अगर आप डायबिटीज को मैनेज करने का प्रयास कर रहे हैं, तो आपको उन स्ट्रैटजी के बारे में पता होना चाहिए जो ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं. इसके अलावा आपको भोजन के बाद ब्लड शुगर लेवल में बढ़ोतरी के बारे में भी पता होना चाहिए. आपका शरीर आपके द्वारा खाए गए भोजन को तोड़ता है. कार्बोहाइड्रेट ब्लड शुगर में बदल जाते हैं और जैसे-जैसे आप कार्बोहाइड्रेट को पचाते और एब्जॉर्ब करते हैं, ब्लड शुगर लेवल बढ़ता जाता है. इसे पोस्टप्रैंडियल ब्लड ग्लूकोज़ (भोजन के बाद) कहा जाता है. हाई ब्लड शुगर लेवल खतरनाक हो सकती है और अगर इसे लंबे समय तक अनकंट्रोल छोड़ दिया जाए तो यह डायबिटीज से जुड़े रिस्क को बढ़ा सकता है.
एक इंस्टाग्राम रील में पोषण विशेषज्ञ नमामी अग्रवाल ने कुछ टिप्स शेयर कीं जो खाने के बाद ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद कर सकती है. खासकर अगर आपने बहुत ज्यादा खाना खा लिया हो.
खाना खाने के बाद ब्लड शुगर स्पाइक को रोकने के टिप्स | Tips to Prevent Blood Sugar Spike After Eating
1. खाने के बाद एक्टिव रहें
न्यूट्रिषनिष्ट ने खाना खाने के बाद फिजिकली एक्टिव रहने की सलाह दी है. आप खाने के बाद कम से कम 15-20 मिनट तक टहल सकते हैं या सीढ़ियां चढ़ सकते हैं. यह कार्बोहाइड्रेट के तेजी से एब्जॉर्ब्शन को रोकने में मदद करेगा और ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करेगा.
2. इन देसी ड्रिंक्स को ट्राई करें
पोषण विशेषज्ञ ने दो देसी ड्रिंक्स शेयर किए हैं जो स्पाइक्स को रोकने में मदद कर सकते हैं. वह भोजन के बाद एक गिलास दालचीनी या मेथी का पानी पीने की सलाह देती हैं.
उन्होंने कैप्शन में लिखा, "ये ड्रिंक्स पाचन में सहायता कर सकती हैं और ब्लड फ्लो में ग्लूकोज के क्रमिक रिलीज को बढ़ावा दे सकते हैं, जो इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार और ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने की अपनी क्षमता के लिए जाने जाते हैं."
3. अपने खाने में दही शामिल करें
प्रोबायोटिक्स गट हेल्थ को बढ़ावा देने के लिए जाने जाते हैं. नमामी ने बताया कि अपने भोजन में दही को शामिल करने से इंसुलिन सेंसिटिविटी और ब्लड शुगर कंट्रोल करने में सुधार करने में मदद मिल सकती है.
दही में मौजूद प्रोटीन और फैट की मात्रा कार्बोहाइड्रेट के एब्जॉर्प्शन को धीमा करने में मदद करती है, जिससे ब्लड शुगर में अचानक बढ़ोत्तरी को रोका जा सकता है.
डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिए रेगुलर अपने ब्लड शुगर लेवल की जांच करना भी जरूरी है. इससे उन्हें समय पर जरूरी सावधानी बरतने में मदद मिलेगी.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)