दिल्ली की जहरीली हवा अब हड्डियों तक पहुंची, वायु प्रदूषण बना इस बीमारी का नया कारण

Delhi Air Pollution: दिल्ली में आयोजित इंडियन रुमेटोलॉजी एसोसिएशन के सम्मेलन में यह बात सामने आई कि प्रदूषण के कारण गठिया के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है.

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Delhi air Pollution: PM2.5 प्रदूषक शरीर में सूजन पैदा करते हैं.

Delhi Air Pollution: दिल्ली में रहने वाले लोगों को अब एक नई स्वास्थ्य समस्या का सामना करना पड़ रहा है. हड्डियों की कमजोरी और जोड़ों का दर्द, जिसे हम गठिया कहते हैं. पहले माना जाता था कि वायु प्रदूषण सिर्फ सांस की बीमारियों का कारण बनता है, लेकिन अब विशेषज्ञों ने यह साफ कर दिया है कि PM2.5 जैसे सूक्ष्म प्रदूषक शरीर के अंदर सूजन पैदा करके हड्डियों और जोड़ों को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं. दिल्ली में आयोजित इंडियन रुमेटोलॉजी एसोसिएशन के सम्मेलन में यह बात सामने आई कि प्रदूषण के कारण गठिया के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है.

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क्या कहता है एम्स दिल्ली का अध्ययन?

एम्स दिल्ली ने एक खास अध्ययन किया जिसमें यह पाया गया, जो लोग भीड़भाड़ वाली सड़कों के 50 मीटर के दायरे में रहते हैं, उनमें गठिया के लक्षण ज्यादा गंभीर पाए गए. वहीं जो लोग 200 मीटर या उससे ज्यादा दूरी पर रहते हैं, उन्हें यह समस्या कम होती है. दिवाली के बाद और सर्दियों की शुरुआत में जब दिल्ली में प्रदूषण चरम पर होता है, उस समय गठिया के मरीजों की संख्या भी बढ़ जाती है. यह अध्ययन यह साबित करता है कि वायु प्रदूषण का असर सिर्फ सांस नहीं, बल्कि हड्डियों और जोड़ों तक भी पहुंचता है.

कैसे होता है हड्डियों पर असर?

  • PM2.5 प्रदूषक शरीर में सूजन पैदा करते हैं ये सूक्ष्म कण फेफड़ों के ज़रिए खून में पहुंचते हैं और शरीर में क्रॉनिक इंफ्लेमेशन यानी लगातार सूजन का कारण बनते हैं.
  • सूजन से हड्डियों की मजबूती घटती है जब शरीर में लगातार सूजन बनी रहती है, तो हड्डियों का घनत्व कम होने लगता है और वे कमजोर हो जाती हैं.
  • जोड़ों में दर्द और अकड़न प्रदूषण के कारण ऑटोइम्यून रिएक्शन शुरू हो सकता है, जिससे शरीर अपने ही जोड़ों पर हमला करता है यही गठिया का कारण बनता है.

किन लोगों को ज्यादा खतरा?

  • बुजुर्गों को.
  • पहले से गठिया या हड्डी की बीमारी से पीड़ित लोगों को
  • जो लोग व्यायाम नहीं करते.
  • जो लोग प्रदूषण वाले इलाकों में ज्यादा समय बिताते हैं.
  • जिनकी डाइट में कैल्शियम और विटामिन D की कमी है.

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कैसे करें बचाव?

  • प्रदूषण से बचाव करें.
  • मास्क पहनें.
  • सुबह-शाम बाहर निकलने से बचें.
  • एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें.
  • हड्डियों को मजबूत बनाएं
  • कैल्शियम और विटामिन D से भरपूर डाइट लें.
  • धूप में कुछ समय बिताएं
  • रेगुलर एक्सरसाइज करें
  • जोड़ों की देखभाल करें
  • हल्का स्ट्रेचिंग और योग करें

दिल्ली जैसे महानगरों में वायु प्रदूषण अब सिर्फ सांस की नहीं, बल्कि हड्डियों और जोड़ों की गंभीर समस्याओं का कारण बन रहा है. अगर आप भीड़भाड़ वाले इलाके में रहते हैं, तो आपको खास सावधानी बरतनी चाहिए. सही जानकारी, समय पर जांच और लाइफस्टाइल में बदलाव से आप इस खतरे से बच सकते हैं.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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