Symptoms of Diabetes: शरीर में दिखने वाले ये बदलाव हो सकते हैं शुगर के लक्षण, डॉक्टर ने बताई ऐसी ट्रिक्स, जिनसे छू भी नहीं पाएगी डायबिटीज

Diabetes prevention: डायबिटीज के लक्षणों को आसानी से पहचाना जा सकता है. जैसे- बॉडी फैट, गर्दन का स्किन मोटा या काला होना, बगलों या बाजू में जहां स्किन फोल्ड बनती है वह अगर मोटी हो गई है, आंखों के आसपास थक्के से जम जाना (कोलेस्ट्रॉल और डायबिटीज का मार्कर), बार-बार कट और इंफेक्शन, नाखून में फंगल इंफेक्शन, पांव में घाव- काला होना.

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Symptoms of diabetes: मौजूदा दौर में हमारी लाइफस्टाइल काफी बदल गई है. सेडेंटरी लाइफस्टाइल और खानपान की बदलती आदतों की वजह से अब डायबिटीज जैसी कुछ बीमारियों का खतरा पहले के मुकाबले कई गुना बढ़ गया है. डायबिटीज की बीमारी में ब्लड में ग्लूकोज लेवल बढ़ जाता है. हालांकि, लाइफस्टाइल में जरूरी बदलाव कर डायबिटीज के खतरे को टाला जा सकता है. सबसे बड़ी समस्या यह है कि लंबे समय से डायबिटीज के शिकार होने के बावजूद ज्यादातर मरीजों में बीमारी का पता बहुत देरी से चलता है. डायबिटीज होने पर शरीर में कई लक्षण दिखाई देते हैं जिनकी पहचान कर जल्द ही बीमारी का पता लगाया जा सकता है. एनडीटीवी ने इस बारे में एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस के एंडोक्राइनोलॉजी विभाग के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. संदीप खरब से बातचीत की. उन्होंने डायबिटीज के लक्षण से लेकर इसे टालने के तरीकों के बारे में बताया.

डायबिटीज के लक्षण (Symptoms of diabetes)

डॉ. संदीप खरब ने शरीर में बताए बदलाव दिखने पर शुगर टेस्ट करवाने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि डायबिटीज के लक्षणों को आसानी से पहचाना जा सकता है. जैसे-

बॉडी फैट, गर्दन का स्किन मोटा या काला होना, बगलों या बाजू में जहां स्किन फोल्ड बनती है वह अगर मोटी हो गई है, आंखों के आसपास थक्के से जम जाना (कोलेस्ट्रॉल और डायबिटीज का मार्कर), बार-बार कट और इंफेक्शन, नाखून में फंगल इंफेक्शन, पांव में घाव- काला होना.

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  1. मोटापा - डॉक्टर संदीप कहते हैं कि मोटापा डायबिटीज का एक बड़ा कारण है. अगर किसी व्यक्ति का बीएमआई (बॉडी मास इंडेक्स) 23 से ज्यादा है तो उसे डायबिटीज होने का खतरा ज्यादा रहता है. ऐसे लोगों को नियमित रूप से ब्लड शुगर लेवल की जांच करवानी चाहिए ताकि सही समय पर बीमारी का पता चल पाए.
  2. गर्दन के स्किन में कालापन- अगर आपके गर्दन के पास के स्किन में कालापन आ गया है तो सतर्क हो जाएं क्योंकि यह डायबिटीज का लक्षण है. इसके अलावा गर्दन के स्किन में मोटापन आना भी शुगर की बीमारी का ही लक्षण है. बगलों या बाजू में जहां स्किन फोल्ड बनती है वह अगर मोटी हो गई है तो यह भी डायबिटीज का मार्कर हो सकता है.
  3. आंखों के आसपास थक्के सा जमना- आंखों के आसपास थक्के सा जमना आमतौर पर बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल का लक्षण होता है लेकिन डॉ. संदीप खरब बताते हैं कि यह डायबिटीज का भी लक्षण हो सकता है.
  4. बार-बार इंफेक्शन - अगर आपका स्किन बहुत कोमल हो गया है और बार-बार कट लग जाता है तो यह भी डायबिटीज का ही लक्षण होता है. अगर इस तरह के घावों को भरने में बहुत ज्यादा समय लगता है तो निश्चित तौर पर आपको डायबिटीज हो सकता है. इसके अलावा बार-बार किसी न किसी तरह का इंफेक्शन और नाखूनों में फंगल इंफेक्शन भी डायबिटीज के कॉमन लक्षण हैं.
  5. पांव में घाव- पैरों को देखकर भी डायबिटीज का पता लगाया जा सकता है. डॉ. संदीप खड़ब ने बताया कि पैरों में बार-बार घाव होना और स्किन में कालापन आना भी डायबिटीज के लक्षण हैं.

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डायबिटीज के खतरे को कैसे टालें? (How to Prevent Diabetes | Diabetes se kaise bache)

डॉ. संदीप खरब कहते हैं कि इलाज से बेहतर रोकथाम होता है और हेल्दी लाइफस्टाइल को अपना कर डायबिटीज के खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है.  

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वजन को रखें नियंत्रित

आप अपने वजन को नियंत्रण में रख कर डायबिटीज के खतरे को काफी हद तक टाल सकते हैं. इसके अलावा एक्स्ट्रा बॉडी फैट को घटाना आपके लिए फायदेमंद रहेगा, एक्सरसाइज की मदद से वेस्ट साइज को बढ़ने से रोकें.

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फिजिकली रहें एक्टिव

सेडेंटरी लाइफस्टाइल बहुत सारी बीमारियों का कारण बन रहा है जिसमें से डायबिटीज भी एक है. डायबिटीज से बचना चाहते हैं तो खुद को फिजिकली एक्टिव रखें, नियमित तौर पर एक्सरसाइज करें. लंबे समय तक एक जगह बैठे रहने के बजाए बीच-बीच में थोड़ा सा घूम लें या स्ट्रेचिंग करें.

हेल्दी खाना खाएं

हमारी सेहत खाने पर बहुत ज्यादा निर्भर करती है. डायबिटीज के खतरे को कम करना चाहते हैं तो फैटी फूड की जगह फाइबर और प्रोटीन से भरपूर खाना खाएं. शुगरी और अधिक वसा युक्त खाना खाने से डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है.

समय पर सोएं

खराब स्लीप रूटीन की वजह से भी डायबिटीज की बीमारी होती है. इससे बचने के लिए समय पर सोने और उठने की आदत डालें. रोज अपनी नींद का कोटा पूरा करें.

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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