Daily Habits Causing Diabetes: आज की तेज रफ्तार जिंदगी में इंसान सब कुछ मैनेज करने की कोशिश कर रहा है काम, परिवार, जिंम्मेदारियां और समाज. लेकिन, इस भागदौड़ में सबसे ज्यादा नजरअंदाज हो रहा है हमारा स्वास्थ्य. समय पर खाना न खाना, घंटों कुर्सी पर बैठे रहना, नींद पूरी न होना और हर वक्त तनाव में रहना, ये सब मिलकर शरीर को अंदर ही अंदर खोखला कर रहे हैं. नतीजा यह होता है कि बीमारियां अचानक सामने आती हैं और हमें लगता है कि यह सब एकदम से हो गया. जबकि सच्चाई यह है कि डायबिटीज जैसी बीमारी अचानक नहीं होती, बल्कि हमारी रोजमर्रा की गलत आदतें ही इसे धीरे-धीरे न्योता देती हैं.
बच्चे, युवा और कामकाजी लोग क्यों हो रहे डायबिटीज का शिकार?
आज के समय में डायबिटीज सिर्फ बुजुर्गों की बीमारी नहीं रही. बच्चे, युवा और कामकाजी लोग भी इसकी चपेट में आ रहे हैं. अक्सर यह माना जाता है कि ज्यादा मीठा खाने से ही डायबिटीज होती है, लेकिन यह पूरी तरह सही नहीं है. असल में डायबिटीज एक लाइफस्टाइल डिजीज है, जिसका सीधा संबंध हमारे खानपान, रूटीन, नींद और मानसिक स्थिति से होता है.
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किन कारणों से होती है डायबिटीज? | What Causes Diabetes?
डायबिटीज तब होती है जब शरीर में ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है. इसका सीधा संबंध पैंक्रियाज से है, जो इंसुलिन हार्मोन बनाता है. इंसुलिन शरीर की कोशिकाओं तक शुगर पहुंचाने का काम करता है. जब पैंक्रियाज पर्याप्त इंसुलिन नहीं बनाता या शरीर इंसुलिन का सही इस्तेमाल नहीं कर पाता, तो शुगर खून में ही जमा होने लगती है और डायबिटीज की शुरुआत हो जाती है.
1. गलत खानपान
गलत खानपान डायबिटीज की सबसे बड़ी वजहों में से एक है. सिर्फ मिठाई ही नहीं, बल्कि जंक फूड, तला-भुना खाना, मैदा, पैकेज्ड और प्रोसेस्ड फूड भी शुगर लेवल को बिगाड़ते हैं. इसके अलावा सही समय पर खाना न खाना या देर रात भारी भोजन करना भी नुकसानदायक होता है. पौष्टिक भोजन भी अगर गलत समय पर खाया जाए, तो वह शरीर को फायदा नहीं बल्कि नुकसान पहुंचा सकता है.
2. दिनभर बैठे रहना
आज की बैठी हुई लाइफस्टाइल भी डायबिटीज को बुलावा देती है. घंटों ऑफिस में बैठकर काम करना, बहुत कम चलना-फिरना और फिजिकल एक्टिविटी की कमी से शरीर शुगर को सही तरीके से इस्तेमाल नहीं कर पाता. नतीजतन, शुगर खून में ही बनी रहती है और इंसुलिन रेजिस्टेंस बढ़ने लगता है.
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3. नींद की कमी
नींद की कमी और अनियमित नींद भी डायबिटीज का बड़ा कारण है. पूरी नींद न लेने से हार्मोनल असंतुलन होता है, जिसका असर सीधे इंसुलिन पर पड़ता है. नींद हमारे शरीर को री-स्टार्ट करने का काम करती है और जब यह प्रक्रिया बाधित होती है, तो मेटाबॉलिज्म बिगड़ने लगता है.
4. तनाव
लगातार तनाव में रहना भी खतरनाक है. तनाव के दौरान शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन बढ़ता है, जिससे ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर दोनों प्रभावित होते हैं. वहीं, बार-बार कुछ न कुछ खाते रहने की आदत इंसुलिन को आराम नहीं करने देती, जिससे शुगर लेवल बार-बार बढ़ता है.
निष्कर्ष यही है कि डायबिटीज किसी एक दिन की गलती का नतीजा नहीं है. यह हमारी रोज की छोटी-छोटी गलत आदतों का परिणाम है. समय रहते खानपान सुधारना, रोज थोड़ा चलना, अच्छी नींद लेना और तनाव कम करना ही डायबिटीज से बचाव का सबसे मजबूत तरीका है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)














