Digestive Diseases: सेहतमंद रहने के लिए हेल्दी फूड खाने की सलाह अक्सर दी जाती है. क्योंकि अनहेल्दी फूड सेहत के लिए काफी नुकसानदायक हो सकता है. हाल ही में एक ऑस्ट्रेलियाई शोध में यह बात सामने आई है कि भोजन के गलत विकल्पों के कारण डेडली डाइजेस्टिव कैंसर का खतरा हो सकता है. समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार,ऑस्ट्रेलिया के फ्लिंडर्स विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने दो नए अध्ययनों में बताया है कि फलों, सब्जियों, साबुत अनाज, मछली, फलियां और डेयरी उत्पादों के अधिक सेवन से गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल (जीआई) कैंसर के जोखिम से बचाव हो सकता है.
50 वर्ष से कम आयु के लोगों में आंत्र कैंसर के मामलों की बढ़ती दर के बीच, शोधकर्ताओं ने लोगों से फाइबर का सेवन बढ़ाने और अपनी खाने की आदतों में सुधार करने को कहा है. फ्लिंडर्स हेल्थ एंड मेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट (एफएचएमआरआई) के शोध के वरिष्ठ लेखक योहानेस मेलाकू ने एक मीडिया विज्ञप्ति में कहा, "हमने पाया कि स्वस्थ वसा और सब्जियों से भरपूर आहार और चीनी और शराब का सेवन सीमित करने से बाउल (आंत्र) और अन्य कैंसर के जोखिम को कम किया जा सकता है."
ये भी पढ़ें- इस शहर में बच्चों में तेजी से बढ़ रहे हैं खसरे के मामले- रिपोर्ट
आगे कहा, "अनहेल्दी डाइट पैटर्न, जिसमें रेड और प्रोसेस्ड मीट, फास्ट फूड, प्रोसेस्ड अनाज, शराब और शुगर रिच ड्रिंक का अधिक सेवन शामिल है, जीआई कैंसर के बढ़ते जोखिम के साथ एक चिंताजनक संबंध प्रस्तुत करता है.'' विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार बाउल, कोलोन (बड़ी आंत), स्टमक (पेट) पैंक्रियास के कैंसर सहित डाइजेस्टिव कैंसर वैश्विक कैंसर की घटनाओं के बोझ का 26 प्रतिशत और सभी कैंसर से संबंधित मौतों का 35 प्रतिशत है.
नए शोध में पाया गया कि हाई फाइबर वाले फूड स्वस्थ आंत बैक्टीरिया को बढ़ावा देते हैं, जो सूजन को कम कर सकते हैं. इसमें पाया गया कि स्वस्थ आहार लेने वाले लोगों में जीआई कैंसर विकसित होने पर अस्वस्थ आहार लेने वालों की तुलना में बेहतर परिणाम मिलते हैं. मेलाकू ने कहा कि निष्कर्ष बताते हैं कि स्वस्थ खाने के विकल्प चुनना दीर्घकालिक स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए एक अच्छा कदम हो सकता है.
फेफड़ों के आम संक्रमण से कैसे बचें? डॉक्टर से जानें लंग इफेक्शन को ठीक करने के लिए क्या करें...
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)