handwashing Day 2025: हम रोजाना कई चीजों को छूते हैं, दरवाजें, मोबाइल, पैसे, खाने का सामान और इन सब पर अनगिनत कीटाणु होते हैं. यही कीटाणु हमारे हाथों के जरिए शरीर में पहुंचते हैं और बीमारियों का कारण बनते हैं. हाथ धोना एक ऐसा सरल उपाय है जो इन संक्रमणों को रोकने में बेहद असरदार है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि हाथ धोने से डायरिया, सर्दी-खांसी, फ्लू और यहां तक कि कोरोना जैसी गंभीर बीमारियों को भी रोका जा सकता है.

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हाथों से फैलने वाली आम बीमारियां

  • डायरिया और पेट की बीमारियां
  • सर्दी-खांसी और फ्लू
  • त्वचा संक्रमण
  • आंखों और कानों के संक्रमण
  • श्वसन तंत्र की समस्याएं

इनमें से कई बीमारियां सिर्फ इसलिए होती हैं क्योंकि हम खाने से पहले या टॉयलेट के बाद हाथ नहीं धोते.

कितनी देर तक हाथ धोना चाहिए?

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, हाथ धोने में कम से कम 20 सेकंड लगने चाहिए. यह समय इतना होता है कि साबुन की झाग हर हिस्से तक पहुंचे और कीटाणु पूरी तरह साफ हो जाएं.

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सही तरीका:

  • हाथों को गीला करें.
  • साबुन लगाएं और झाग बनाएं.
  • हथेलियों, उंगलियों, नाखूनों और कलाई को अच्छी तरह रगड़ें.
  • कम से कम 20 सेकंड तक रगड़ें.
  • साफ पानी से धो लें.
  • साफ तौलिये या हवा से सुखाएं.

कब-कब हाथ धोना जरूरी है?

  • खाने से पहले और बाद में.
  • टॉयलेट जाने के बाद.
  • किसी बीमार व्यक्ति को छूने के बाद.
  • बाहर से घर आने पर.
  • छींकने या खांसने के बाद.
  • जानवरों को छूने के बाद
  • बच्चों को संभालने से पहले

साबुन या सैनिटाइजर क्या बेहतर है?

  • साबुन और पानी सबसे असरदार तरीका है अगर हाथ गंदे हैं या मिट्टी लगे हैं.
  • सैनिटाइज़र (कम से कम 60% अल्कोहल वाला) तब उपयोगी है जब पानी उपलब्ध नहीं हो.
  • ध्यान रखें, सैनिटाइज़र गंदगी नहीं हटाता, सिर्फ कीटाणु मारता है.

बच्चों को सिखाना क्यों जरूरी है?

  • बच्चे अक्सर चीजों को छूते हैं और फिर मुंह में हाथ डालते हैं. उन्हें हाथ धोने की आदत डालना बेहद जरूरी है ताकि वे बीमार न पड़ें और दूसरों को भी संक्रमित न करें.
  • आप उन्हें खेल-खेल में हाथ धोने का तरीका सिखा सकते हैं जैसे रंगीन साबुन, गाने के साथ धोना या हाथ धोने का चार्ट बनाना. हाथ धोना एक छोटा सा कदम है, लेकिन इसका असर बहुत बड़ा होता है. सिर्फ 20 सेकंड का यह अभ्यास आपको और आपके परिवार को कई बीमारियों से बचा सकता है.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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