कान में हो रही है तेज खुजली और दर्द तो हो जाएं सावधान! बड़े इंफेक्शन का है संकेत

कान का बाहरी हिस्सा, जिसे 'ईयर कनाल' कहते हैं, बहुत नाज़ुक होता है. यह इन्फेक्शन आमतौर पर बैक्टीरिया (Bacteria) या फंगस (Fungus) के कारण होता है. 

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जब कान में इन्फेक्शन होता है, तो कोई भी तेल या नुस्खा डालना इन्फेक्शन को और भड़का सकता है.
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Ear infection: कई बार हम कान की खुजली को मामूली बात समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, या फिर ईयर बड (Ear Bud) या किसी दूसरी चीज से खुजाकर सुकून पा लेते हैं. लेकिन आपके कान में खुजली के साथ-साथ तेज दर्द, सूजन या कुछ गीलापन भी महसूस हो रहा है, तो यह खतरे की घंटी हो सकती है. यह किसी बड़े इन्फेक्शन (Infection) का साफ संकेत है, जिसे 'स्विमर्स ईयर' (Swimmer's Ear) भी कहा जाता है. इसे अनदेखा करना आपको मुश्किल में डाल सकता है.

क्यों हो जाता है कान में ये 'बड़ा' इन्फेक्शन

कान का बाहरी हिस्सा, जिसे 'ईयर कनाल' कहते हैं, बहुत नाज़ुक होता है. यह इन्फेक्शन आमतौर पर बैक्टीरिया (Bacteria) या फंगस (Fungus) के कारण होता है. 

कान के इंफेक्शन का कारण

पानी का अटकना

अक्सर नहाने या स्विमिंग (Swimming) करते समय कान में पानी चला जाता है और अगर वह ठीक से सूखता नहीं है, तो गीले माहौल में बैक्टीरिया जल्दी पनपते हैं. इसलिए इसे 'स्विमर्स ईयर' भी कहते हैं.

बहुच खुजाना

अगर आप बार-बार उंगली, चाभी, पिन या ईयर बड से कान खुजाते हैं, तो आप कान की नाज़ुक स्किन को घायल कर देते हैं. इस छोटे से कट या खरोंच से बैक्टीरिया अंदर चले जाते हैं और इन्फेक्शन शुरू हो जाता है.

ईयर बड का गलत इस्तेमाल

कान की सफाई के लिए ईयर बड का इस्तेमाल करना सबसे बड़ी गलती है. यह मैल (Wax) को अंदर धकेल देता है, जिससे कान बंद हो सकता है और इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है.

कान दर्द लक्षणों को न करें अनदेखा

तेज और लगातार दर्द

इतना दर्द कि आपको रात को सोने न दे. यह दर्द कई बार कान से शुरू होकर आपके चेहरे, गर्दन या जबड़े तक फैल जाता है.

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कान में सूजन और लालिमा

कान का बाहरी हिस्सा (पिनना) सूज जाए और छूने पर बहुत दर्द करे.

कान से रिसाव (Discharge)

कान से मवाद या कोई गंध वाला चिपचिपा पीला/सफेद पानी निकले.

बुखार आना

इन्फेक्शन बढ़ जाए, तो हल्का या तेज बुखार भी आ सकता है.

सुनने में दिक्कत

कान में भारीपन महसूस होना या ठीक से सुनाई न देना.

खुद डॉक्टर बनने की गलती न करें

जब कान में दर्द होता है, तो कई लोग तुरंत सरसों का तेल, लहसुन का तेल या कोई दूसरा नुस्खा डाल लेते हैं. याद रखें, जब कान में इन्फेक्शन होता है, तो कोई भी तेल या नुस्खा डालना इन्फेक्शन को और भड़का सकता है. डॉक्टर आपके कान की जाँच करके आपको सही एंटीबायोटिक (Antibiotic) या ईयर ड्रॉप्स (Ear Drops) देंगे. इसे नज़रअंदाज़ करने पर यह इन्फेक्शन अंदरूनी कान तक भी पहुंच सकता है, जो आपकी सुनने की क्षमता को हमेशा के लिए नुकसान पहुँचा सकता है.

बचाव के आसान तरीके

नहाने के बाद कान को तौलिये के कोने से आराम से साफ़ करें या हेयर ड्रायर (Hair Dryer) को धीमी आंच पर रखकर दूर से सुखा लें.

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स्विमिंग करते समय ईयर प्लग (Ear Plug) का इस्तेमाल करें.

कान में कुछ भी न डालें. ईयर बड, चाभी, सेफ्टी पिन जैसी चीज़ों को कान से दूर रखें. कान की सफाई के लिए डॉक्टर से सलाह लें.

अगर आपके कान में खुजली होती है, तो उसे खरोंचे नहीं.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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