गाय के दूध और मुर्गों में पाया गया बर्ड फ्लू, मनुष्यों के लिए कितना खतरनाक? बरतें ये सावधानियां, जानें किन बातों का रखें ध्यान

Bird flu: स्वास्थ्य अधिकारियों और वैज्ञानिकों ने कहा है कि इंसानों के लिए खतरा कम है, लेकिन सवाल अभी भी बना हुआ है कि क्या H5N1 बर्ड फ्लू चिंता का विषय है?

विज्ञापन
Read Time: 5 mins
स्वास्थ्य अधिकारियों और वैज्ञानिकों ने कहा है कि इंसानों के लिए खतरा कम है.

H5N1 बर्ड फ्लू ने अमेरिका में डेयरी गायों को संक्रमित कर दिया है, खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) ने कई राज्यों में पाश्चुरीकृत दूध में वायरस के अवशेषों की पुष्टि की है. हालांकि, एफडीए और कृषि विभाग ने यह भी कहा है कि "बीमार गायों के दूध के डायवर्जन के कारण अमेरिकी दूध की आपूर्ति सुरक्षित है". संयुक्त राज्य अमेरिका में पाश्चुरीकृत गाय के दूध में बर्ड फ्लू वायरस के अंश पाए जाने से यह सवाल उठ गया है कि क्या यह बीमारी मनुष्यों में फैल सकती है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि खाद्य प्रदूषण से कोई खतरा नहीं है. अमेरिकी अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि उन्हें एक बड़े अध्ययन के दौरान गाय के दूध की आपूर्ति में बर्ड फ्लू वायरस के निशान मिले हैं, लेकिन सैम्पल से मनुष्यों के स्वास्थ्य के लिए कोई खतरा नहीं है.

यह भी पढ़ें: एक्साइटमेंट न होने पर भी प्राइवेट पार्ट में लगातार यौन उत्तेजना, दुर्लभ बीमारी से पीड़ित है 21 साल की लड़की, बयां किया दर्द

स्वास्थ्य अधिकारियों और वैज्ञानिकों ने कहा है कि इंसानों के लिए खतरा कम है, लेकिन सवाल अभी भी बना हुआ है कि क्या H5N1 बर्ड फ्लू चिंता का विषय है?

Advertisement

पिछले एक महीने में आठ राज्यों में 30 डेयरी झुंडों में बर्ड फ्लू पाया गया है. पहला मामला 2022 में कोलोराडो में हुआ जब एक व्यक्ति संक्रमित मुर्गे के संपर्क में आया. टेक्सास में नया मामला केवल दूसरी बार है जब अमेरिका में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है.

Advertisement

अधिकारियों ने कहा कि बहुत ज्यादा रोगजनक एवियन इन्फ्लुएंजा (एचपीएआई) का प्रकोप पूरे संयुक्त राज्य अमेरिका में डेयरी मवेशियों के झुंडों में फैल गया है और एक इंसान को संक्रमित किया है, जिसमें हल्के लक्षण थे.

Advertisement

बर्ड फ्लू का सब टाइप:

टेक्सास के खेत मजदूर का एकमात्र लक्षण कंजक्टिविटीज या गुलाबी आंख था. समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक उनका इलाज टैमीफ्लू से किया जा रहा है, जिसका इस्तेमाल मानव इन्फ्लूएंजा के इलाज के लिए किया जाता है.

Advertisement

यह संक्रमण बर्ड फ्लू के सब-टाइप से है जो दो साल से ज्यादा समय से वैश्विक स्तर पर जंगली पक्षियों और मुर्गों को प्रभावित कर रहा है. मृत या बीमार पक्षियों को खाने के बाद वायरस की चपेट में आने से कई स्तनपायी प्रजातियां भी मर गईं.

यह भी पढ़ें: सिर्फ संतरे का जूस पीकर कितने दिन तक जिंदा रह सकते हैं आप? महिला ने किया 40 दिन का प्रयोग, डॉक्टर्स हैरान

यह इन्फ्लूएंजा से होने वाली बीमारी है. वर्ल्ड ऑर्गेनाइजेशन फॉर एनिमल हेल्थ के अनुसार, एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस कृषि उपकरणों जैसी सतहों पर ठंडे तापमान में लंबे समय तक जीवित रह सकते हैं, जो उन्हें एक खेत से दूसरे खेत में फैलने की अनुमति देता है.

क्या मनुष्य संक्रमित हो सकते हैं?

मनुष्य बर्ड फ्लू से संक्रमित हो सकते हैं अगर वे संक्रमित पक्षियों - मृत या जीवित  के निकट संपर्क में आते हैं या संक्रमित पक्षी की लार या मल से दूषित सतह पर आते हैं.

कैसे दिखते हैं लक्षण?

विशेषज्ञों के अनुसार, लक्षण हल्के मामलों जैसे कंजक्टिविटीज से लेकर गंभीर श्वसन संक्रमण तक हो सकते हैं. अन्य लक्षणों में बुखार, खांसी, गले में खराश, शरीर में दर्द, सिरदर्द, थकान और निमोनिया शामिल हैं.

यह वायरस आमतौर पर मानव के श्वसन पथ को संक्रमित नहीं करता है क्योंकि उनके गले, नाक या ऊपरी श्वसन पथ में रिसेप्टर्स नहीं होते हैं. रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) ने कहा कि पिछले 25 सालों में ज्यादा मानव संक्रमणों का कारण H5N1 और H7N9 हैं.

क्या चिकन या अंडा खाने से बर्ड फ्लू हो सकता है?

पूरी तरह से पका हुआ चिकन या अंडा खाने से इंसान बर्ड फ्लू से संक्रमित नहीं हो सकते. हालांकि, सीडीसी का कहना है, "कच्चे पोल्ट्री और रक्त जैसे पोल्ट्री उत्पाद दक्षिण पूर्व एशिया में लोगों में थोड़ी संख्या में बर्ड फ्लू वायरस संक्रमण का स्रोत हो सकते हैं".

विशेषज्ञ यह भी चेतावनी देते हैं कि जिनके पास मुर्गियां हैं उन्हें सावधान रहना चाहिए. मुर्गियां शारीरिक स्राव के माध्यम से जंगली पक्षियों के संपर्क में आ सकती हैं, जिससे उनमें संभावित संक्रमण का खतरा हो सकता है.

संक्रमित मुर्गियां आमतौर पर अंडे देना बंद कर देती हैं या शांत हो जाती हैं, मरने से पहले उनमें श्वसन संबंधी लक्षण और दस्त विकसित हो जाते हैं.

आपको क्या करना चाहिए?

बीमार या मृत जानवरों के असुरक्षित संपर्क से बचें, जिनमें जंगली पक्षी, मुर्गे, गाय सहित पालतू जानवर या कच्चा दूध शामिल हैं.

लोगों को कच्चा या अधपका खाना खाने से बचना चाहिए, जिसमें जानवरों से प्राप्त बिना पाश्चुरीकृत पनीर भी शामिल है.

पशुओं को संभालने वाले किसानों या पोल्ट्री मालिकों को एन95 मास्क, आंखों की सुरक्षा और दस्ताने पहनने चाहिए, साथ ही बीमार या मृत पक्षियों या अन्य जानवरों, शवों या संभावित संक्रमित जानवरों के मल या कूड़े के सीधे संपर्क में आने पर अपने हाथ धोने चाहिए.

क्या इंसानों के लिए कोई वैक्सीन है?

अफ्लुनोव वर्तमान में एवियन इन्फ्लूएंजा (जूनोटिक पूर्व-महामारी वैक्सीन) के खिलाफ मनुष्यों में अधिकृत एकमात्र टीका है. यूरोपियन सेंटर फॉर डिजीज प्रिवेंशन एंड कंट्रोल के अनुसार, इसमें पुराने पुराने वायरस क्लैड का वायरस घटक है और यह एक निष्क्रिय और सहायक H5N1 वैक्सीन है.

रॉयटर्स की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि फ्लू के टीके के आपूर्तिकर्ता सनोफी, ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन और सीएसएल सेकिरस ने एक बयान में कहा कि वे स्थिति पर नजर रख रहे हैं और एवियन फ्लू के टीके विकसित करने के लिए तैयार हैं.

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

Featured Video Of The Day
Varanasi: पिता-पुत्र को गोली मार कर लूट लिए गहने | BREAKING NEWS | UP NEWS
Topics mentioned in this article